- क्षतिग्रस्त हालत में पहुंची कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी
- हर साल पैचवर्क के नाम पर खर्च होता मोटा पैसा
- एक ही बारिश में पुरानी हालत में पहुंच जाती है पटरी
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी फिर से क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच गई है। हालत यह है कि गड्ढों के अंदर गड्ढे हो रहे हैं। हाल में किए गए पैचवर्क भी उखड़ रहे हैं। कहने को हर साल इस पटरी की मरम्मत कराई जाती है। मगर ही कुछ महीने के बाद पटरी की हालत वहीं हो जाती है। मरम्मत के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये का खेल होता है। पिछले कुछ सालों से मरम्मत के नाम पर सरकारी खजाने से जितना पैसा निकाला गया है, उतने में तो पूरी पटरी नए सीरे से बनकर तैयार हो जाती। फिलहाल खस्ताहाल पटरी राहगीरों के लिए भारी परेशानी का सबब बनी हुई है। पटरी पर हुए गहरे गड्ढों की चपेट में आकर आए दिन सड़क दुर्घटना हो रही है।
कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर हर साल बड़ी संख्या में कांवड़िये गुजरते हैं। कांवड़ यात्रा से पहले प्रशासन द्वारा पटरी की मरम्मत कराई जाती है। सड़क की मरम्मत के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। कांवड़ यात्रा संपन्न होते ही पटरी फिर से टूटनी शुरू हो जाती है। क्योंकि पैचवर्क में जमकर खेल होता है। क्योंकि गड्ढों की सफाई किए बिना उसमें रोड़ी भरकर तारकोल के नाम पर शीरा डाल दिया जाता है। जिसका नतीजा यह होता है कि बरसात का मौसम पार होने से पहले पटरी फिर से गड्ढों में तब्दील हो जाती है। पिछले कुछ सालों में पटरी की मरम्मत के नाम पर जितना पैसा खर्च किया गया है,
उतने रुपये में पूरी पटरी फिर से बनकर तैयार हो जाती। मगर फिर मरम्मत के नाम पर होने वाला खेल बंद हो जाता। इसलिए पुराने ढर्रे पर हर साल पटरी की मरम्मत के नाम पर खेल कर दिया जाता है। वर्तमान में पटरी फिर से टूटने लगी है। हालत यह है कि गड्ढों में गड्ढे हो रहे हैं। हाल में किए गए पैचवर्क भी उखड़ने लगे हैं। जिनकी चपेट में आकर राहगीर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। सबसे अधिक हादसे रात में हो रहे हैं। क्योंकि चालक जब तक एक गड्ढे से बचकर आगे चलता है, दूसरे गड्ढे में गाड़ी का पहिया पहुंच जाता है। क्षतिग्रस्त इस सड़क पर अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं हैं।
सरधना-नानू के बीच में हालत ज्यादा खराब
गंगनहर पटरी पर कई जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। सबसे अधिक हालत सरधना नानू पुल के बीच खराब है। करीब पांच किलो मीटर के इस टुकड़े के बीच गड्ढे हो गए हैं। जिसके चलते राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस बीच किए गए पैचवर्क ही उखड़ रहे हैं।
खिर्वा और नानू मार्ग भी हो रहे गड्ढे
गंगनहर पटरी के साथ मेरठ जाने के लिए खिर्वा रोड और नानू मार्ग विकल्प है। इन दोनों मार्गों भी गड्ढे होने शुरू हो गए हैं। नानू मार्ग पर तो र्इंट और मिट्टी डालकर गड्ढे भरने का काम किया गया है। इसके अलावा खिर्वा रोड पर भी कई जगह गड्ढे हो रहे हैं।