- मोदीपुरम में स्टेशन के लिए पिलर का किया जा रहा निर्माण, देखी प्रक्रिया
- पिलर फाउंडेशन देख आश्चर्यचकित हुए छात्र
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शनिवार को कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह व डीएम के. बालाजी ने मेरठ स्थित आरआरटीएस कॉरिडोर का निरीक्षण किया। मोदीपुरम में स्टेशन की निर्माण प्रक्रिया को देखा। यहां पिलर का निर्माण किया जा रहा है। पिलर फाउंडेशन को भी देखा, जिसे छात्र देखकर आश्चर्यचकित हो गए।
बच्चों को बताया गया कि एलिवेटेड स्टेशन का निर्माण पिलरों के ऊपर किया जाता है। वे यह जानकर आश्चर्य चकित हुए की जितना ऊंचा पिलर वह जमीन के ऊपर देखते हैं। उससे कहीं ज्यादा हिस्सा जमीन के नीचे होता है, जिसे पिलर फाउंडेशन कहते हैं। इसके बाद सभी अधिकारीगण मेरठ नार्थ, डौरली और एमईएस कॉलोनी होते हुए बेगमपुल, भैंसाली और मेरठ सेंट्रल आदि स्टेशन के निर्माण को भी देखा।
भैंसाली पर भूमिगत स्टेशन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और टनल बोरिंग मशीन से सुरंगों का निर्माण किया जाना है। सभी ने इस विशाल मशीन के पार्ट्स को देखा जो यहां लाये जा रहे हैं। शीघ्र ही टनल बोरिंग मशीन के असेम्बलिंग की प्रक्रिया प्रारंभ होने वाली है। इसके बाद उन्हें रिठानी, मेरठ में एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के लिए लगाए गए लॉन्चिंग गैन्ट्री (तारिणी) द्वारा प्री कास्ट सेगमेंट लिफ्टिंग तकनीक को लाइव दिखाया गया।
अंत मे मेरठ में कॉरिडोर के अन्य स्टेशन को देखते हुए सबने शताब्दी नगर स्थित कास्टिंग यार्ड देखा जहां स्टेशन, वायाडक्ट आदि के निर्माण के लिए प्री कास्ट सेग्मेंट्स बनाये जा रहे हैं। साथ ही ट्रैक स्लैब फैक्ट्री में आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए ट्रैक स्लैब निर्मित किये जा रहें हैं। एनसीआरटीसी ने निर्माण स्थलों में और उसके आसपास व्यापक प्रदूषण नियंत्रण उपाय करते हुए निर्माण की गति को बनाए रखा है।
विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम नियमित रूप से इन उपायों की प्रभावशीलता की निगरानी कर रही है और जहां भी आवश्यक हो गतिविधियों को तेज कर रही है। निर्माण कार्य पर्याप्त ऊंचाई के बैरिकेडिंग जोन में किया जा रहा है और इन स्थलों पर पूरी तरह से साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है। निर्माण की धूल को निपटाने के लिए एंटी-स्मॉग गन, वाटर स्प्रिंकलर लगाए गए हैं। सभी कच्चे माल, मलबे को उनके चिन्हित स्थलों पर ढककर रखा जाता है। उनके साथ एसडीएम सरधना सूरज पटेल, एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।