Friday, July 5, 2024
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पटना में 15 दलों ने 2024 के लिए भरी हुंकार, गठबंधन के संयोजक बने नीतीश कुमार

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नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक अभिनन्दन और स्वागत है। पटना में आज 15 विपक्षी दलों की एकजुटता बैठक हुई। इसमें ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, एमके स्टालिन समेत छह राज्यों के सीएम और अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती समेत 5 राज्यों के पूर्व सीएम शामिल हुए। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी बैठक में मौजूद रहे। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी व बीजेपी को सत्ता से हटाने को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक में विपक्षी नेताओं के बीच आपसी भिडंत की खबरें भी सामने आईं। जानकारी के मुताबिक इस दौरान केजरीवाल ने सभी दलों से अध्यादेश का विरोध करने की बात कही तो उमर अबदुल्लाह ने केजरीवाल को वो वक्त याद दिलाया जब उन्होंने धारा 370 हटने के समय पर उनका समर्थन नहीं किया था।

इस महाबैठक में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मनमुटाव को दूर करने के लिए एनसीपी चीफ शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने हस्तक्षेप किया। दोनों नेताओं ने कहा- एकसाथ आना होगा और आपसी मतभेद दूर करने होंगे। शरद पवार ने इस दौरान एनसीपी (स्वयं) और उद्धव ठाकरे का संदर्भ दिया। उन्होंने कहा, “हम पिछले 25 वर्षों से एक-दूसरे की आलोचना कर रहे थे, लेकिन हमने हर मतभेद को एक तरफ रख दिया और अब हम एक साथ काम कर रहे हैं।” वहीं उद्धव ठाकरे ने भी कहा, अब समय आ गया है कि मतभेद भुलाकर एक साथ आएं।

सीएम ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के रवैये पर एतराज जताया। उन्होंने कांग्रेस की तरफ से ममता सरकार के खिलाफ धरना दिए जाने पर आपत्ति की। उन्होंने कहा कि सबको बड़ा दिल दिखना होगा। आपस में लड़ेंगे तो बीजेपी को फायदा होगा।

विपक्षी एकजुटता बैठक में सभी नेताओं ने अपनी-अपनी बात रख दी है. सूत्रों के मुताबिक AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अध्यादेश पर सबका साथ मांगा। वहीं इस मामले में उद्धव ठाकरे समेत कई अन्य नेताओं कांग्रेस से अध्यादेश पर समर्थन देने की अपील की।

बैठक में एक मौका ऐसा भी आया जब नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने केजरीवाल को असहज कर दिया। उन्होंने अनुच्छेद 370 पर केजरीवाल का स्टैंड साफ नहीं रहने की याद दिला दी। बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने की चर्चा हुई। इसे अलावा सभी दल बीजेपी को 2024 रोकने के लिए सहमत दिखे। विपक्षी गठबंधन के लिए किसी को संयोजक बनाने की आवश्यकता जताई गई।

इस बैठक के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे और हम पिछले 25 सालों से एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन सब कुछ भूलकर हम साथ आए। नीतीश कुमार ने कहा कि हम सब साथ रहेंगे, हम बीजेपी को 100 सीटों पर रोकेंगे। हम सब साथ रहे तो बीजेपी जरूर पराजित होगी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश बचाने के लिए कांग्रेस बलिदान देने को तैयार है। विपक्ष की बैठक कि बड़ी बात हम सब साथ हैं। विपक्ष की अगली बैठक शिमला में होगी और जल्द तारीख का ऐलान किया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मेजबानी में ये बैठक मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित की हुई।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने धारा 370 हटाने पर आम आदमी पार्टी के रुख पर आश्चर्य जताया है। वहीं, सभी दलों ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल का समर्थन करने के लिए कांग्रेस से कहा है।

इन मुद्दों पर बात हुई

  1. हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी

  2. भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम

  3. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम

  4. सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला

  5. दिल्ली अध्यादेश

बैठक में सभी दलों के नेताओं को बोलने का दिया जाएगा मौका

महागठबंधन के सूत्रों के मुताबिक, बैठक में शामिल सभी दलों के नेताओं को बोलने का वक्त मिले, इसका खास ख्याल रखा गया है। बैठक का मुख्य उद्देश्य BJP को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है। इसके लिए नए सिरे से विपक्षी दलों को एकजुट किया जा रहा है। बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे।

इसमें मुख्य रूप से विपक्षी एकजुटता का नाम क्या हो? इसकी अगुआई कौन करेंगे। इस पर फैसला हो सकता है। साथ ही चुनाव में टिकट के फार्मूले और कॉमन मिनिमन प्रोग्राम पर भी चर्चा हो सकती है।

