Monday, August 11, 2025
- Advertisement -

धर्मांतरण प्रकरण: करोड़ों की जमीन पर भू-माफिया की निगाहें?

  • बड़ा सवाल: धर्मांतरण कराने के पीछे कहीं कोई बड़ी साजिश तो नहीं

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: ब्रह्मपुरी क्षेत्र मकुुट महल के पीछे करोड़ों की जमीन पर कई वर्षों से झुÞग्गी झोपड़ी में लोग रहते हैं, वहां पर रह रहे गरीब लोगों का धर्मांतरण कराने के पीछे कही कोई बड़ी साजिश तो नहीं है। यह चौंकाने वाली बात है कि वर्षों से रह रहे लोगों को निशाना बनाकर इस जमीन को कैसे खाली कराया जाए या इस पर कब्जा कैसे किया जाए?

इसकी पटकथा पूरे तरीके से सत्ताधारी नेताओं और भू-माफिया व बिल्डर के बीच गोपनीय तरीके से लिखी गई है। चूंकि मामला लाखों का न होकर करोड़ों रुपये की जमीन को कब्जामुक्त करने का है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वहां रह रहे लोगों को किसी सूरत में हटाया नहीं जायेगा।

मंगतपुरम में 10 बीघा जमीन जिसकी कीमत करोड़ों की आंकी जा रही है। उस पर रहने वाले सैंकड़ों लोग कई वर्षों से रहते हैं। लेकिन वर्ष 2020 कोरोना काल में दिल्ली निवासी महेश नाम का व्यक्ति यहां आता है और गरीब लोगों को भोजन कपड़ा व रुपया देकर चला जाता है। वह जरूरतमंद लोगों की मदद करने कई बार आया और उन लोगों के बीच अपनी पैंठ बना ली।

इतना हीं नहीं अनिल नाम के युवक को वहां छोड़ दिया और उसके माध्यम से झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों की मदद करने लगा। इस बीच कई लोगों को विश्वास में लेकर धर्मपरिवर्तन के लिए उनके प्रेरित करता रहा, लेकिन विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस जमीन को पप्पू बिल्डर ने एक जैन नाम के व्यक्ति को बेच दिया था, लेकिन जमीन पर सैंकड़ों परिवार झुग्गी झोपड़ी में रहकर अपनी गुजर बसर करते हैं।

अब इन झुग्गी झोपड़ी वालों को कैसे यहां से हटाया जाये। इसकी पटकथा जैन बन्धु और सत्ताधारी नेताओं व भूमाफियाओं ने तैयार कर वहां रहने वाले लोगों के बीच ऐसे लोगों की घुसपैंठ करा दी। जिनके माध्यम से धर्मातंरण का मुद्दा बनाकर पुलिस व प्रशासनिक अफसरों तक पहुंचा जा सके।

धर्मातंरण के मुद्दे को लेकर शासन प्रशासन में उछालकर उक्त जमीन को खाली कराया जा सके, लेकिन भाजपा नेताओं द्वारा मामला उछालने पर प्रशासन ने भी यह ठान लिया था कि इस जमीन को खाली करा दिया जायेगा। जिले एक अफसर ने यहां तक भी बोल दिया था कि इस जमीन को खाली करा दिया जायेगा, लेकिन जब मामला आलाकमान तक पहुंचा तो अफसरों ने जमीन खाली कराने वाली बात को सिरे से खारिज करते हुए

यह कहना शुरू कर दिया है कि वहां जो लोग रह रहे हैं वैसे ही रहते रहेंगे। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात ये है कि सत्ताधारी नेताओं ने इस मुद्दे की शुरुआत की। इस जमीन को खाली कराने के लिए पर्दे के पीछे कौन है। यह जवाब पुलिस अफसरों के पास है। चूंकि शराब माफिया रमेश प्रधान के पकड़े जाने के बाद पुलिस उससे बहुत कुछ पूछताछ कर चुकी है।

मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं तो आंदोलन होगा

धर्मांतरण प्रकरण में अगर मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो दो दिन बाद हिन्दू समाज अांदोलन करेगा। धर्मांतरण प्रकरण में हिन्दू समाज सेवी सचिन सिरोही ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर महेश पास्टर की दो दिन के अंदर गिरफ्तारी नहीं हुई तो हिन्दू समाज के लोग आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। इसकी जिम्मेदारी मेरठ पुलिस और प्रशासन की होगी।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

पराश्रित मानसिकता गहन चिंता का विषय

राजेंद्र बज आमतौर पर आत्मनिर्भरता से आशय इस अर्थ में...

‘नो किंग्स’ आंदोलन ने ट्रंप को नकार दिया

लोकतंत्र के अलमबरदार माने जाने वाले भारत सरीखे देश...

आधुनिक विकास के विपरीत है

आदिवासी जीवन आदिवासी समाज की बदहाली को देखना-समझना चाहें तो...

Bihar SIR: तेजस्वी यादव का आरोप, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास दो EPIC नंबर

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...
spot_imgspot_img