नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आज शुक्रवार को आरबीआई की ओर से खुशखबरी दी है। बताया जा रहा है, कि आरबीआई द्वारा मौद्रिक नीति समिति समीक्षा बैठक का आज फैसला हो गया है। जिसमें यह फैसला आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने लिया है। वहीं, इस बैठकी आरबीआई गर्वनर ने यह फैसला लिया है कि, इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होंगे। यानि इस त्योहार के सीजन में आम जनता को सुकून मिलेगा। दरअसल, आरबीआई गवर्नर ने एमपीसी यानि मौद्रिक नीति समिति ने यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया। जिसमें रेपो रेट 6.50% पर अपरिवर्तित रखा गया है।
https://x.com/ANI/status/1710159408918044690?s=20
हमारे देश की प्रगति के मूल सिद्धांत
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास कहते हैं, “समष्टि आर्थिक स्थिरता और समावेशी विकास हमारे देश की प्रगति के मूल सिद्धांत हैं। हाल के वर्षों में कई और अद्वितीय झटकों के दौरान हमने जो नीतिगत मिश्रण अपनाया है, उसने व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा दिया है।
जुड़वां बैलेंस शीट तनाव एक दशक पहले जो सामना हुआ था, उसे अब बैंकों और कॉरपोरेट्स दोनों की स्वस्थ बैलेंस शीट के साथ दोहरे बैलेंस शीट लाभ से बदल दिया गया है।
नीति रेपो दर को 6.5% पर अपरिवर्तित
आगे आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास कहते हैं, उभरते व्यापक आर्थिक और वित्तीय विकास और दृष्टिकोण के विस्तृत मूल्यांकन के बाद, आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से नीति रेपो दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया।”
https://x.com/ANI/status/1710155684745261070?s=20
सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए
आरबीआई गवर्नर ने कहा सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.5% अनुमानित है। जोखिम समान रूप से संतुलित हैं। अगले वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि -25 6.6% अनुमानित है।”
2023-24 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5.4% रहने का अनुमान है, दूसरी तिमाही में 6.4%, तीसरी तिमाही में 5.6% और चौथी तिमाही में 5.2%। जोखिम समान रूप से संतुलित हैं। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल मुद्रास्फीति घटकर 4.6% हो गई, जबकि पिछले साल की पहली तिमाही में यह 7.3% थी।