एसएससी सीजीएल, एमटीएस, बैंकिंग, रेलवे सेक्टर परीक्षा परिणाम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोविड-19 से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के बीच जहां सरकार युवाओं के भविष्य को देखते हुए मुख्य परीक्षाओं के साथ-साथ प्रवेश संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन कर रही है।
जिससे छात्र-छात्राओं के नए सत्र को समय पर शुरू हो सके और भविष्य में छात्र-छात्राएं कीर्तिमान हासिल कर सकें। वहीं, छात्र-छात्राओं ने सरकारी नौकरी में भर्ती व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
छात्र-छात्राओं ने ट्विटर के माध्यम से केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा है कि जिस प्रकार मुख्य परीक्षाएं और विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षाओं को अनुमति प्रदान की जा रही हैं। उसी प्रकार वर्षों से अटकी रोजगार संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं का भी आयोजन किया जाए। साथ ही जिस तरीके से रोजगार संबंधित परीक्षाओं के परिणाम में देरी होती है, उसको भी सुधारा जाए।
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं विभिन्न हैशटैग
वर्तमान समय की बात की जाए तो डिजिटल प्लेटफॉर्म आजकल युवाओं की ताकत बन चुके हैं। युवा अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का ही उपयोग करते हैं। ऐसे में अब जल्द से जल्द ssc-cgl और बैंकिंग तथा अन्य रोजगार से जुड़ी परीक्षाओं का परिणाम जारी करने और समय पर भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने के लिए युवाओं ने टि्वटर पर हैशटैग ट्रेंड्स कराकर मुहिम शुरू कर दी है।
#SpeakUpForSSCRailwayStudents
#SSCdeclareCGLresults और #BoycottSSCchairmain
एसएससी अभ्यार्थी पीयूष गोयल ने कहा कि स्टाफ सिलेक्शन कमीशन अर्थात एसएससी सरकारी नौकरी की परीक्षा कराता है। लेकिन, वह परीक्षा करा कर समय पर रिजल्ट नहीं देता है। छात्रों को ज्वाइनिंग में 3 से 4 साल लग जाते हैं। एसएससी सीजीएल 2017 के सभी छात्रो की ज्वाइनिंग तथा एसएससी सीजीएल 2018 के छात्रो का अभी तक परिणाम नही आया है| छात्र चाहते हैं कि परिणाम चुनाव के नतीजो की तरह जल्दी आएं।
एसएससी की तैयारी कर रहे अमन गुप्ता ने कहा कि एसएससी द्वारा सीजीएल और एमटीएस के रिजल्ट में देरी हो रही है। जिस कारण भर्ती पूरी होने में तीन साल से ज्यादा का समय लगता है। बच्चों को मानसिक तनाव से होकर भी गुजरना पड़ता है| इसलिए सरकार को जल्द से जल्द परीक्षाओं के नतीजे घोषित करने चाहिए|
मोहित रस्तोगी ने कहा कि सरकार ने जिस तरह से मुख्य परीक्षाओं को लेकर प्राथमिकता दिखाई है। उसी तरीके से अब बेरोजगारी दूर करने के लिए रोजगार संबंधित परीक्षा में भी तीव्रता दिखाएं। जिससे युवाओं का भविष्य उज्जवल हो सके। सरकार द्वारा कुछ परीक्षाओं का 2 साल से रिजल्ट ही नहीं आया है। जिसमें एग्रीकल्चर टीए का रिजल्ट भी शामिल है।
आशुतोष मलिक ने कहा कि हमारा देश दिन पर दिन बेरोजगारी की चपेट में आता जा रहा है। सरकार एग्जाम के नाम पर फीस बटोर रही है। एग्जाम कराती है और फिर उसको ठंडे बस्ते में रख के सो जाती है। ऐसे में कैसे छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सकता है। सिर्फ परीक्षाओं को कराने से ही युवाओं का भविष्य नहीं सुधरेगा। उनको रोजगार भी प्रदान किया जाए।
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