साउथ के जाने माने स्टार महेश बाबू, निर्देशक त्रिविक्र म श्रीनिवास की फेमिली एंटरटेनर ‘एसएसएमबी 28’ पूजा हेगड़े और श्रीलीला के साथ कर रहे हैं। इसकी शूटिंग इन दिनों काफी तेजी के साथ चल रही है। इस फिल्म का निर्माण ओटीटी प्लेटफार्म पर नेटफ्लिक्स के लिए किया जा रहा है।
चर्चा है कि सिर्फ साउथ बेल्ट के लिए इसके ओटीटी राइट्स 80 करोड़ की रिकार्ड कीमत पर बेचे गए हैं। हिंदी बेल्ट के लिए कीमत अलग से तय की जाएगी। इसी के साथ ही खबर आ रही है कि प्रभास, जूनियर एनटीआर और रामचरण जैसे स्टार्स के साथ काम करने के बाद अब साउथ के जाने माने मेकर एस एस राजामौली, महेश बाबू के साथ हिंदी में फिल्म बनाना चाहते हैं।
एक अमेरिकी मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में एस एस राजामौली ने कहा कि ‘मेरी अगली फिल्म महेश के साथ होगी, वह तेलुगु सिनेमा के एक बड़े स्टार हैं।’ साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी यह फिल्म इंडियाना जोन्स की तर्ज पर एक साहसिक फिल्म होगी। इसमें ऐसे जबर्दस्त एक्शन सीक्वेंस होंगे जिन्हें लोग बरसों तक याद करेंगे।
उम्मीद की जा रही कि महेश बाबू के साथ एसएस राजामौली की यह पैन इंडिया फिल्म इस साल अक्टूबर में सैट पर आ जायगी। फिल्म को राजामौली के पिता विजयेंद्र प्रसाद ने लिखा है। फिल्म का प्री प्रोडक्शन काम शुरू हो चुका है। साउथ सिनेमा में महेश बाबू की ‘सरिलरू नीकेवरू’, ‘सरकारू वैरी पाटा’, ‘भरत अने नेनु’ और ‘महर्षी’ 100 करोड़ से अधिक की कमाई करने वाली फिल्म हैं।
आज वह साउथ के हाई पेड एक्टर्स में एक एक हैं। 2006 में महेश बाबू ने बॉलीवुड एक्ट्रेस नम्रता शिरोडकर के साथ शादी की। नम्रता से उन्हें दो बच्चे हैं। साउथ की तरह बॉलीवुड में भी महेश बाबू की जबर्दस्त फैन फॉलोइंग है। उनकी ज्यादातर सभी फिल्मों को हिंदी में डब कर रिलीज किया जा चुका है लेकिन महेश ने ढेर सारे आॅफर ठुकराते हुए खुद कभी कोई बॉलीवुड फिल्म नहीं की।
अब पेन इंडिया फिल्म के जरिये आंशिक तौर पर बॉलीवुड में दस्तक देने जा रहे हैं। महेश बाबू ने महज 4 साल की उम्र में ‘नीडा’ से एक्टिंग कैरियर की शुरुआत की थी। फिल्म में उनका काम लोगों को इतना पसंद आया कि उसके बाद ‘शंखवरम’,‘बाजार राउडी’, ‘गुग्गुरू’, ‘काडुकलु’ और ‘गुडाचारी’ जैसी फिल्मों में बतौर बाल कलाकार काम किया।
लेकिन फिर पिता की सलाह पर अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए एक्टिंग छोड़ दी और इस तरह 9 साल तक इंडस्ट्री से पूरी तरह अलग थलग हो गए। 1999 में ‘राजा कुमारूडु’ के साथ उन्होंने फिल्मों में वापसी की। उसके बाद ‘डोकुडु’, ‘पोकिरी’, ‘भारत अने नेनु’, ‘सरकार वारी पता’ जैसी कई ब्लाक बस्टर फिल्मों की ‘झडी सी लगा दी।