सैयद मशकूर (जनवाणी)
सहारनपुर के क्रिकेट और क्रिकेट खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ी भूमिका मोहम्मद अकरम की मानी जाती है।एसडीसीए के चेयरमैन मोहम्मद अकरम ने जनपद के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए एसोसिएशन के माध्यम से तमाम प्रयास किए हैं। इसीलिए सहारनपुर के न केवल लड़कों बल्कि लड़कियों को भी उत्तर प्रदेश के क्रिकेट में अहम स्थान हासिल है।
यह प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के लिए मोहम्मद अकरम की बहुत बड़ी भूमिका रही है। लेकिन हम आज एक ऐसे इंसान का जिक्र कर रहे हैं।जिसके बारे अगर कहा जाए कि सहारनपुर के क्रिकेट को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में राजीव गोयल उर्फ टप्पू की भूमिका आज किसी द्रोणाचार्य से कम नहीं है। उनकी कोचिंग में न केवल बेहतरीन खिलाड़ी तैयार हुए हैं, बल्कि उन्होंने कई युवाओं के जीवन को नई दिशा भी दी है।
राजीव गोयल उर्फ टप्पू की पहचान सिर्फ कोच के रूप में नहीं, बल्कि मार्गदर्शक, अभिभावक और प्रेरणास्रोत के रूप में भी बन चुकी है।राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने अपने समय के अनुभव और अधूरे सपनों को आधार बनाकर यह ठाना कि सहारनपुर के किसी भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी का सपना अधूरा नहीं रहेगा। यही सोच उन्हें आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के निर्माण में अग्रणी बनाती है।
प्रशांत वीर: मिलर से आईपीएल स्टार तक
सहारनपुर क्रिकेट की पहचान बन चुके युवा खिलाड़ी प्रशांत वीर की कहानी भी राजीव गोयल उर्फ टप्पू के समर्पण और संघर्ष को दर्शाती है। मूल रूप से अमेठी के रहने वाले प्रशांत वीर को सहारनपुर का ‘मिलर’ कहा जाता है। साल 2018 से राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने प्रशांत वीर को अपने घर पर रखा और क्रिकेट की बारीकियां सिखाईं, जबकि उनका पूरा परिवार अमेठी में रहता है। प्रशांत वीर के पिता शिक्षामित्र हैं और इसके चलते उनकी आमदनी बहुत कम है।
परिवार का गुजारा प्रशांत वीर के दादा की पेंशन से चलता था। लेकिन उनकी मौत के के बाद यह भी बंद हो गई।ऐसे में खेल के प्रति जुनून और प्रतिभा को देखते हुए राजीव गोयल टप्पू ने प्रशांतवीर को परिवार जैसा माहौल दिया और तकनीकी, मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत खिलाड़ी के रूप में तैयार किया।आज उसी मेहनत का परिणाम है कि प्रशांत वीर को आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स ने 14 करोड़ 20 लाख रुपए में खरीदा, जो किसी अनकैप्ड खिलाड़ी के लिए अब तक की सबसे बड़ी नीलामी मानी जा रही है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल प्रशांत वीर को, बल्कि सहारनपुर क्रिकेट और उनके कोच राजीव गोयल उर्फ टप्पू को भी देशभर में पहचान दिलाई है।
मोहम्मद अमान: संघर्ष से सफलता तक
राजीव गोयल उर्फ टप्पू द्वारा तराशे गए खिलाड़ियों में मोहम्मद अमान का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। मोहम्मद अमान भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं। कोरोना काल के दौरान उनके माता-पिता का निधन हो गया था। इस कठिन समय में राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने न केवल उनका मनोबल बढ़ाया, बल्कि क्रिकेट में करियर बनाने के लिए हर स्तर पर उनका साथ दिया। प्रशिक्षण से लेकर संसाधनों और मानसिक सहयोग तक, राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने अमान को संभाला और आगे बढ़ाया। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा ने मोहम्मद अमान को आत्मविश्वास दिया और युवा खिलाड़ी ने अपनी क्षमता के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई।
राजीव गोयल उर्फ टप्पू को है गर्व और संतोष
इस उपलब्धि पर राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने कहा, “मुझे गर्व है, लेकिन यह सिर्फ मेरा व्यक्तिगत गौरव नहीं है। मेरी असली खुशी इस बात में है कि हमारे मार्गदर्शन और मेहनत से युवा खिलाड़ियों ने देश और शहर का नाम रोशन किया। मोहम्मद अमान और प्रशांत वीर जैसी प्रतिभाओं को देखकर जो संतोष और खुशी मिलती है, वह किसी व्यक्तिगत पुरस्कार या सम्मान से कहीं अधिक है। मेरा हमेशा उद्देश्य रहा है कि सहारनपुर के युवा खिलाड़ी अपने सपनों को पूरा करें और उन्हें हर संभव सहयोग मिले।”
एसोसिएशन चेयरमैन मोहम्मद अकरम का है यह कहना
सहारनपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमैन मोहम्मद अकरम ने कहा, “राजीव गोयल उर्फ टप्पू न केवल बेहतरीन कोच हैं, बल्कि एक अच्छे इंसान भी हैं। उन्होंने क्रिकेट के माध्यम से युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है। उनकी मेहनत, लगन और संघर्ष सहारनपुर क्रिकेट के लिए प्रेरणा का स्रोत है। सहारनपुर क्रिकेट के इस द्रोणाचार्य की कहानी न केवल खेल, बल्कि इंसानियत और समर्पण की मिसाल बन चुकी है। मोहम्मद अकरम ने कहा कि राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने एसबीबीए क्रिकेट अकादमी की स्थापना की।
आज यह अकादमी सहारनपुर क्रिकेट की नर्सरी बन चुकी है, जहां खिलाड़ियों को तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुशासन, संघर्ष, आत्मविश्वास और जिम्मेदारी का भी पाठ पढ़ाया जाता है। वहीं यूपीसीए कमेटी सदस्य साजिद उमर का कहना था कि राजीव गोयल उर्फ टप्पू की मेहनत, समर्पण और संघर्ष की यह कहानी सहारनपुर क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा है, जो भविष्य में और अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सितारों को जन्म देने की क्षमता रखती है।
उन्होंने कहा कि राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने न केवल क्रिकेट को बढ़ावा दिया है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में भी अहम भूमिका निभाई है। उनकी एकेडमी में शोएब अनस और दीपक राणा जैसे युवा खिलाड़ी तराशे गए हैं, जबकि महिला क्रिकेटर वंशिका सैनी यूपी की टीम से खेल रही हैं।



