Monday, July 8, 2024
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तेंदुए ने घंटों रखा दहशत में, दबोचा

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  • दिनभर चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद पकड़ा गया तेंदुआ

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: लोगों के बीच दहशत का कारण बने तेंदुए को आखिरकार पकड़ ही लिया गया। दिन भर चले रेस्क्यू आॅपरेशन के बाद वन विभाग की टीम ने कसेरूखेड़ा स्थित सेवानिवृत्त सूबेदार निरंजन सिंह के मकान में घेरकर तेंदुए को बेहोश करके काबू पाने में सफलता हासिल की। इस बीच तेंदुए के हमले से एक युवक बुरी तरह जख्मी भी हो गया। मेरठ के विभिन्न इलाकों में फरवरी और मार्च के महीने में दो बार तेंदुआ देखे जाने की खबरें चली। इसके कई वीडियो भी वायरल हुए, लेकिन वन विभाग इनको नकारता रहा।

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एक दिन पहले ही कसेरूखेड़ा के निकट मवाना रोड स्थित मेरठ कैंट क्षेत्र में तेंदुआ देखे जाने की एक वीडियो वायरल हुई, लेकिन वन विभाग ने इस वीडियो को भी नकारते हुए तेंदुआ होने की पुष्टि से इनकार कर दिया। इस दौरान शनिवार सुबह कसेरूखेड़ा स्थित वाल्मीकि मंदिर के निकट तेंदुए की मौजूदगी से इलाके में दहशत और हड़कंप का माहौल बन गया। लोगों ने बच्चें और महिलाओं को घरों में सुरक्षित करते हुए तेंदुए को घेरने का प्रयास शुरू कर दिया और वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।

इस बीच तेंदुआ कई घरों के छत से होते हुए रिटायर्ड सूबेदार निरंजन सिंह के मकान में बने सीमेंटेड शेड के गैराज में उनकी कार की आड़ लेकर दुबक गया। कसेरूखेड़ा के निवासियों और वन विभाग की टीम ने यहीं जाल लगा कर उसे घेर लिया। जिस समय जल लगाकर तेंदुए को गिरने का प्रयास किया जा रहा था तेंदुए ने जल पड़कर बैठे एक युवक अंगद पर हमला कर दिया जिसमें उसके हाथ और चेहरे पर कई गंभीर घाव हुए उसे तत्काल अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया

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बताया गया है कि अंगद को नौ टांके लगे हैं। इस दौरान सूबेदार निरंजन सिंह के एक किराएदार का परिवार करीब चार घंटे तक कमरे में बंद रहने को मजबूर हुआ। जिसे निकालने के लिए पीछे गली की दीवार को तोड़ना पड़ा। 11:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे करीब सात घंटे तक रेस्क्यू आॅपरेशन चला। जिसमें सीमेंट की चादरों को काटकर बांस के जरिये तेंदुए को अपनी जगह से उठाने का प्रयास शुरू किया गया।

पानी डालकर भी तेंदुए को उठाने का प्रयास किया गया। इस बीच उसने जाल पर दो बार हमला किया। इस बीच उसे गन के माध्यम से बेहोशी के दो डोज देकर बेहोश किया गया। तेंदुए को बेहोश होने के बाद पिंजरे में डालकर वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई अब उसे जरूरी उपचार के बाद संरक्षित क्षेत्र में छोड़ा जाएगा।

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