- मेरठ में खतरनाक स्थिति में पहुंचा प्रदूषण
- हवा में डस्ट घूमने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: शहर में प्रदूषण क ो रोकने के लिए तमाम इंतजाम पूरी तरह से फेल हो गए। इस शहर का प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। देश में मेरठ शहर दूसरे नंबर पर प्रदूषित शहरों में शामिल है। प्रदूषण की स्थिति बढ़ने के कारण लोगों को अब सांस लेने में भी दिक्कते होने लगी है। जिसके चलते लोग अब बीमारी की चपेट में आने लग गए है।
अगर शहर का यही हाल रहा तो आने वाले समय में शहर का हर दूसरा व्यक्ति बीमारी का शिकार हो जाएगा और लोगों में हाहाकार मच जाएगा। इसलिए इस समय प्रदूषण को रोकने के जहां इंतजाम फे ल गए है। वही अब ईश्वर के भरोसे ही इस मात्रा को कम किया जा सकता है।
क्योंकि अगर बारिश हो जाए तो यह प्रदूषण की मात्रा धीमी पड़ जाएगी और शहर की जनता को काफी हद तक निजात मिल जाएगी। जून के महीने में जिस तरह से प्रचंड गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। ठीक उसी तरह बढ़ती गर्मी के साथ-साथ प्रदूषण में भी इजाफा हो रहा है। बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए आफत साबित हो रहा है। अगर पिछले कई दिनों के गर्मी के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो जिस तरह तापमान बढ़ा है।
ठीक उसी तरह प्रदूषण के स्तर में भी निरंतर इजाफा हुआ है। जिसके चलते लोगों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। हालांकि वैज्ञानिकों के अनुमान के अनुसार इस बढ़ते प्रदूषण को सिर्फ बारिश होने के कारण ही रोका जा सकता है नहीं तो यह बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए नासूर बन जाएगा।
इन स्थानों का प्रदूषण स्तर
पल्लवपुरम 323
गंगानगर 328
जयभीमनगर 310
मेरठ 330
बागपत 150
गाजियाबाद 236
मुजफ्फरनगर 325
सहारनपुर 315
नोएडा 310
हापुड़ 290
आसपास के जनपदों में भी बढ़ा प्रदूषण का स्तर
मेरठ के साथ-साथ आसपास के जनपदों का भी प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। हालांकि अभी भी बागपत में प्रदूषण का स्तर 150 के आसपास है। क्योंकि हरियाली ज्यादा होने के कारण यह प्रदूषण का स्तर कम है, लेकिन अन्य जनपदों में प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब है।
प्रदूषण रोकने के लिए विभाग द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बढ़ती गर्मी के कारण प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है।
-डा. योगेंद्र कुमार, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी