नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। बीसीसीआई ने 10 नीतियां बनाई थीं। जिसके बाद अब नियमों को लागू कर दिया गया है। इसका नुकसान खिलाड़ियों को ही नहीं बल्कि कोच गौतम गंभीर को भी उठाना पड़ सकता है। आपको बता दें कि, बीसीसीआई ने टीम में अनबन की रिपोर्ट्स सामने आने के बाद कुछ सख्त रूल तैयार किए थे। जिनकों 10 नीतियां नाम दिया गया था। इन नीतियों में परिवार के साथ रूकने से लेकर खिलाड़ियों के एक साथ ट्रैवल करने तक के नियम बनाए गए थे।
चलिए जानते हैं बीसीसीआई के नए नियम
रिर्पोट्स के मुताबिक, सपोर्ट स्टाफ के निजी सहायक या मैनेजर को अब टीम बस में सीनियर खिलाड़ियों के साथ यात्रा करने की अनुमति नहीं है। न ही उन्हें एक ही होटल में खिलाड़ियों या सपोर्ट स्टाफ के साथ जाने की अनुमति है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारतीय कोच के गंभीर के साथ हमेशा रहने वाले उनके निजी सहायक को दौरे के बाद बीसीसीआई की इस सख्ती का सामना करना पड़ा।
बोर्ड दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ऐसा नहीं होने देना चाहता है। यह बताया गया है कि गंभीर का पीए यानि पर्सनल असिस्टेंट अब उन्हीं के होटल में रहने की जगह किसी अन्य होटल में रुक रहा है। इंग्लैंड और भारत के बीच सीरीज के दौरान ऐसा देखने को मिला है।
भारतीय ड्रेसिंग रूम से लीक होना काफी आम
बता दें कि, पिछले कुछ महीनों में भारतीय ड्रेसिंग रूम से लीक होना काफी आम हो गया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भी खबरें ‘लीक’ होने की बात सामने आई थी। ऐसा लगता है कि बोर्ड किसी भी अनधिकृत पहुंच की अनुमति न देकर इस तरह के ‘लीक’ को कम करने की कोशिश कर रहा है। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘उस निजी सहायक ने उस पांच सितारा होटल की घेराबंदी वाले क्षेत्र में नाश्ता कैसे किया जो सिर्फ टीम के सदस्यों के लिए निर्धारित है?’
चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खिलाड़ियों के साथ नहीं जा सकेंगे परिजन
बीसीसीआई के मुताबिक, चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खिलाड़ियों को उनके परिवार के सदस्यों, पत्नियों या भागीदारों के साथ जाने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी तरह के अपवाद पर खिलाड़ी को परिवार की यात्रा का खर्च खुद वहन करना होगा। इस तरह के उपाय स्पष्ट रूप से पहले नहीं थे। बोर्ड ने निजी शेफ, हेयर स्टाइलिस्ट और खिलाड़ियों के एजेंटों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।