- जिसका नाम जीएलआर में दर्ज, उसकी होती है मरम्मत
- सैकड़ों की संख्या में हैं ऐसे लोग जिनकी एप्लीकेशन बोर्ड में पड़ी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट क्षेत्र में सैंकड़ों की संख्या में ऐसे लोग हैं जो अपने मकानों की मरम्मत कराना चाहते हैं, लेकिन उनके मकानों की मरम्मत नहीं हो पा रही है। कुछ मकानों की हालत तो ऐसी है कि वह खंडहर हो चुके हैं, लेकिन लोग उन्हें सही नहीं करा पा रहे हैं, क्योंकि जीएलआर में उनका नाम दर्ज नहीं है। बोर्ड की बात करें तो यहां भी प्रति सप्ताह चार से पांच एप्लीकेशन मरम्मत कराने के लिये आती हैं, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं हो पाती। कैंट के नियम उनके आड़े आ जाते हैं।
कैंट क्षेत्र में अगर आपको अपने मकान में कोई निर्माण कराना है। चेंज आॅफ पर्पस हो या सब डिवीजन का संबंधित कोई कार्य है तो पहले उन्हें बोर्ड बैठक में रखा जाता है। उसके बाद ही उन पर आगे की कार्रवाई हो पाती है, लेकिन अगर आपको अपने मकान की मरम्मत करानी हो तो इसके लिये आप कैंट बोर्ड अधिकारियों से सीधे संपर्क करा सकते हैं। बशर्ते आपका नाम जीएलआर में दर्ज हो।
क्षेत्र में काफी संख्या में ऐसे मामले हैं जिन लोगों का नाम जीएलआर में दर्ज नहीं है और वह यहां मकानों में मरम्मत कराने के लिये एप्लीकेशन लगा रहे हैं। अधिकारियों की मानें तो उन लोगों की एप्लीकेशन पर कार्य किया जाता है, जिनका नाम दर्ज होता है। अगर किसी के नाम पर कोई संपत्ति नहीं है और वह वहां पर मरम्मत कराना चाहता है तो उसे अनुमति नहीं मिल सकती।
कई मकान हो चुके खंडहर
क्षेत्र में कई मकान ऐसे हैं जिनकी छतें पूरी तरह से टूट चुकी हैं, लेकिन वह अपनी छतों को सही नहीं करा पा रहे हैं। या कोई और मरम्मत का कार्य है, जो किया जाना है और वह उसे करा नहीं पा रहे हैं। वर्षों से मकान ऐसे ही पड़े हैं। जिसके कारण लोगों का वहां रहना तक मुश्किल हो रहा है, लेकिन कैंट बोर्ड के नियम उनके आड़े आ रहे हैं। कैंट बोर्ड में बिना नियमों के कोई कार्य नहीं हो पाता इसकी कारण यह मकान ठीक नहीं हो पाते।
प्रतिदिन आती हैं एप्लीकेशन
कैंट बोर्ड के कार्यालय अधीक्षक जयपाल सिंह तोमर ने बताया कि आये दिन बोर्ड में मकानों में मरम्मत कराने के लिए एप्लीकेशन आती हैं, लेकिन केवल उन्हीं लोगों को अनुमति दी जाती है। जिनका नाम जीएलआर में दर्ज होता है। जिनका नाम वहां दर्ज नहीं होता, उन्हें मकान में कोई भी कार्य करने की अनुमति नहीं मिल पाती। जिस कारण वह कार्य नहीं करा पा रहे हैं।