AAP ने पोस्टर लगा केजरीवाल को नीतीश से सतर्क रहने की सलाह दी

वहीं पटना में एक और पोस्टर की चर्चा है। इसे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से लगाया गया है। इसमें दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को CM नीतीश कुमार से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। साथ ही अरविंद केजरीवाल को PM कैंडिडेट बताया गया है।

महाबैठक में 15 दलों के 27 नेता हुए शामिल

महाबैठक में 15 दलों के 27 नेता शामिल हुए हैं। इन नेताओं के नाम नीतीश कुमार (जेडीयू), ममता बनर्जी (एआईटीसी), एमके स्टालिन (डीएमके), मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस), राहुल गांधी (कांग्रेस), अरविंद केजरीवाल (आप), हेमंत सोरेन (झामुमो), उद्धव ठाकरे (एसएस-यूबीटी), शरद पवार (एनसीपी), लालू प्रसाद यादव (राजद), भगवंत मान (आप), अखिलेश यादव (सपा), केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), सुप्रिया सुले (एनसीपी), मनोज झा (राजद), फिरहाद हकीम (एआईटीसी), प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी), राघव चड्ढा (आप), संजय सिंह (आप), संजय राऊत (एसएस-यूबीटी), ललन सिंह (जेडीयू),संजय झा (राजद), सीताराम येचुरी (सीपीआईएम), उमर अब्दुल्ला (नेकां), टीआर बालू (डीएमके), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), दीपंकर भट्टाचार्य (सीपीआईएमएल)तेजस्वी यादव (राजद), अभिषेक बनर्जी (एआईटीसी), डेरेक ओ’ब्रायन (एआईटीसी), आदित्य ठाकरे (एसएस-यूबीटी) और डी राजा (सीपीआई) हैं।

ओवैसी ने विपक्षी एकता बैठक में शामिल दलों पर सवाल उठाए

विपक्षी एकता बैठक पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा- बैठक में शिवसेना है। क्या वे सेक्युलर हो गए हैं? दिल्ली के CM हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने पर भाजपा का समर्थन किया था। नीतीश कुमार हैं, जो NDA के तरफ से मुख्यमंत्री रहे हैं।

हम भी नहीं चाहते के 2024 में देश के प्रधानमंत्री मोदी बनें, लेकिन इन पार्टियों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस आगे रहना चाहती है, नीतीश प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं।

ये भी होते रहे अपडेट्स

जम्मू में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पटना में फोटो सेशन चल रहा है, वो संदेश देना चाहते हैं कि वो मोदी जी को चुनौती देंगे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि चाहे वो कुछ भी करें, वो कभी एकजुट नहीं रहेंगे। 300 से ज्यादा सीटें हासिल कर पीएम मोदी एक बार फिर पीएम बनेंगे।

ओडिशा के कालाहांडी में बीजेपी के राष्ट्रीय जेपी नड्‌डा ने कहा कि राहुल गांधी की दादी ने लालू यादव को जेल में डाला था। इंदिरा गांधी ने नीतीश कुमार को पूरे 20 महीने जेल में डाला था। आज पटना की धरती पर राहुल का स्वागत कर रहे हैं। कहां से चले थे और कहां पहुंच गए।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता दुरुपयोग कर रहे हैं। सीएम हाउस में क्या राजनीति दलों की बैठक हो सकती है? बिहार से कुछ लेना देना नहीं है।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि राहुल गांधी और बीजेपी के बीच समझौता हो चुका है। कांग्रेस को अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए कि वो संविधान के साथ खड़े हैं या बीजेपी के साथ?

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बैठक पर कहा- यह हास्यास्पद है। कांग्रेस पार्टी का आभार व्यक्त करना चाहती हूं कि कांग्रेस मान चुकी है कि अकेले मोदी को हराने में समर्थ नहीं है। उसे सहारे की जरूरत है।

राहुल और खड़गे को रिसीव करने CM नीतीश कुमार एयरपोर्ट पहुंचे थे। दोनों नेता पहले कांग्रेस कार्यालय गए।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी को मिलकर लड़ना है। इसलिए हम आए हैं। हमसे राहुल गांधी ने कहा कि एक-एक दल को बुलाकर बात करेंगे। इसलिए यह मीटिंग हो रही है। छोटे-मोटे मतभेद भुलाकर आगे बढ़ना है।

NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम देश के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने और भविष्य की रणनीति तय करने के लिए बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में मणिपुर मुद्दे पर भी होगी चर्चा।

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पटना की सड़कों पर अनेक दूल्हों की दावेदारी लगी हुई है। दूल्हा कौन है यह तो साफ समझ आ गया है कि वहां कोई दावेदारी ही नहीं है।

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