- शहर भर के सीवरों की गंदगी बगैर ट्रीटमेंट डाली जा रही कसेरूखेड़ा नाला में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर की बेहद पॉश कालोनियों में शुमार मवाना रोड स्थित डिफेंस कालोनी में रहने वालों का इन दिनों हवा में फैली सड़ांध की वजह से सांस लेना भी मुहाल हो गया है। दरअसल, शहरभर के तमाम सीवरों की गंदगी डिफेंस कालोनी से सटे कसेरूखेड़ा नाले में डाली जा रही है। केवल डिफेंस कालोनी ही नहीं मीनाक्षीपुरम, राधा गार्डन व गंगानगर के लोग भी हवा में फैल रही सड़ांध से परेशान हैं।
इसकी अनेक बार शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन इससे जुड़े अफसरों की नींद टूटती नजर नहीं आ रही है। यहां गंदा पानी बगैर ट्रीटमेंट प्लांट के ही सीधे नाले में डाला जा रहा है। जबकि एनजीटी का सख्त निर्देश है कि बगैर ट्रीटमेंट प्लांट के नालों का पानी नदी में न जाने दिया जाए। इसके बावजूद जिम्मेदार पूरी तरह बेपरवाह हैं।
योजनाएं तो बन रही है, लेकिन उनका क्रियान्वयन क्यों नहीं हो रहा है? इसका किसी के पास जवाब नहीं है। क्षेत्र में दो-दो ट्रीटमेंट प्लांट होने के बाद भी शहर भर के सीवरों से गंदगी लाकर डिफेंस कालोनी के नाले में बहायी जा रही है। इसकी वजह से न केवल यहां का भूमिगत जल स्रोत प्रदूषित हो गया है, बल्कि इसकी वजह से नाले के आसपास रहने वाली डिफेंस कालोनी समेत एक बड़ी आबादी इस गंदगी के कारण नाले से उठने वाली सड़ांध से बुरी तरह से परेशान हैं।
ऐसा केवल सरकारी वाहन ही नहीं करते बल्कि तमाम प्राइवेट वाहन चालक जो घरों तथा कालोनियों में सीवर की सफाई कर वहां की गंदगी टैंकरों में भर लाते हैं, वो भी ऐसा कर रहे हैं। जबकि कुछ ही दूरी पर भारी भरकम रकम खर्च कर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं। इस गंदे पानी से मच्छरों का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है। नतीजा ये है कि धड़ल्ले से गंदा पानी जगह-जगह नालों से नदी में पहुंच रहा है। इससे नदी प्रदूषित हो रही है।
हर तरफ गंदगी ही गंदगी
क्षेत्र में नालियों का सीधा गंदा पानी बगैर ट्रीटमेंट प्लांट के ही गंदा पानी कसेरूखेड़ा नाले में छोड़ा जा रहा है। इसका प्रभाव ये हो रहा है कि जो नाला पहले से ही गंदगी से दम तोड़ चुका है। वह गंदे पानी का भंडार बनकर रह गया है। नाले में जिस प्रकार से शौच बहाया जाता है। उससे नाले में शौच बहाने वालों को तो राहत मिलती है, लेकिन अधिकांश लोगों को इससे काफी परेशानी हो रही है। खुले नाले में शौच बहने के कारण उससे बदबू उठती रहती है। जो लोगों को परेशान कर रही है। नाले की स्थिति ऐसी हो गयी है कि वह कभी भी महामारी का रूप धारण कर सकती है।