- एससी/एसटी की गंभीर धाराओं में हुआ मुकदमा दर्ज
- सीओ स्तर के अधिकारी करेंगे जांच-पड़ताल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शनिवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में हुए बवाल के मामले में पुलिस ने पार्षद आशीष और कीर्ति घोपले की तरफ से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया हैं। ये मुकदमा एससी/एसटी की गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ हैं। इसकी जांच सीओ स्तर के अधिकारी करेंगे।
दरअसल, नगर निगम बोर्ड की बैठक में शनिवार को जमकर बवाल हुआ था। टाउन हाल में बोर्ड बैठक के दौरान महिला पार्षदों पर टिप्पणी करने से बवाल की शुरूआत हुई थी। महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए भाजपा एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज बीच में कूद गए थे तथा पार्षदों का विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच धर्मेन्द्र भारद्वाज के सीने पर पार्षद ने हाथ मार दिया, जिसके बाद सदन में मौजूद भाजपा के पार्षदों ने विपक्षी पार्षदों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
इसकी वीडियो भी वायरल हो रही हैं। वीडियो में पिटाई करते हुए लोग दिखाई दे रहे हैं। नगर निगम के वार्ड-31 पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला व वार्ड-36 पार्षद आशीष चौधरी के साथ नगर निगम बोर्ड बैठक में मारपीट की घटना के बाद पश्चिमी यूपी की सियासत गर्मा गई है। बीजेपी के उर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर और बीजेपी एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज के खिलाफ मारपीट की तहरीर दोनों पार्षद द्वारा शनिवार देहली गेट थाने पर दी थी।
उधर, देहली गेट पुलिस ने शनिवार की देर रात में अज्ञात 20 से 25 लोगों के खिलाफ 323, 504, 506, 141 में मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस ने इसमें अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की हैं। थाना देहली गेट प्रभारी यह कह रहे हैं कि अभी प्रकरण में छानबीन की जा रही है।
एसएसपी से मिले जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष
नगर निगम की बोर्ड बैठक में हुये बवाल के मामले में विपक्षी पार्टी के पार्षद की तहरीर पर एससी/एसटी एवं मारपीट की धाराओं में मुकदमा शनिवार को देर रात ही थाना देहली गेट पुलिस द्वारा दर्ज कर लिया गया। इस मामले में रविवार को महिला पार्षद भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा व महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज के नेतृत्व में एसएसपी कार्यालय पहुंची। जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा एवं महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज के नेतृत्व में मिले।
इस दौरान महिला पार्षदों ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से कहा कि शनिवार को बोर्ड बैठक में पुनरीक्षित बजट पास होने के बाद विपक्षी पार्टी के पार्षदों ने अभद्र व्यवहार एवं असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए अपत्तिजनक टिप्पणी के साथ धक्का-मुक्की भी की गयी। इस दौरान हमें जातिसूचक शब्द भी कहे। जातिसूचक शब्द कहने के कारण वार्ड में हमारे समाज के लोगो में रोष व्याप्त है।
एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज एवं ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर बीच बचाव करने की मंशा लेकर आए थे कि विपक्ष के पार्षदों ने हमारे नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया। इतना ही नहीं उनके खिलाफ रिपोर्ट भी लिखवा दी। जिस कारण सभी महिला पार्षद पार्टी के पदाधिकारी जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा एवं महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज को घटना की जानकारी देने के साथ एसएसपी से मिलने आई हैं।
लोकदल लड़ेगा न्याय की लड़ाई
