- रेवेन्यू बढ़ाने पर हो अधिकारियों का फोकस: संजीव मित्तल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सदर तहसील का मंगलवार को निरीक्षण करने पहुंचे उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष एक घंटा ही तहसील में रुके। इस दौरान 15 मिनट में परिसर एवं कार्यालय के साथ भवनों का स्थलीय निरीक्षण किया। 45 मिनट तक एसडीएम कार्यालय के बंद कमरे में विभिन्न फाइलों की समीक्षा की। वह निरीक्षण में अधिकारियों को केवल रेवेन्यू बढ़ाने पर फोकस करने का निर्देश दिया।
वहीं, तहसील के भवन, परिसर एवं कार्यालय के रखरखाव पर अधिकारियोें की पीठ थपथपा गये। हालांकि डीएम से लेकर एसडीएम एवं अन्य तहसील के अधिकारियों ने उनका इस तरह से घेरा बना रखा था कि कोई उनके पास तक न पहुंच सके और कोई शिकायतकर्ता या अन्य कोई सवाल जवाब कर सके। हालांकि वह भी खुद भी जनता व मीडिया से दूरी बनाते दिखाई दिये।
सदर तहसील का निरीक्षण करने पहुंचे उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव मित्तल मंगलवार को दोपहर 3 बजकर 45 मिनट पर पहुंचे। जिसमें कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे., डीएम दीपक मीणा, एसडीएम ओजस्वी राज, तहसीलदार रामेश्वर प्रसाद ने उन्हे बुकें भेंटकर उनका स्वागत किया। उसके बाद उन्हे पुलिस कर्मियों ने गार्द समाली दी गई। उसके बाद वह सीधे भूलेख-अभिलेखागार का निरीक्षण करने पहुंचे और एक मिनट में ही निरीक्षण कर वह बाहर आ गये।
जिसके बाद उन्होंने तहसील की महिला कर्मचारी से फर्द एक खसरा खतौनी सही तरह से किसानों को मिल रही हैं या नहीं उसकी जानकारी ली जिस पर महिला कर्मी ने जवाब दिया। किसानों को कोई परेशानी खसरा खतौनी उपलब्ध कराये जाने में नहीं आ रही हैं। उसके बाद नायब तहसीलदार कोर्ट, आपूर्ति कार्यालय, न्यायालय तहसीलदार चतुर्थ, पंचम, सष्टम के कार्यालय का निरीक्षण किया और उसके बाद वह तहसीलदार कार्यालय एवं तहसीलदार कोर्ट, राजस्व लिपिक कक्ष, नवनिर्मित कंप्यूटर रूम पहुंचे और उन्होने एक-एक मिनट का समय भी एक कार्यालय को नहीं दिया,
किसी कार्यालय में तो कदम तक नहीं रखा। 15 मिनट में पूरी तहसील का निरीक्षण किया और तहसील के अधिकारियों की तहसील परिसर व भवन की साफ सफाई रखने पर पीठ थपथपाई। वहीं, कुछ फरियादी उनसे मिलने पहुंचे तो डीएम से लेकर एसडीएम एवं तहसीलदार के साथ समस्त तहसील कर्मियों ने उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव मित्तल का कुछ इस तरह से घेरा बना रखा था कि फरियादी तो दूर कोई मीडिया कर्मी भी उनसे कोई सवाल आदि न पूछ ले।
हालांकि संजीव मित्तल खुद भी मीडिया से दूरी बनाते नजर आये ताकि कुछ मुद्दे मीडिया कर्मी इस तरह के न पूछ लें। उन्हे तहसील के निरीक्षण के दौरान सब कुछ ओके कहने के बाद भी कोई कार्रवाई न करनी पड़ जाये। उन्होंने करीब 45 मिनट एसडीएम के कार्यालय में बंद कमरे में विभिन्न विभागों के फाइलों की समीक्षा की। इस दौरान मीडिया को दूर ही रखा कि बंद कमरे में क्या चल रहा है?
