- खतरनाक: 346 पर पहुंचा महानगर का प्रदूषण
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है, वैसे-वैसे शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। हरियाणा और पंजाब राज्यों में पराली जलने के कारण प्रदूषण में इजाफा हुआ है। सुबह कोहरे की हल्की धुन होने के कारण प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। इस समय मेरठ का प्रदूषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। हालांकि मेरठ समेत आसपास के जनपदों का भी हाल खराब है। मेरठ के जयभीमनगर और गंगानगर एवं पल्लवपुरम में भी प्रदूषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है।
अगर समय रहते प्रदूषण पर रोकथाम नहीं की गई तो आने वाले दिनों में सांस लेना भी दूभर हो जाएगा। वैज्ञानिकों की माने तो उनका कहना है कि प्रदूषण का प्रकोप बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए बेहद खराब है। खासकर अस्थमा और दमा के रोगियों के लिए बेहद चिंता का विषय है। इसलिए बढ़ते प्रदूषण के प्रति हमें सजग रहना होगा। सुबह के समय मॉर्निंग वॉक से दूरी बनानी होगी
और बच्चों को घर से बाहर विशेष ध्यान से बाहर निकलना होगा। मेरठ में इस समय प्रदूषण का स्तर 346 गाजियाबाद में 381, बागपत में 233 है। जबकि जयभीमनगर में 369, गंगानगर में 335 और पल्लवपुरम में 333 चल रहा है। आने वाले दिनों में मेरठ का प्रदूषण 400 के पार होने की संभावना है।
लगातार बढ़ रहा ठंड का असर
ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। नवंबर के महीने में धीरे-धीरे ठंड बढ़ रही है। सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 90 एवं न्यूनतम आर्द्रता 40% दर्ज की गई। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि फिलहाल मौसम मैं सर्दी का अहसास बढ़ेगा। कोहरे की धुंध भी छाएगी और प्रदूषण का प्रकोप भी बढ़ेगा।
पुराने वाहनों की एनओसी और विपंजीकरण को मांगे आवेदन
मेरठ: सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन मेरठ कुलदीप सिंह ने बताया कि परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के पत्र में निर्देशित किया गया है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल नई दिल्ली के आदेशों के अनुक्रम में 15 वर्ष पुरानी पेट्रोल वाहन एवं 10 वर्ष पुरानी डीजल वाहनों का एनसीआर क्षेत्र में संचालन निषेद्व किया गया है। जिनके प्रति एनओसी निर्गत किये जाने अथवा विपंजीकृत किये जाने के लिए निर्देश पारित किये गये हैं।
जनपद मेरठ में पंजीकृत ऐसे समस्त वाहन स्वामियों को, जिनके 10 वर्ष से अधिक पुराने डीजल वाहन एवं 15 वर्ष से अधिक पुराने पेट्रोल वाहन हैं, वे एनओसी अथवा पंजीकृत स्क्रैप डीलर का प्रमाण-पत्र संलग्न कर पंजीयन निरस्तीकरण के लिए आॅनलाइन माध्यम अथवा कार्यालय में प्रस्तुत होकर आवेदन करना सुनिश्चित करें। विज्ञप्ति प्रकाशित होने से एक माह के भीतर आवेदन प्राप्त न होने की दशा में एनजीटी के आदेशों के अनुक्रम में वाहन को विपंजीकृत किये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित कर दी जायेगी। जिसका समस्त उत्तरदायित्व वाहन स्वामी का होगा।