- कांवड़ सिर पर, आधे अधूरे काम, लोक निर्माण विभाग सुस्त, कैसे निकलेंगे कांवड़िये
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कांवड़ यात्रा को लेकर सरकार जितनी चौकस है उसके मातहत आने वाले विभाग उतने ही सुस्त। इस विश्व प्रसिद्ध यात्रा को लेकर सरकार जहां कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है वहीं लोक निर्माण विभाग इस यात्रा के प्रति ज्यादा संवेदनशील नहीं दिखता।
दरअसल 26 जुलाई को कांवड़ यात्रा के तहत भगवान शिव का जलाभिषेक होगा और लाखों कांवड़िये अपनी आस्था का जल भोले पर न्योछावर करेंगे। 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरु हो रही है और चूंकि पिछले दो सालों से कोरोना के कारण यात्रा सम्पन्न नहीं हो पाई थी इसलिए ऐसी उम्मीद है कि इस बार पहले ही दिन से कांवड़ियों का सैलाब उमड़ेगा। यहां हापुड़ रोड पर कमेले के सामने लोक निर्माण विभाग द्वारा पुलिया का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
विभाग ने दावा किया था कि वो 10 जुलाई से पहले इस पुल पर स्लैब डालकर कांवड़ियों के लिए रास्ता खोल देगा, लेकिन अभी तक भी इस मार्ग की जो स्थिति है वो बेहद खराब है। रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी है। इस स्थान से ही लाखों की संख्या में कांवड़िये गुजरते हैं। अभी तक इस पुल का कम से कम एक भाग बनकर तैयार हो जाना चाहिए था ताकि उसका दो चार दिन ट्रायल भी हो सके, लेकिन मंगलवार तक भी यहां का हाल बेहाल है।
हांलाकि विभाग इस वक्त काम में तेजी का दावा कर रहा है, लेकिन कांवड़ यात्रा को देखते हुए यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि जब लाखों शिवभक्त इस पुल पर पड़े नए स्लैब से गुजरेंगे तो खुदा न खास्ता र्को हादसा पेश न आ जाए। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी कई बार इस स्थान का निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को इस बात के लिए कह चुके हैं कि यहां का काम प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवा कर इस पुल को शीघ्र कांवड़ियों के लिए खोल दिया जाए।
इसके बाद ही विभाग ने दावा किया था कि इस पर एक भाग में स्लैब डाल कर दस जुलाई तक इसे कांवड़ियों के आवगमन के लिए खोल देगा। इस संबध में पीडब्ल्यूडी के अभियंता एससी शर्मा से कई बार सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया। बताते चलें मंगलवार को भी डीएम और एसएसपी ने इस स्थल का निरीक्षण किया था।