Sunday, June 1, 2025
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डबल मर्डर: पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार से किया इंकार

  • आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अडे
  • तीन घंटे बाद पहुंचे एसडीएम तो अंतिम संस्कार को माने परिजन

जनवाणी संवाददाता |

हस्तिनापुर: हस्तिनापुर मुख्य मार्ग पर हुए डबल मर्डर से क्षेत्र में कोहराम मचा है। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचे तो परिजनों ने मांग पूरी न होने तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों के घंटों प्रयास के बाद भी परिजन आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। लगभग तीन घंटे बाद एसडीएम मौके पर पहुंचे और मांग पूरी होने के आश्वासन के बाद परिजनों ने ई-रिक्शा चालक सुरेंद्र का अंतिम संस्कार किया।

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बता दे कि रविवार देर शाम कस्बे के मुख्य मार्ग स्थित मखदूमपुर कालोनी के समीप पाली निवासी ई-रिक्शा चालक सुरेंद्र पुत्र रमेश और उसमें सवार पत्रकार अरविंद उर्फ कालू की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद दोनों के परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर घंटों हस्तिनापुर-मवाना मार्ग पर जाम लगा दिया था। पत्रकार अरविंद की पत्नी गीता ने बेटे सहित छह लोगों को नामजद कराते हुए थाने पर मुकदमा पंजीकृत कराया था।

सोमवार सुबह लगभग आठ बजे पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव गांव पहुंचे तो ई-रिक्शा चालक के परिजनों ने सुरेंद्र के अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। वहीं, पत्रकार के परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर थाने के समीप सड़क पर शव रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। आलाधिकारियों के जल्द कार्रवाई किये जाने के आश्वासन पर पत्रकार अरविंद के परिजनों ने लगभग नौ बजे अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन ई-रिक्शा चालक के परिजनों ने मांग पूरी न होने तक शव के अंतिम संस्कार न करने की मांग पर अड़े रहे।

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जिसके चलते एसपी देहात कमलेश बहादुर व कई थानों की फोर्स पाली गांव पहुंची और परिजनों से वार्ता कर सुरेंद्र का अंतिम संस्कार करने के लिए कहा, लेकिन पीड़ित परिजन आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने के मांग करने लगे। लगभग 11 बजे एसडीएम अखिलेश यादव मौके पर पहुंचे और परिजनों की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों ने हस्तिनापुर स्थित कर्णघाट पर सुरेंद्र का अंतिम संस्कार किया।

तानाशाह एसएचओ की कथनी, खराब कर दूंगा बच्चों का भविष्य

घटना से क्षुब्ध ई-रिक्शा चालक के परिजनों ने मांग पूरी न होने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करना चाहते थे, लेकिन थाना प्रभारी हस्तिनापुर जल्द से जल्द शव का अंतिम संस्कार कराने पर तुले थे। ग्रामीणों का इंकार तानाशाह एसएचओ को नागवार लगा।

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उन्होंने आलाधिकारियों के आदेशों को दरकिनार किया और अधिकारियों के सामने ग्रामीणों को चुनौती देते हुए शव का अंतिम संस्कार न करने पर गांव और गांव के पढ़े-लिखे बच्चों का भविष्य खराब करने तक की चेतावनी दे दी। इसके बाद भी ग्रामीण और परिजन नहीं माने तो एसएचओ दिनेश शर्मा ने शव को जबरन उठाकर अंतिम संस्कार करने का बात कही।

तमाशबीन हट जाओ, बाकी को हम खुद देख लेंगे

पोस्टमार्टम के बाद ई-रिक्शा चालक सुरेंद्र का शव गांव पहुंचा तो पीड़ित परिजनों ने मांग पूरी होने तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। जिससे पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये, लेकिन इसी बीच एसएचओ दिनेश शर्मा ने पीड़ित में अपना खौफ कायम करना चाहा और माइक से खुलेआम आलाधिकारियों के समक्ष कहा कि मौके से तमाशबीन हट जाये, बाकी को हम खुद देख लेगे।

बसपा विधानसभा अध्यक्ष को लिया हिरासत में तो भड़के ग्रामीण

ई-रिक्शा चालक सुरेंद्र के परिवार के साथ ग्रामीण सुरेंद्र की मौत के चलते गम में डूबे थे, लेकिन थाना प्रभारी हर ओर ग्रामीणों को अपना खौफ दिख रहे थे। आलाधिकारियों से परिवार की ओर से वार्ता करने के लिए आये बसपा विधानसभा अध्यक्ष और आलाधिकारियों से बसपा विधानसभा अध्यक्ष बृजपाल फौजी को हिरासत में ले लिया, लेकिन एसडीएम अखिलेश यादव के मौके पर पहुंचने के बाद और ग्रामीणों के विरोध के चलते मौके पर ही छोड़ दिया गया।

दो परिवारों के साथ छह बच्चों का पालनहार था सुरेंद्र

रविवार देर शाम डबल मर्डर में मारे गए ई-रिक्शा चालक सुरेंद्र की मौत के बाद दो परिवारों पर गमों का पहाड़ टूट गया। ग्रामीणों की माने तो ई-रिक्शा चालक परिवार के साथ चाचा के बेटे विक्की उर्फ बृजपाल के परिवार का भी पालन पोषण करता था। जिसकी गृह-क्लेश के चलते लगभग एक साल पूर्व मौत हो गई थी।

संदिग्ध हालात में लटका मिला मेड का शव

मोदीपुरम: उड़ीसा की रहने वाली युवती मरियम उर्फ मैरी (20) जोकि दिल्ली की डूगडूग कंपनी द्वारा मोदीपुरम इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में जसवीर सिंह के मकान में तीन महीने पहले उनके बच्चों की देखभाल करने के लिए नौकरी पर आई थी। सोमवार को वह जसवीर सिंह के मकान के बाथरूम में नहाने के लिए गई थी और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। जब वह बाहर निकल कर नहीं आई तो जसवीर सिंह के परिवार के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजे को तोड़कर अंदर जाकर देखा तो मरियम उर्फ मैरी का शव फांसी पर लटका हुआ मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी के लिए भिजवा दिया।

नौ हजार प्रतिमाह पर आई थी मेड

चौकी मोदीपुरम के अंतर्गत इंद्रप्रस्थ स्टेट्स फेज-टू मकान नंबर-111 फर्स्ट फ्लोर में जसविंदर सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी इंद्रप्रस्थ स्टेट फेज-टू के यहां पर एक मरियम उर्फ मैरी पुत्री ईसा जोजो निवासी उड़ीसा नौकरानी के रूप में काम करती थी। सुबह उठकर नौकरानी नहाने के लिए बाथरूम में गई तो वहां पर दुपट्टे वाले कपड़े से लटकी हुई हालत में मिली है। थाना पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उल्लेखनीय है कि उक्त नौकरानी दिल्ली एजेंसी डूगडूग सेवा सेंटर के द्वारा नौ हजार प्रतिमाह पर उक्त के घर पर काम करने के लिए लगाई गई थी। जिसे एजेंट माइकल द्वारा मकान पर काम आई थी। करीब तीन माह पहले काम पर लगाई गई थी।

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