- सैंट आरसी कान्वेंट स्कूल में कार्यशाला का दूसरा दिन
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: सैंट आरसी कान्वेंट स्कूल शामली में ‘तकनीकि विकास कार्यशाला’ के दूसरे दिन भूकम्प की तरंगों की तीव्रता, भूकंप का केन्द्र और इससे निकलने वाली ऊर्जा का पता लगाना सीखा।
सोमवार को कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि नगरपालिका के निवर्तमान चेयरमैन अरविंद संगल ने कहा ज्ञान का विशिष्ट रूप ही विज्ञान है। समृद्ध ज्ञान और मुनष्य की सकारत्मक सोच ने वर्तमान युग को विज्ञान का युग बना दिया है। विज्ञान की सहायता से ही मनुष्य ने अपना जीवन अत्यन्त सरल व सुविधाजनक बना लिया है। कार्यशाला स्कूल डायरेक्टर भारत संगल के दिशा-निर्देशन में सम्पन्न की गई।
दूसरे दिन में ‘सिस्मोग्राफ यन्त्र कार्यशाला’ का आयोजन किया गया है। जिसमें प्रतिभागी छात्रों को सिस्मोग्राफ को बनाना, कार्यविधि व उपयोगिता के विषय में बताया गया। सिस्मोग्राफ का उपयोग भूकम्प की तीव्रता को मापने के लिए किया जाता है, इसको रिक्टर स्केल में मापा जाता है।
भूकम्प की तीव्रता और अवधि का पता लगाने के लिए सिस्मोग्राफ का इस्तेमाल किया जाता है। सिस्मोग्राफ से भूकम्प की सटीक जानकारी हासिल करने में मदद मिलती है। इस तकनीकि विकास कार्यशाला में कक्षा-6 से 115 छात्र/छात्राओं ने भाग लिया।
इस मौके पर प्रधानाचार्या मीनू संगल, आरपीएस मलिक, अरविंद शर्मा, विशाल तायल, नरेशचंद, निशा नायर, देवबनिता भट्टाचार्य, कुलदीप सिंह, हरिओम वत्स, फैजान, मनोज मैनवाल, प्रभा रानी, शालिनी गर्ग, एकता अरोरा शिक्षक गण मौजूद रहे।