- अवैध होर्डिंग नहीं हटें तो कार्रवाई को रहे तैयार
- नगरायुक्त ने अवैध होर्डिंग हटाने के दिये निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर अवैध होर्डिंग से पटा पड़ा हैं जहां देखें वहां सड़कों पर होर्डिंग नजर आते हैं। जबकि अभी तक होर्डिंग का ठेका तक नहीं छोड़ा जा सका है। शहर में लगाए गए अवैध होर्डिंग को लेकर नगरायुक्त अमित पाल ने नाराजागी जताई और उन्होंने अधिकारियों को तुरंत अवैध होर्डिंग हटाने के निर्देश दिये। कहा, कि होर्डिंग हट जाएं नहीं तो कार्रवाई के लिये रहें तैयार।
पूरा शहर अवैध रूप से लगाए गये होर्डिंग से पटा पड़ा है। जहां देखों वहां होर्डिंग लगाये जा रहे हैं। यह हम नहीं नगर निगम के नगरायुक्त अमित पाल शर्मा खुद इस बात को मानते हैं। सोमवार को उन्होंने अवैध रूप से लगाये गए होर्डिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द ही अवैध होर्डिंग हट जाने चाहिए नहीं तो कार्रवाई के लिये तैया रहें।
यहां उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द इस विषय में कार्रवाई के लिये कहा। यहां नगर निगम की ओर से शहर में तीन श्रेणियों में होर्डिंग के विज्ञापन लिये जाते हैं इनमें ए, बी और सी श्रेणी शामिल होती है। पहले ठेकेदार को यहां होर्डिंग के विज्ञापन का ठेका लेने के लिये रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता था, लेकिन तत्कालीन नगरायुक्त मनीष बंसल ने इस प्रक्रिया को बदलते हुए इस बार आॅनलाइन ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की पहल की थी। जिससे निगम की आय बढ़ सके और बड़ी कंपनियां इसमें शामिल हों। इसमें नई शर्तों पर निगम की ओर से ठेके के सात अलग-अलग टेंडर जारी किये गये।
24 अप्रैल तक टेंडर भरकर डाले जाने थे और 28 अप्रैल को इस पर नतीजे आने थे, लेकिन नगर निगम में नई प्रक्रिया के आधार पर एक भी कंपनी ने टेंडर नहीं आया जिस कारण यह कार्य बीच में ही अटक गया। पिछले दो माह से टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
न तो कोई टेंडर आया और न ही रजिस्ट्रेशन वाली प्रक्रिया शुरू हो सकी। अब निगम इसका टेंडर नहीं छोड़ पाया और जिसके कारण निगम को काफी हद तक राजस्व की हानि भी हो रही है। इसका फायदा कोई उठाए न उठाए लेकिन होर्डिंग माफियाओं ने इसका भरपूर लाभ उठाया। पूरा शहर अवैध होर्डिंग से पटा पड़ा है।
जिसे लेकर नगरायुक्त अमित पाल शर्मा ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने होर्डिंग प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिये कि लापरवही कतई बर्दाश्त नहीं होगी जल्द से जल्द पूरे शहर से अवैध होर्डिंग हटाए जाएं। अगर यह कार्य नहीं होता है तो फिर कार्रवाई के लिये तैयार रहें।