Friday, May 16, 2025
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मोहब्बत से नाराज पिता ने की बेटी की निर्मम हत्या

  • आनर किलिंग: लिसाड़ीगेट में मिली सिर कटी लाश का हुआ खुलासा
  • प्रेम में डूबी बेटी ने पिता के बताये रिश्ते को मानने से किया था इंकार
  • प्रेमी से मिलने जा रही बेटी को पकड़ कर पीटा, फिर किया कत्ल

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कह दो कोई न करे यहां प्यार, इसमें खुशियां है कम लेकिन लिसाड़ीगेट के समर कालोनी की रहने वाली सानिया के लिये प्यार उसकी मौत का पैगाम लेकर आया। अपने प्यार के लिये जब सानिया ने घर छोड़ने का फैसला किया तो पिता का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया। जिस बेटी को उसने नाजों से पाल कर बड़ा किया था। उसका गला रेत कर मौत के घाट उतारने में उसे थोड़ी सी भी झिझक नहीं हुई।

बुधवार को जब पुलिस ने सिर कटी लाश का खुलासा किया। तब जाकर पता लगा कि 22 वर्षीय युवती को प्रेम करने की खूनी सजा किसी और ने नहीं बल्कि उसके पालनहार पिता ने दी थी। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त छुरा बरामद कर लिया है। पुलिस नाले में फेंके गए सानिया के सिर को तलाश कर रही है।

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लिसाड़ीगेट थानांतर्गत शालीमार गार्डन में गत 12 अगस्त की रात प्लम्बर शाहिद की बेटी सानिया के लिये काल बनकर आई। अपने प्रेमी से मिलने के लिये जैसे ही रात तीन बजे के करीब वो घर से निकलने की योजना बना रही थी तभी पिता की आंख खुल गई और उसने अपनी बेटी को थप्पड़ मारकर जमीन पर पटक दिया जिससे वो बेहोश हो गई। इसके बाद पिता ने आव न देखा ताव छुरा उठाकर सानिया की गर्दन पर चला दिया।

पल भर में बेटी का सिर धड़ से अलग हो गया। बाद में उसने धड़ को फल रखने के कैरेट में रखा और कपड़े में लपेट कर बेटी के शव को ठिकाने लगाने निकल गया। सिर को उसने अंजुम पैलेस के नाले में फेंककर खामोश हो गया। बुधवार को पुलिस के पास सटीक मुखबिर से खबर आई और पुलिस को केस खुलने की उम्मीद जगने लगी।

पुलिस ने जब शाहिद को थाने बुलाकर पूछताछ की तो पहले तो उसने पुलिस को बहकाने की कोशिश की, लेकिन बाद में वो टूट गया और उसने बेटी के कत्ल की कहानी सुना दी। पूछताछ में आरोपी पिता शाहिद ने बताया कि पहले वो दो बेटियों सना, सानिया और चार बेटों अजीम, आहद और समद के साथ शहजाद गार्डन में रहता था।

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वहीं पर वसीम सैफी पुत्र इमरान नामक युवक रहता है। बेटी सानिया की उससे दोस्ती हो गई थी और दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। सानिया इस युवक के साथ घर से दो बार भाग चुकी थी। इससे काफी बदनामी हो रही थी। इस कारण रिहान गार्डन का मकान बेचकर शालीमार गार्डन में पांच महीने पहले आकर रहने लगा था।

यहां पर भी सानिया ने वसीम से मिलना बंद नहीं किया। शाहिद ने पूछताछ में बताया कि बेटी को काफी समझाया और समाज में ऊंच नीच की बात भी की लेकिन उसके मन में वसीम का भूत हट नहंी रहा था। हत्या से 20 दिन पहले सानिया ने छत से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी। वह वसीम से शादी करने पर अड़ी थी।

घटना वाले दिन क्या हुआ?

