- एमडीए उपाध्यक्ष, सचिव ने पूरी टीम के साथ किया मौके का निरीक्षण
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नंगला पातू में कैटल कॉलोनी बनेगी। ये कॉलोनी 2.27 हेक्टेयर में बनेगी। एमडीए बोर्ड की बैठक में ठीक अगले ही दिन प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी, सचिव चन्द्रपाल तिवारी अधीनस्थ अधिकारियों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। नियोजन अधिकारियों की टीम के साथ प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने कैटल कॉलोनी को लेकर विकसित करने के तमाम बिन्दुओं को लेकर मंथन किया। कैसे यहां कॉलोनी विकसित की जा सकती हैं? कितनी संभावनाएं है कि यहां पर शहर की पशु डेरी शिफ्ट हो सकती हैं? इन तमाम बिन्दुओं को लेकर अधिकारियों से बातचीत की।
बोर्ड बैठक में एक दिन पहले ही कैटल कॉलोनी को लेकर मुहर लगा दी गई थी। कहा गया था कि नंगला पातू में 2.27 हेक्टियर में कॉलोनी विकसित की जाएगी। यहां पर सरकारी जमीन खाली पड़ी हैं, जिसमें एमडीए सरकार से ये जमीन खरीदेगा, जिसके बाद ही इस जमीन पर कैटल कॉलोनी विकसित करने का प्लान बनेगा।
इन तमाम तथ्य को मौके पर पहुंचकर देखा। उनके साथ नियोजन अनुभाग की टीम भी मौजूद थी। टीपी विजय कुमार ने उन्हें एक-एक बिन्दू को लेकर समझाने का प्रयास किया। सड़कें कितनी चौड़ी होगी? किस तरह से यहां का पानी नाले में पहुंचाया जाएगा? डेयरी से किसी तरह की दिक्कत शहर को नहीं होगी। भविष्य में भी आसपास में गांव के लोगों को कैटल कॉलोनी से परेशानी नहीं होनी चाहिए? इसको लेकर प्लान किया जाएगा।
पहले डिमांड सर्वे होगा। इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया आरंभ होगी। इसके लिए प्रत्येक डेयरी संचालक से 10 हजार रुपये बतौर पंजीकरण के एडवांस जमा कराये जाएंगे। इसके बाद ही कैटल कॉलोनी को विकसित करने की दिशा में काम किया जाएगा। एमडीए अधिकारियों की करीब दो घंटे टीम मौके पर रही। धरातल पर जानकारी जुटाने के बाद प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी साथ में गए अधिकारियों की टीम के साथ वापस लौट गए। अब कागज पर इसी पूरी तस्वीर बनाई जाएगी, जिसको कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह के सामने रखा जाएगा। इसके बाद ही आगे सरकारी दस्तावेज बढ़ाये जाएंगे।