नगर निगम की बोर्ड बैठक में सपा-बसपा के अनुसूचित जाति के पार्षदों के साथ जिस तरह की मारपीट जनप्रतिनिधियों के द्वारा की गई उसको लेकर लोकदल भी मैदान में उतर गई है। लोकदल राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेन्द्र सिंह ने कहा कि लोकदल इस प्रकरण की निंदा करता है। किसी को भी कानून को हाथ में लेने की जरूरत नहीं है। सरकार में मौजूद जनप्रतिनिधि हो या आम जनता किसी को कानून हाथ में लेने का कोई हक नहीं है।
सभी के लिए कानून बराबर है। यह बात रविवार रात में लोकदल राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेन्द्र सिंह ने पीडित पार्षदों के बीच पहुंचकर कही। वह रविवार की रात्रि में सैकड़ों कार्यकर्ताओं को लेकर पीड़ित अनुसूचित जाति के पार्षदों के बीच पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इस दौरान कहा कि लोकदल हमेशा न्याय की लड़ाई को खुलकर लड़ने को तैयार हैं। एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज एवं ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर द्वारा निगम की बोर्ड बैठक में किये गये इस तरह के तांडव के प्रति कार्रवाई को लेकर लोकदल पार्टी आगे आएगी।
पीड़ित पार्षदों को उनके हक की लड़ाई के साथ न्याय दिलाने को सड़क पर उतरने को मजबूर होगी। चेतावनी दी है यदि पुलिस प्रशासन ने पीड़ित पार्षदों को न्याय नहीं दिलाया और सदन में ऐसा कृत्य करने वाले एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज आदि के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो लोकदल कार्यकर्ता सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। लोकदल राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेन्द्र सिंह ने पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए पीड़ित पार्षद कीर्ति एवं आशीष को न्याय दिलाने की मांग उठाई है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष चौधरी गजेंद्र सिंह, नरेश पाल सिंह, मनोज चौधरी, सिकंदर अब्बास, विक्रांत चौधरी हरविंदर सिंह, बिट्टू त्यागी, सुरजीत धनकड़, अमित कुमार आदि मौजूद रहे।
ऊर्जा राज्यमंत्री का पुतला जलाने का प्रयास
बीते शनिवार को तिलक भवन में नगर निगम कार्यकारिणी की बोर्ड बैठक में ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर और एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज की मौजूदगी में सपा पार्षद कीर्ति घोपला व बसपा पार्षद आशीष चौधरी ने गृहकर वसूली में भेदभाव का आरोप भाजपा पार्षदों व निगम अफसरों पर लगाया था। इस बात पर विवाद गहराया तो सपा व बसपा पार्षद ने भाजपा पार्षदों पर जातिसूचक शब्दों व मारपीट का आरोप लगाया था। इसके बाद सदन में हंगामा हो गया। आरोप है कि ऊर्जा राज्यमंत्री व एमएलसी ने बसपा व सपा पार्षद की पिटाई कर दी थी। इस घटना का मामला तूल पकड़ गया।
रविवार को बसपा व सपा पार्षदों ने शापिक्स मॉल पर ऊर्जा राज्यमंत्री सहित दो अन्य के पुतलों को जलाने का प्रयास किया। जिसको परतापुर इंस्पेक्टर जयकरण सिंह ने मौके पर पहुंचकर विफल कर दिया। इसके बाद सपा व बसपा पार्षदों ने समर्थकों के साथ घोपला गांव तक पैदल मार्च निकाला। इस मामले में असपा के राष्टÑीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण घोपला पहुंचे और सपा पार्षद कीर्ति से बातचीत की और हर प्रकार से समर्थन देने की बात कही। इस दौरान पुलिस कंचनपुर घोपला में शांति बनाए रखने के लिए मौजूद रही।
विवि में सत्तापक्ष संरक्षण की ओर दिया इशारा
विधायक ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में सत्तापक्ष पर जमकर बरसे और इशारे ही इशारे में कहा कि आगामी दिनों में जिस तरह अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ा था। इसके चलते शिक्षा माफियाओं के खिलाफ बड़ा आंदोलन किए जाने की बात कही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छात्र संगठन से लेकर छात्र नेताओं से बातचीत की जा रही है। जिसमें उन्होंने समर्थन भी मिल रहा है। बड़े आंदोलन का ऐलान जल्द कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने इशारे में कहा कि विवि में कंपनी संचालक को सत्तापक्ष के नेताओं का संरक्षण है। जिसके कारण सत्र बेपटरी दौड़ रहा है।