- चोरी हुई ई-रिक्शा न मिलने पर कमिश्नरी चौक पर छिड़का पेट्रोल सीसीटीवी खंगालने को दौड़ी पुलिस
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कमिश्नरी चौक से चोरी हुई ई-रिक्शा की तलाश में इधर-उधर दौड़ रहे अर्जुन की हिम्मत सिविल लाइन थाने के एक सिपाही की उखड़ी भाषा ने तोड़ दी। पुलिस के इस व्यवहार से आक्रोशित हुए ई-रिक्शा चालक ने जान देने के इरादे से अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया। गनीमत रही कि समय रहते मीडिया और पुलिसकर्मियों ने उसे बचा लिया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस पीड़ित को साथ लेकर सीसीटीवी खंगालती रही। हालांकि अभी तक ई-रिक्शा का कोई सुराग नहीं लग पाया है। चालक के साथ उसकी पत्नी और चार साल का बेटा भी दिनभर कमिश्नरी चौक पर धरना दिए बैठे रहे।
मलियाना के शक्ति नगर निवासी बीकॉम पास अर्जुन ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। सोमवार को उसकी रिक्शा कचहरी के पास से चोरी हो गई। पीड़ित ने सिविल लाइन थाने जाकर इसकी रिपोर्ट भी दर्ज करा दी थी। पुलिस ने उस समय तो कोई कार्रवाई नहीं की थी। मंगलवार को अर्जुन अपनी पत्नी रागिनी और चार साल के बेटे के साथ सिविल लाइन थाने पहुंचा था। उसका कहना था कि सीसीटीवी कैमरे देखे जाएं तो चोर का पता लगाने में काफी मदद मिल सकती है।
आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने उससे उखड़ी भाषा में बात करते हुए बोल दिया कि पुलिस के पास उसकी रिक्शा ढूंढने के बजाए और भी काम है। पुलिसकर्मी के मुंह से ऐसी जली-भुनी बातें सुनकर ताव में आया अर्जुन अपनी पत्नी और बेटे को कमिश्नरी चौक पर बैठाकर चला गया। कुछ देर बाद चौक पर लौटा तो उसके हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल थी। अर्जुन ने चोरी हुई ई-रिक्शा ना मिलने के कारण आत्मदाह की बात कहते हुए पेट्रोल अपने ऊपर छिड़क लिया। यह नजारा देखकर वहां मौजूद मीडिया और पुलिस कर्मी दौड़कर गए और उसके हाथों से बोतल छीन ली।
जैसे-तैसे पकड़कर उसे एक किनारे लाया गया। आत्मदाह की कोशिश की खबर मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस में हड़कंप मच गया। कुछ देर में ही दरोगा और पुलिसकर्मी उसे लेकर सीसीटीवी खंगालने में जुट गए। हालांकि देर शाम तक उसकी ई-रिक्शा का कोई पता नहीं चल सका। चालक अर्जुन और उसकी पत्नी रागिनी का कहना था कि ई-रिक्शा ही उनकी आय का एकमात्र स्रोत थी। दूसरा उन्हें माह वार उसकी किश्त भी चुकानी है।
सड़क पर दौड़ रही चोरी की बाइक, चालान भुगत रहा अर्जुन
ई-रिक्शा चालक अर्जुन के साथ यह पहली घटना नहीं है। चार साल पहले उसकी बाइक भी चोरी हो गई थी। जिसका अभी तक कोई पता नहीं चला है। टीपी नगर थाने में अर्जुन ने उसकी एफआईआर भी दर्ज कराई थी। चोरी की यह बाइक लगातार सड़क पर कोई दौड़ा रहा है, क्योंकि दो बार उसका चालान हो चुका है। कार्रवाई के डर से अर्जुन चालान भर भी चुका है। दूसरी बार वाहन चोरी के मामले में उसका पुलिस से आमना-सामना हुआ है।