उन्होंने रजिस्टर नंबर-4, नीलामी आदि के हिसाब किताब रखा जाता है, उसे मंगाया। जिसकी देखरेख मवाना में पूर्व में निलंबित हुये नाजिर सुल्लड सिंह कर रहे हैं। उन्होंने रजिस्टर के बाद राजस्व संहिता की किताब भी मंगवाई। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहीं न कहीं किसी मत्स्यपालन एवं तालाब की नीलामी के ठेके में कुछ गड़बड़ी की शिकायत रही होगी। हालांकि कमरे से बाहर आने के बाद अध्यक्ष संजीव मित्तल एवं डीएम ने समीक्षा में सबकुछ ओके मिलने की बात कही।
हालांकि एक रिपोर्टर ने पूछा कि राजस्व संहिता क्यों मंगवानी? कुछ रिकॉर्ड में नियम विरुद्ध मामला तो नहीं पकड़ा। जिस पर उन्होंने कहा कि मीडिया अपना काम करें और हम अपना कार्य कर रहे हैं। तहसील में सबकुछ ओके मिला। केवल रेवेन्यू बढ़ाने पर अधिकारी अपना फोकस करें। यही निर्देश समीक्षा बैठक में दिया है। वह पौधरोपण करने के बाद ठीक एक घंटे बाद 4 बजकर 45 मिनट पर तहसील मुख्यालय से काफिले के साथ रवाना हो गये।
अधिकारी, राजस्व निरीक्षण एवं लेखपाल ड्रेस कोर्ड में दिखे
उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव मित्तल के निरीक्षण के दौरान डीएम, एसडीएम एवं तहसीलदार काले कोर्ट पेंट के ड्रेस कोर्ड में दिखाई दिये। वहीं राजस्व निरीक्षक एवं लेखपाल सफेद शर्ट एवं नीली एवं काली पेंट में नजर आये।
बडेÞ बकायेदारों की सूची लगाई
तहसील मुख्यालय पर अधिकारियों के द्वारा बडेÞ बाकायेदारों की सूची चस्पा नहीं कराई गई थी। जिसमें अध्यक्ष संजीव मित्तल के निरीक्षण से पूर्व आनन-फानन में बडेÞ बकायेदारों की सूची चस्पा कराई गई। जिसके चले लोगों को तहसील के बडे बाकायेदारों के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने सूची को देखा।
तहसील में मिला आरओ का पानी
तहसील मुख्यालय पर पीने के पानी की समुचित व्यवस्था दिखाई नहीं देती। वहीं, सरकारी हैंडपंप भी अक्सर खराब रहता है। वहीं, निरीक्षण से पूर्व पीने के पानी के लिये आरओ लगाया गया। जिस पर लोगों को पीने के लिये शीतल जल मिला।
सफाई कर्मचारी दिनभर बहाते रहे पसीना
निरीक्षण से पूर्व दिनभर सफाई कर्मियों को पसीना बहाना पड़ा और यदि कोई सूखा पत्ता भी टूटकर गिरता तो उसे हटवाने के लिये अधिकारी उन्हे तत्काल हटवाने के लिये दौड़ा देते। वहीं यदि बिछाई गई कालीन पर कोई पैर रख देता तो अधिकारी उसके पीछे दौड़ लगा देते और इस दौरान कालीन पर पैर रखने को लेकर कई तहसील कर्मियों को भी डांट खानी पड़ी।
निरीक्षण के दौरान मार्ग पर लगा जाम
निरीक्षण के लिये जैसे ही संजीव मित्तल तहसील पहुंचे तो करीब 10 से 15 मिनट उनके आने से पहले और जब वह तहसील से निरीक्षण के बाद रवाना हुए तो 15 मिनट तक मार्ग पूरी तरह यातायात पुलिस कर्मियों ने बंद रखा। इस दौरान मार्ग से होकर गुजरने वाले राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी।