- छात्रों ने कैंपस में किया हंगामा, विश्वविद्यालय पर लगाए गंभीर आरोप
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आज मंगलवार को एक बड़ी खबर मिली। खबर मिलते पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस में हंगामा मच गया। छात्रों ने बवाल मचा दिया। घटना सीसीएसयू के हॉस्टल में बीटेक थर्ड ईयर के छात्र की लटकती हुई शव मिलने की है। बताया जा रहा कि छात्र ने आत्महत्या की है।
फिलहाल सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी ली। पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। तो वहीं छात्रों ने हॉस्टल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी।
हंगामा कर रहे छात्रों के बीच वीसी संगीता भी पहुंची और उन्होंने कहा घटना काफी स्तब्ध करने वाला है। हम सभी एक परिवार हैं, इस घटना से हम सभी बहुत दुखी हैं। फिलहाल यह कैसे क्यों हुई विश्वविद्यालय भी अपने स्तर पर इसकी कमेटी बनाकर जांच कराएगा। साथ ही वीसी संगीता शुक्ला ने कहा हम मृतक छात्रा के परिवार वालों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और छात्रों की सभी मांगों पर विचार जरूर करेंगे।
दरअसल, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में छोटू राम इंजीनियरिंग काॅलेज के बीटेक थर्ड ईयर के एक छात्र की मौत की खबर मिलते ही पूरे कैंपस में जहां हड़कंप मच गया तो वहीं छात्रों ने हंगामा खड़ा कर दिया। एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह ने आक्रोशित छात्रों से बात की और समझाने की कोशिश की जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
जानकारी के अनुसार सीसीएस यूनिवर्सिटी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास के रूम नंबर 99 में मंगलवार सुबह प्रशांत पुत्र नागेश पांडेय निवासी बनारस का शव उसके कमरे में पंखे से लटका मिला। छात्रों ने पुलिस को जानकारी दी।
प्रशांत के साथ रूम में रहने वाले दो अन्य छात्रों के अनुसार सुबह 8:00 बजे वे क्लास लेने के लिए कॉलेज चले गए थे। प्रशांत ने क्लास में जाने से मना कर दिया था। उसके बाद प्रशांत ने आत्महत्या कर ली। छात्र वापस आए तो प्रशांत का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला।
पुलिस ने मौके पर छानबीन की लेकिन कोई आत्महत्या का नोट नहीं मिला है। परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है। बताया गया कि प्रशांत दो बहनों का इकलौता भाई था। वहीं बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
छात्रों के बीच यह भी चर्चा है कि प्रशांत की चार विषयों में बैक आ गई थी। इस कारण से कहीं तनाव में आकर तो उसने यह कदम नहीं उठाया। वहीं कुछ छात्र वार्डन और प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।