Tuesday, April 16, 2024
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किसानों की आवाज दबाने वाली हरियाणा सरकार हो बर्खास्त

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  • सरकार चला रही अपनी मर्जी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ/मोदीपुरम: सरकार अपनी मनमर्जी चला रही है। किसान अवाज उठा रहे है तो उन पर लाठीचार्ज कर उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा, देश का किसान जाग गया है, वह अपने हक की लड़ाई लडेÞगा और कानून का विरोध करेगा। टोल प्लाजा पर जमे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान दिल्ली के लिए निकल गए।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि वह अपनी मांगे ही तो मांग रहे है। हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ में जादती की है। नेशनल हाइवे केंद्र का है और हाइवे बंद कर किसानों को रोक दिया। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सड़क पर गड्ढे खोदे गए। ये पुलिस ने पूरी आरजकता चलाई वहां पर ऐसी सरकार बर्खात होनी चाहिए।

कृषि कानून किसानों की बबार्दी वाला कानून है। इस कानून से किसानों को तो नुकसान होगा ही साथ ही जनता को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। खरीदारी व स्टॉक में छूट दिए जाने के कारण बड़े व्यापारी फसल खरीदकर स्टॉक लगा लेंगे और बाजार से माल खत्म होने के बाद कालाबाजारी कर अपनी जेबे भरेंगे।

इस कानून से जनता की जेब पर भी असर पड़ने वाला है। सरकार उद्योगपतियों को और व्यापारियों को लाभ दे रही है। किसान की कमर टूट रही है, किसानों पर कोई ध्यान नहीं है। अब दिल्ली में जाकर ही रुकेंगे और वहीं पर अपनी मांगे मनवाएंगे।

टोल पर रहा कब्जा

टोल प्लाजा पर भाकियू के पदाधिकारी शुक्रवार की शाम को ही पहुंच गए थे। जबकि पुलिस प्रशासन भी पहले से ही मुस्तैद था। रात में उनके विश्राम की व्यवस्था भगवती कॉलेज में की गई थी,जबकि शनिवार सुबह से ही किसान आने शुरू हो गए थे और किसानों ने दिल्ली कूच की तैयारी कर ली थी। किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और गाड़ियों से भरकर दिल्ली के लिए निकले। टोल प्लाजा से करीब पौने 11 बजे दिल्ली के लिए टिकैत का काफिला निकला, नारेबाजी करते हुए वह आगे की और बढ़ते गए।

चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस

किसानों ने डेरा टोल प्लाजा पर जमाया था और यहीं से ही रणनीति बनाई थी। किसान रणनीति के स ाथ आगे बढ़ रहे थे तो पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद था। पुलिस प्रशासन ने हाइवे पर पूरी व्यवस्था कर रखी थी। हाइवे पर जगह जगह पुलिस बल तैनात किया गया था। यहां तक की काफिले के आगे आगे पुलिस की गाड़ियां चल रही थी।

नहीं लगने दिया जाम, एक और चला रेला

राकेश टिकैत किसानों के साथ हाइवे पर एक और चलते रहे, जबकि दूसरी ओर वाहनों को निकाला गया था। पहले से ही पुलिस ने रुट को डायवर्ट कर दिया था। किसान नारेबाजी और हुक्का गुड़गुड़ाते हुए आगे की ओर बढ़ रहे थे। उनका साफ कहना था कि वह अब पीछे नहीं हटेंगे आगे बढ़ते जाएंगे।

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