- छात्र-छात्राओं के हाथों में बंधे धार्मिक कलावे काट कर फेंके
- घटना को लेकर हिंदू संगठनों का कॉलेज पर जबरदस्त हंगामा
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: किसान इंटर कॉलेज रविवार को एक शिक्षिका ने छात्र-छात्राओं के हाथों में बंधे कलावे कैंची से काट कर फेंक दिए। शिक्षिका का कहना था कि हाथों के बंधा कलावा ड्रेस कोड में नहीं आता है। इस मामले को लेकर कॉलेज में हिंदू संगठनों ने घंटों तक हंगामा किया। हालांकि बाद हंगामा बढ़ते देख कॉलेज प्रशासन व शिक्षिका को बैक फुट पर आकर माफी मांगनी पड़ी। इसके बाद ही मामला शांत हुआ।
मेरठ-करनाल हाइवे पर स्थित किसान इंटर कॉलेज गोटका में सोमवार को एक शिक्षिका की करतूत के चलते बड़ा बवाल हुआ। शिक्षिका ने कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के हाथों में बंधे कलावे को ड्रेस कोड से बाहर बता कर न सिर्फ विरोध किया, बल्कि उन्हें कैंची लेकर काट कर फेंक दिया। बताया गया कि यहां तैनात शिक्षिका सोनिया ने दो दिन से छात्र क्लास में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से हाथों में कलावे बांधने का यह कहकर विरोध कर रही थी कि यह ड्रेस कोड में नहीं आते हैं।
शिक्षिका का कहना था कि हाथों में बंदे धार्मिक कलावे ड्रेस कोड मैं नहीं आते, इसे लेकर शिक्षिका ने सोमवार को कैंची लेकर पूरी क्लास के छात्र-छात्राओं के हाथों में बंधे धार्मिक कलावे को काट कर फेंक दिया। हालांकि इस दौरान कुछ छात्र-छात्राओं ने विरोध किया, लेकिन शिक्षिका ने तानाशाही दिखाते हुए तमाम छात्र-छात्राओं के हाथों में बंधे धार्मिक कलावे को काट कर फेंक दिये।
इस बाबत जब घटना का पता हिंदू संगठनों के लोगों को चला तो वह आग बबूला हो गए। सूचना पाकर मौके पर प्रांत विद्यार्थी प्रमुख बजरंग दल अभिषेक चौहान, अनुज बजरंगी सहित तमाम हिंदू संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। शिक्षिका की करतूत की जानकारी कॉलेज प्रशासन को दी, कॉलेज प्रशासन द्वारा पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद पूरे घटनाक्रम पर खेद प्रकट किया।
इसे लेकर हिंदू संगठनों ने शिक्षिका के खिलाफ काफी जमकर हंगामा किया। जिससे कॉलेज में हंगामा खड़ा हो गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। काफी हंगामा खड़ा हो गया। हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन हिंदू संगठनों के आगे कॉलेज प्रशासन व शिक्षिका को झुकना पड़ा। इस दौरान शिक्षिका ने हिंदू संगठनों के सामने अपनी गलती मानते हुए माफी मांग ली तो वहीं दूसरी और कॉलेज प्रशासन ने भी शिक्षिका की इस करतूत पर खेद प्रकट करते हुए माफी मांगी।
पुलिस-प्रशासन के दखल से घंटों बाद मामला संभल पाया, जिसके बाद माफी मांगने पर मामला निपटा। उधर, कॉलेज शिक्षिका द्वारा हाथों में बंधे धार्मिक कलावे काटने को लेकर छात्र-छात्राओं के अभिभावकों में आक्रोश फैला हुआ है। इस संबंध में थानाध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि घटना को लेकर वे मौके पर गए थे जहां शिक्षिका द्वारा माफी मांगने पर मामला निपट गया।
वहीं, दूसरी ओर कॉलेज प्रबंध कमेटी से जुड़े ठाकुर प्रितिश कुमार ने बताया कि शिक्षा का की नासमझी से मामला बिगड़ा था, लेकिन माफी मांगने पर मामला निपटा दिया गया। इस दौरान हंगामा करने वालों में अनुज बजरंगी, बसंत पंवार, हर्ष कुमार, गौरव कुमार, सुमित पांचली आदि रहे।