- कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में कई दिनों से डेरा जमाए हुए हैं कांग्रेसी
- सुबह से ही कांग्रेसियों ने मवीकलां पहुंचना कर दिया था शुरू
जनवाणी ब्यूरो |
मुख्य संवाददाता, बागपत/खेकड़ा: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के स्वागत के लिए जनपद के कांग्रेसियों के अलावा वेस्ट यूपी के आसपास के जनपदों, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली आदि राज्यों के कांग्रेसियों ने जहां कई दिनों से आना शुरू कर दिया था वहीं मंगलवार की सुबह से ही यहां भारी जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। यात्रा के साथ जहां जन सैलाब रहा वहीं मवीकलां में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का पहुंचने का सिलसिला देर रात्रि तक जारी रहा।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के साथ जन सैलाब चल रहा है। राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही इस यात्रा के स्वागत की तैयारियां पहले ही शुरू हो जाती है। कांग्रेस की ओर से पहले ही सभी तैयारियां कर ली जाती है। बागपत जनपद में प्रवेश करने से पहले ही यात्रा की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई थी। यात्रा के रात्रि विश्राम को देखते हुए सभी बंदोबस्त कर लिए थे। यात्रा में शामिल होने के लिए वेस्ट यूपी के जनपदों व आसपास के राज्यों से मंगलवार की सुबह से ही पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।
राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली राज्यों से भी भारी संख्या में कांग्रेसी यहां पहुंचे हैं। यात्रा में महिलाओं की संख्या भी काफी है। देखा जाए तो बसों व अन्य वाहनों से सुबह से ही आने वालों की लाइन लगी थी, जबकि यात्रा के साथ पहले ही जन सैलाब चल रहा है। दूसरे राज्यों व आसपास के जनपदों से आए कांग्रेसियों ने यात्रा के स्वागत की तैयारियां दिन में ही कर ली थी। जिसके बाद यात्रा के पहुंचने पर उन्होंने स्वागत किया।
सुबह ही पहुंच गया था कंटेनरों का काफिला
यात्रा में राहुल गांधी के साथ चलने वाले कंटेनर सुबह ही मवीकलां पहुंच गए। कंटेनरों के अलावा जिन वाहनों के पास एंट्री पास थे उन्हें ही अंदर लिया गया, बाकी को बाहर ही रखा गया। इसके अलावा प्रियंका गांधी के विश्राम के लिए आई बस की लंबाई अधिक होने के कारण वह रिसोर्ट के बाहर ही खड़ी की गई। वह अंदर नहीं पहुंच पाई।
यात्रा से पहले ही पहुंच
गई थी टीम
मंगलवार शाम को यात्रा का जनपद में आगमन हुआ, लेकिन आगमन से पहले ही उनकी यूथ टीम सुबह ही जनपद में पहुंच गई। जिसने मवीकलां पहुंचकर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि उनकी टीम में कुल 125 सदस्य है। जो बीस- बीस के ग्रुप में बटे हुए है। उनकी यात्रा जहां जानी होती है उससे पहले ही वह व्यवस्थाओं को परखने के लिए पहुंच जाते है। वह पीछे आ रही यात्रा को इसका फीड बैक देते है। जहां व्यवस्था हल्की होती है उसे वहां पहुंचकर दुरुस्त करा लिया जाता है।