Tuesday, December 17, 2024
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पुलिस के हाथ से फिसला लवी पाल, दबिश से पहले फरार

  • कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरणकर्ताओं पर 25-25 हजार के इनाम का ऐलान
  • अभिनेता मुश्ताक अपहरण के आरोपी की तलाश तेज दो जिलों की पुलिस में मुख्य आरोपी को दबोचने को लगी होड़

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण में शामिल फर्जी इवेंट कंपनी चलने वाला सुनील पाल पुलिस के हाथ से फिसल गया। पुलिस ने उसकी लोकेशन भी ट्रेस कर ली थी और मेरठ पुलिस के तेजतर्रार समझे जाने वाले कुछ पुलिस कर्मी भी टॉस्क पर निकल गए थे, लेकिन शातिर लवी पाल को शायद आने वाली मुसीबत का अहसास पहले से हो गया था और दबिश से पहले ही वह भाग निकला।

पुलिस सूत्रों ने जानकारी दी है कि बीते शनिवार को लवी पाल की लोकेशन दिल्ली के किसी इलाके में मिली थी। इसके बाद यहां से पुलिस टीम रवाना हो गयी। जहां उसका ठिकाना था, वहां जब तक पुलिस पहुंची तब तक वह उस ठिकाने को छोड़ चुका था। इसके अलावा प्रयाग में भी उसके मौजूद होने या छिपे होने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उसको पुलिस ने एक सिरे से खारिज कर दिया है।

कॉमेडियन सुनील पाल अपहरण कांड में वांटिड लवीपाल व उसके पांच फरार चल रहे साथियों पर सोमवार को एसएसपी ने 25-25 हजार के इनाम का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि 25 हजारी बनाए जाने के बाद कभी भी सुनील पाल के पुलिस के हत्थे चढ़ने की खबर आ सकती है।

लवी पाल की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश

मेरठ/बिजनौर: हास्य कलाकार अभिनेता मुश्ताक खान व सुनील पाल अपहरण कांड के मुख्य आरोपी लवीपाल की तलाश तेज कर दी गई। मुख्य आरोपी बार बार अपनी लोकेशन बदल रहा है। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए जैसे ही घेराबंदी करती है, मुख्य आरोपी लवीपाल पुलिस को चकमा देकर दूर निकल जाता है। आरोपी को पकड़ने के लिए दो जिलों की पुलिस जुटी है।

हास्य कलाकार अभिनेता मुश्ताक खान व सुनील पाल का अपहरण बिजनौर के गिरोह ने किया था। अपहरण कांड का मुख्य आरोपी लवीपाल फरार है। उसकी तलाश में पुलिस जैसे ही घेराबंदी करती है, वैसे ही लवीपाल लोकेशन बदल देता है। हास्य कलाकार मुश्ताक खान व सुनील पाल अपहरण कांड का मुख्य आरोपी लवीपाल पुलिस के हाथ लग जाए तो अपहरण कांड का चौंकाने वाला राज खुल सकता है।

मुख्य आरोपी लवीपाल के मिलने के बाद ही अपहरण के असली राज से पर्दा खुल जाएगा। अभिनेता मुश्ताक खान अपहरण कांड के पांच आरोपी जेल जा चुके। मुख्य आरोपी सहित छह आरोपी फरार हैं। लवीपाल को दबोचने के लिए बिजनौर पुलिस की कई टीमों ने जाल बिछा रखा है। आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद अपहरण कांड के दबे हुए राज खुल जाएंगे।

कलाकार अरुण बख्शी से भी हुई भी वसूली की कोशिश

बिजनौर पुलिस ने फिर से अपहरण कांड के पीड़ित मुश्ताक खान, सुनील पाल और राजेश पुरी से वार्ता की। पुलिस की मानें तो मुख्य आरोपी लवीपाल का गैंग हास्य कलाकार मुश्ताक खान, सुनील पाल का अपहरण कर फिरौती वसूली थी। जबकि राजेश पुरी से सिर्फ वसूली की थी। फिल्म कलाकार अरुण बख्शी से भी वसूली का प्रयास किया गया था, लेकिन गैंग सफल नहीं हुआ था।

अरुण बख्शी के साथ लवीपाल के फोटो वायरल हो रहे हैं। बता दें कि हास्य कलाकारोंं के अपहरण का प्लान लवीपाल बनाता था। लवीपाल की जिम्मेदारी कलाकारों से बात कर दिल्ली तक भेजने की होती थी। इसके बाद अपहरण करना और फिरौती लेना गिरोह के सार्थक चौधरी सहित अन्य सदस्य करते थे। लवीपाल ने मुंबई में रहकर कलाकारों से नजदीकियां बढ़ा ली थी।

कलाकारों से भी संपर्क साध रही पुलिस

चर्चा है कि इस गैंग ने कई अन्य लोगों से भी फिरौती वसूली है। बिजनौर पुलिस प्रत्येक बिंदू पर जांच कर रही है। यदि किसी अन्य कलाकार ने शिकायत की तो उसकी भी रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

विवेक का भी लवीपाल गिरोह ने किया था अपहरण

बिजनौर: जेल में बंद एक युवक ने चाचा को जेल से चिट्ठी दी कि लवीपाल गैंग ने उसका भी अपहरण कर लिया था। इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। चिट्ठी में आरोप लगाया गया कि पहले इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। एसपी को दिनेश कुमार ने एक शिकायती पत्र दिया गया। इसमें बताया गया कि उसका भतीजा विवेक जेल में बंद है। जेल में मुलाकात के समय उसके भतीजे विवेक ने एक चिट्ठी दी। इसमें बताया गया कि जेल के अंदर ही न्यूज चैनल पर उसने अभिनेता मुश्ताक खान व सुनील पाल के अपहरण के खबर देखी।

चिट्ठी में बंदी विवेक ने कहा कि लवी पाल उर्फ सुशांत चौधरी लोगों से अपहरण करके पैसे वसूल लेता था। लवीपाल और उसके साथियों ने उसके साथ भी ऐसा ही किया था जिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी चिट्ठी के साथ विवेक की पत्नी आरती सैनी की ओर से भी अक्टूबर के महीने में दी गई तहरीर संलग्न की गई है। उनके चाचा दिनेश कुमार उनके साथ ही रहते हैं। जिन्होंने एक व्यक्ति को 24 लाख रुपये दिये थे। उक्त पैसे वापस नहीं किए गए। इसी मामले को लेकर एक अक्टूबर को विवेक स्कॉर्पियो गाड़ी से नूरपुर जा रहा था।

नूरपुर रोड पर इंडियन ढाबे से थोड़ा आगे तीन चार गाड़ियां जाकर उसकी गाड़ी के आगे रोक ली गई और गाड़ी में सवार लोग विवेक का अपहरण करके ले गए। दूसरे दिन सेंट मैरी स्कूल के पास छोड़ दिया था। कहा गया कि उसे वक्त दी गई तहरीर के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। एसपी सिटी ने सीओ सिटी को जांच सौंपी है।

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