- पुलिस कार्यालय पहुंचे पीड़ित रोहित ने एसएसपी को अपना शिकायत पत्र देकर न्याय मांगा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आईपीएल में सट्टे के नाम पर धन कुबेर बनाने का झांसे में आकर एक शख्स बर्बाद हो गया। उसकी लाखों की रकम डूब गयी और आरोपी फरार हो गया। कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के कासमपुर निवासी रोहित गिल ने पुलिस से शिकायत की है। गुरुवार के पुलिस कार्यालय पहुंचे पीड़ित रोहित ने एसएसपी को अपना शिकायत पत्र देकर न्याय मांगा है। आरोप है कि उसके साथ आईपीएल में सट्टा लगाने के नाम पर 40 लाख रुपयों से ज्यादा की ठगी हुई है। सट्टेबाज ने पहले कम रुपये इंवेस्ट कराकर मुनाफा दिया और भरोसा जीता।
बाद में मोटा निवेश कराकर धोखा दे दिया। पैसा लेकर भाग गया। पीड़ित ने अपनी रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है। पीड़ित रोहित गिल ने बताया कि सचिन शर्मा नामक एक व्यक्ति से मेरी मुलाकात मेरे एक दोस्त ने कराई थी। उक्त सचिन शर्मा ने बताया कि हम आईपीएल में टीमें खरीदते हैं। उसमें पैसा लगाओ तुम्हें मोटा मुनाफा होगा। उसने बताया कि वो पूरा सेशन से लेकर मैच की हर बॉल को खरीदता है। उसके कहने पर मैंने पैसे लगाने शुरू कर दिए। पहले थोड़ा पैसा लगाया तो उसका मुझे मुनाफा मिलने लगा। जहां मुनाफा मिलने के बाद मुझे भरोसा हो गया।
मैंने रकम बढ़ा दी। पिछले दिनों मैंने इसमें 20 लाख रुपए आॅनलाइन, 20 लाख कैश लगा दिया। साथ ही घर में जो 10 से 15 लाख रुपयों का सोने का जेवर था वो भी गिरवी रखवाकर उस रकम को भी सचिन के कहने पर आईपीएल में लगा दिया, लेकिन अब उसने पैसे देना बंद कर दिया है। वहीं, पीड़ित रोहित ने बताया जब मैंने सचिन से अपना मुनाफा मांगा तो उसने मुझे धमकाते हुए कहा कि वो कोई पैसा नहीं देगा। उसने ये भी कहा अगर मैंने पैसे मांगे तो वो मुझ पर सट्टा खेलते हो इसका मुकदमा करा देगा।
झूठी रिपोर्ट कर देगा। आरोपी ने कहा था कि वो कुल निवेश पर पचास प्रतिशत का मुनाफा देगा, लेकिन अब कोई पैसा नहीं मिल रहा। वहीं पीड़ित का आरोप है कि 9 सितंबर को राजीव गुप्ता नाम के एक आदमी के दफ्तर में सचिन शर्मा ने मुझे मेरी पत्नी को बुलाया और मारपीट की है। मेरे जैसे और भी कई लोग हैं जिनसे इन लोगों ने ठगी की है। अपने पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी देते हैं।
दंपति के विरुद्ध एफआईआर हाईकोर्ट ने की निरस्त
मेरठ: थाना मवाना के अंतर्गत सहिम खान ने अपनी बेटी के रात में गायब होने पर सुबह खोजबीन में पता चला कि उनकी बेटी सिदरा खान ने पीयूष कुमार निवासी परीक्षितगढ़ के साथ फोटो इंटरनेट में वायरल है। तब पिता ने थाना मवाना में बेटी को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराकर शादी के प्रयोजन से अपहरण करने के संदर्भ में मुकदमा पंजीकृत कराया। दोनों प्रेमी जोड़ों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपने अधिवक्ता सुनील चौधरी के द्वारा एफआईआर को निरस्त किए जाने की याचिका दाखिल की। याचिका पर सुनवाई न्यायमूर्ति बीके बिरला व एके सिंह देशवाल के समक्ष हुई। याची के अधिवक्ता ने बताया कि दोनों बालिक है।
दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते हैं, सिदरा खान ने अपना धर्म परिवर्तन कर नाम बदलकर शिवानी के नाम से हिंदू धर्म को अपना लिया है। कन्वरजन सर्टिफिकेट दिल्ली की संस्था ने दिया है। फिर दोनों ने भागकर शिवमंदिर हरिद्वार में शादी कर ली और दोनों ने रजिस्टर्ड मैरिज उत्तराखंड रजिस्टार से भी प्राप्त कर लिया है और पति पीयूष की जान का खतरा बना है। इसके पश्चात उच्च न्यायालय ने एक अन्य केस का हवाला देते हुए पीयूष कुमार के विरुद्ध अपहरण का दर्ज मुकदमा को निरस्त कर दिया और युवती के पिता को छूट दी है कि अगर कोई गलत तथ्य न्यायालय में दाखिल किया गया है तो छह सप्ताह में रीकॉल एप्लीकेशन दाखिल कर सकते हैं।