जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भ्रष्टाचार के मुद्दे पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तल्ख दिखे। उन्होंने दो टूक ऐलान कर दिया कि भ्रष्टाचार करने वालों को सरकार पाताल से भी खोज निकालेगी। भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सरकार की तरफ से की जाती हैं। हालांकि डिप्टी सीएम निर्धारित समय से करीब तीन घंटा विलंब से सर्किट हाउस पहुंचे। यहां पहले से ही भाजपा नेता और कार्यकर्ता स्वागत करने के लिए मौजूद रहे।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 2017 से 22 तक भाजपा का शासन ने जनता में छाप छोड़ी हैं। अब 2022 से 27 तक भाजपा की सत्ता रहने वाली हैं। क्योंकि जिस तरह से प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए सरकार गठन के बाद से ही प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मंत्री समूह का गठन कर हर जिले में समीक्षा के लिए भेजा जा रहा है। साथ ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को प्रेषित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है, जहां सबका हित सुरक्षित हैं। भेदभाव नहीं होता, यहां सम्मान होता हैं। सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ आमजन व पात्रों तक पहुंचे, इसके लिए हर स्तर पर समीक्षा वह निगरानी की जा रही है। सरकार गठन के तत्काल बाद मंत्री समूह का गठन किया गया और जिले की समीक्षा के लिए भेजा गया।
मंत्री समूह जिलों में योजनाओं की समीक्षा करने के साथ आमजन को मिल रहे लाभ की संग सभी कर रहे हैं। साथ ही मंत्री समूह रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज रहे हैं। कई विभागों की भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि यदि कोई भ्रष्टाचार या गड़बड़ी में लिप्त पाया जाता है तो उसे पाताल से भी सरकार खोज निकालेगी और दंडित करेगी। प्रदेश सरकार पूरे पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करा रही है, साथ ही युवाओं के रोजगार पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
अमृत सरोवर योजना के बारे में डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में अमृत सरोवर का निर्माण कराया जा रहा है, मेरठ में 70 सरोवर बनेंगे। जहां कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होगा। अमृत सरोवर पर बलिदान हुए सैनिकों के परिजनों को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं, लेकिन जनता इन सब का सच समझ चुकी है।
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद पर सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा कि यह न्यायिक प्रक्रिया है, इस पर सभी को भरोसा करना चाहिए। इस पर कोई बयान बाजी करना ठीक नहीं है। पत्रकारों से बातचीत करने के बाद डिप्टी सीएम कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से भी रूबरू हुए।
पैदा हुई अव्यवस्था
जिस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे तो सर्किट हाउस के हॉल में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। पुलिस कर्मी भी भीड़ को किसी तरह से नियंत्रित करते दिखे, लेकिन भीड़ कहा मानने वाली थी, फिर डिप्टी सीएम ने भी कुछ लोगों को धमकाया। यह अफरातफरी सेल्फी लेने के चक्कर में भी हुई। प्रत्येक कार्यकर्ता डिप्टी सीएम के साथ सेल्फी लेना चाहता था। कार्यकर्ताओं की भावना को डिप्टी सीएम भी समझ गए थे, इसलिए आधा घंटे तक सेल्फी व स्वागत का दौर चलता रहा।
विभागीय समीक्षा भी की
बैठक के बाद विभागीय समीक्षा भी की। हालांकि डिप्टी सीएम की मीटिंग में कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह, डीएम दीपक मीणा समेत तमाम आला अफसर मौजूद रहे। कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के बाद डिप्टी सीएम ने विभागीय समीक्षा की तथा ईमानदारी का अफसरों को पाठ पढ़ाया, कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए।
ड्यूटी बन गई…सजा
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य के आने का कार्यक्रम दोपहर एक बजे का था। यह सरकारी कार्यक्रम प्रसारित होने के बाद पुलिस के आला अफसरों ने डिप्टी सीएम को गार्ड आॅफ आॅनर देने के लिए पुलिस लाइन से पुलिस कर्मियों को पूरी तैयारी के साथ सर्किट हाउस में बुलाया। तपिश भरी गर्मी में ठीक एक बजे पुलिस कर्मी वर्दी पहनकर डिप्टी सीएम को गॉड आॅफ आॅनर देने के लिए तैयार हो गए। गर्मी में पुलिस कर्मी पसीना-पसीना थे, लेकिन ड्यूटी थी। शाम पांच बजे डिप्टी सीएम सर्किट हाउस पहुंचे, तब तक पुलिस कर्मी वर्दी पहनकर गॉड आॅफ आॅनर देने के लिए खड़े रहे। यह भी ड्यूटी का हिस्सा है।