शाहिद ने बताया कि उसकी बड़ी बेटी सना गर्भवती है। उसे पहले अस्पताल में भर्ती कराया। बेटी के साथ पत्नी संजीदा को भी अस्पताल में छोड़ दिया। इसके बाद घर पर तीनों बेटे और सानिया रह गए। इसके बाद मैं जमात के बहाने घर से बाहर चला गया। तीनों बेटों और सानिया को लगा कि मैं जमात में गया हूं, तो सुबह तक नहीं लौटूंगा।

बताया कि वो देर रात घर लौट आया। उस समय सभी बच्चे सो गए थे। रात तीन बजे के करीब सानिया चोरी से उठी और दरवाजा खोलकर बाहर जाने की कोशिश करने लगी। तभी उसकी आंख खुल गई। उसने सानिया को डांटा तो वो डर के वहीं खड़ी हो गई। शाहिद ने बताया कि गुस्से में उसने बेटी को पीटकर जमीन पर पटक दिया जिससे वो बेहोश हो गई।

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उस वक्त उसके दिमाग में खून खौल रहा था और उसने छुरा निकाल कर बेटी की गर्दन पर चला दिया। सानिया के मर जाने के बाद उसने सबूत मिटाने के लिये सिर को धड़ से अलग करके एक बैग में रखा। घर में पड़े खून को उसने तुरंत साफ किया। इसके बाद बेटी के शव को कपड़े में लपेट कर खुर्दबुर्द करने के लिये निकल गया।

पत्नी ने पूछा तो पहले झूठ बोला फिर बताया

अस्पताल से लौटने के बाद जब पत्नी ने सानिया के बारे में पूछा तो उसने बहाना बना दिया कि उसे बुआ के पास भेज दिया है, लेकिन बाद में उसने बता दिया कि उसने सानिया को मार दिया है। उधर, पुलिस सिर कटी लाश को लेकर परेशान धक्के खाती रही, लेकिन शाहिद ने एक बार भी बेटी को लेकर अफसोस तक जाहिर नहीं किया।

घर में कहीं खून के धब्बे नहीं थे

सिर कटी लाश का खुलासा होने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने शाहिद के पूरे घर का फर्श चेक किया पर खून नहीं मिला। जबकि युवती की लाश के पास ताजा खून पड़ा था। शक होने पर टीम ने घर की नाली से वाटर सैंपल लेकर केमिकल टेस्ट किया। केमिकल टेस्ट में नाली के पानी में ब्लड ट्रेसेस मिले, जिससे पता चला कि हत्या घर पर ही की गई थी।

ये कहा परिवार ने

सात साल पहले परिवार मेरठ की शहजाद कॉलोनी में रहता था। मेरे घर के पास ही इमरान का घर था। इमरान का बेटा वसीम है। घर आसपास होने की वजह से हम लोगों के परिवार में मेल-जोल कुछ ज्यादा ही हो गया था। इसके चलते वसीम और सानिया में प्रेम संबंध हो गया। वसीम सैफी बिरादरी से है और हम लोग कुरैशी हैं। इसके अलावा वसीम कुछ काम-धंधा भी नहीं करता है। सानिया की शादी मुजफ्फरनगर में तय की गई थी लेकिन वो राजी नहीं थी।

जेसीबी मशीन से नाले में खोजा

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सानिया के सिर की तलाश के लिये ब्रह्मपुरी और लिसाड़ीगेट की पुलिस दिन भर लगी रही। जेसीबी मशीन से नालों की सफाई की गई, लेकिन सिर नहीं मिला। आरोपी शाहिद ने बताया कि उसने अंजुम पैलेस के नाले में फेंका था, लेकिन समाचार लिखे जाने तक सिर नहीं मिला था।

इन्होंने कहा

एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि एक युवती का चादर में लिपटा शव गत शुक्रवार को मिला था। जिसका सिर कटा हुआ था। युवती के हत्याकांड को खोलना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम और लिसाडी गेट थाना पुलिस ने पूरे मामले को एक सप्ताह के भीतर ही खोल दिया है। युवती के सिर व हत्यारोपियों की तलाश के लिए डॉग स्क्वाड और फोरेंसिंक टीम को बुलाया गया था। जिनसे मिले कुछ सबूतों के आधार पर ही हत्यारोपियों तक पुलिस पहुंच सकी है।

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