- कहा, अगर जल्द ही मेडा ने उनकी कालोनी में अधूरे पड़े कार्यों को पूरा नहीं किया तो करेंगे धरना-प्रदर्शन
- धूल उड़ने से कालोनी के लोगों और बच्चों की आंखों में हो रहा इंफेक्शन
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: दिल्ली देहरादून हाइवे स्थित आरके सिटी कालोनी के लोगों ने अध्यक्ष के नेतृत्व में एकत्र होकर मेडा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया और अधूरे पड़े कार्यों को पूरा कराने की मांग की। चेतावनी दी कि यदि अधूरे पड़े कार्यों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
रविवार की दोपहर आरके सिटी कालोनी के अध्यक्ष धीर राठी के नेतृत्व में कालोनीवासियों ने एकत्र होकर मेडा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर नारेबाजी की। अध्यक्ष धीरज राठी ने बताया कि उनकी कालोनी वर्ष 2008 और 2009 में विकसित की गई थी। यह कालोनी मेडा से स्वीकृत है। कालोनी के बनने से आज तक यहां सड़कें नहीं बनाई गई है। सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं और धूल के गुब्बार उठते हैं। धूल से आंखों में इंफेक्शन हो रहा है और अन्य परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
मेडा से कई बार सड़कों के निर्माण की मांग की जा चुकी है, लेकिन सड़क नहीं बनाई जा रही है। कालोनी के अंदर नौ ट्रांसफार्मर हैं, जिनमें से चार चालू है और बाकी खराब पड़े हैं। जिससे कालोनीवासियों को परेशानी हो रही है। पार्क की व्यवस्था ठीक नहीं, सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं। कालोनीवासी कई बार नगर निगम कार्यालय जा चुके हैं, लेकिन अधिकारी कुंभकर्णी नींद में है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर 15 दिन के अंदर मेडा ने समस्याओं का समाधान नहीं किया तो मेडा के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर भूख हड़ताल शुरू की जाएगी।
अधिकारियों ने नहीं ली सुध: सुधीर
कालोनी के संरक्षक सुधीर कुमार का कहना है कि उनकी कालोनी का निर्माण जब से हुआ है आज तक संबंधित अधिकारियों ने यहां आकर सुध नहीं ली है। सड़कों के टूटे होने की शिकायत तमाम बार कर चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने यहां आकर देखा तक नहीं। अव्यवस्थाओं के बीच कालोनीवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
कालोनी में अव्यवस्थाओं की भरमार: धीरज
कालोनी के अध्यक्ष धीरज राठी का कहना है कि वह हाल में कालोनी के अध्यक्ष बने है। उनकी कालोनी में 400 परिवार रहते हैं। कालोनी की हालत काफी जर्जर है। मेडा से स्वीकृत होने के बाद भी यहां सुविधाएं शून्य है। कालोनी में अव्यवस्थाओं का अंबार है। अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता तो धरना प्रदर्शन करेंगे।
सीवर बंद होने से हो रही परेशानी: हेमंत
कालोनी निवासी हेमंत शर्मा का कहना है कि उनकी कालोनी के सभी शिविर बंद पड़े हुए हैं। आज तक कालोनी के सीवरेज सिस्टम की सफाई तक नहीं कराइ गई है, जिस कारण वह बंद पड़े हैं। मेडा को कई बार इस संबंध में अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई समाधान नहीं किंया गया। जिससे कालोनीवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
धूल बन रही जी का जंजाल: हेमा
कालोनी निवासी महिला हेमा का कहना है कि कालोनी की सभी सड़कें नहीं बनी है। वाहनों के आने-जाने से टूटी हुई सड़कों से धूल उड़कर उनके घरों में घुसती है। जिससे उनके बच्चों और परिवार के लोगों की आंखों में धूल घुसने से परेशानी हो रही है। बच्चों की आंखों में इंफेक्शन हो चुका है। सड़कों का निर्माण जल्द कराया जाना चाहिए।
लाइट व्यवस्था ठीक नहीं: नीतू
कालोनी निवासी नीतू सहरावत का कहना है कि कालोनी में लाइट की व्यवस्था ठीक नहीं है। नौ ट्रांसफार्मर होने के बाद भी उनकी कालोनी के चार ट्रांसफार्मर ही चल रहे हैं। महज चार ट्रांसफार्मर पर लोड होने से आए दिन फाल्ट आता रहता है। अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
खैरनगर में सफाई व्यवस्था देखने पहुंचे अपर नगरायुक्त से नोकझोंक
मेरठ: पिछले चार पांच वर्षांे से कूड़े के ढेर, क्षतिग्रस्त सड़क और जलभराव की समस्या से जूझ रहे खैरनगर बाजार के व्यापारियों द्वारा नगर निगम के खिलाफ बैनर टांगने के बाद आखिरकार अपर नगरायुक्त टीम के साथ रविवार को उक्त बाजार पहुंचे। यहां होलसेलर एंड रिटेलर केमिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री घनश्याम मित्तल से उनकी नोकझोंक हुई। व्यापारियों ने अधिकारियों को गंदे पानी में घुमाया और कूड़े के ढेर दिखाए। व्यापारियों ने रोजाना गलियों और पूरे बाजार से कूड़ा उठवाने, नालों से सिल्ट निकलवाकर जलभराव से निजात दिलाने और सड़क बनवाने की मांग की।
खैरनगर बाजार में दवाइयों की थोक और फुटकर विके्रताओं की सैकड़ों दुकानें हैं। यहां हजारों मरीज, तीमारदार और अन्य लोग दवाई लेने आते हैं। इस बाजार में चार पांच वर्षांे से झाड़ू न लगने, कूड़ा न उठने, नालों से सिल्ट नहीं निकालने, जलभराव और क्षतिग्रस्त सड़क की समस्या बनी हुई है। व्यापारियों ने अनेक बार नगर निगम पर प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारियों से लेकर नगरायुक्त तक से गुहार की। महापौर से भी अनेक बार गुहार की। करीब 15 दिन पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया बाजार में आये और समस्याओं से रूबरू हुए। उन्होंने अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार को बाजार में रोजाना झाड़ू लगवाने, रोजाना कूड़ा उठवाने, नालों व नालियों से सिल्ट निकलवाने, गोकुल वाली गली की पुलिया को जेसीबी मशीन से उठवाकर नाले में अटी सिल्ट निकलवाने के निर्देश दिए थे।
उन्होंने व्यापारियों को शीघ्र सड़क निर्माण का भरोसा दिया था, लेकिन कोई कार्य नहीं किया गया और समस्या जस की तस है। ट्रिपल इंजन की सरकार द्वारा समस्याओं का निराकरण न किए जाने पर आखिरकार व्यापारियों ने खैरनगर बाजार में नगर निगम के खिलाफ बैनर टांग दिए। सोशल मीडिया पर यह खबर खूब वायरल हुई तो रविवार को अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह टीम के साथ खैरनगर बाजार पहुंचे। उन्होंने समस्याओं को देखा। मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री रजनीश कौशल आदि व्यापारियों ने अधिकारियों को गंदे पानी के बीच घुमाया और कूड़े के ढेर दिखाए।
अपर नगरायुक्त ने कहा कि व्यापारियों के सड़क पर कूड़ा डालने से समस्या बनी है। बाजार में कोई व्यापारी कूड़ेदान नहीं रखता। इस पर होेलसेलर रिटेलर केमिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री घनश्याम भड़क गए। उनकी अपर नगरायुक्त से नोकझोंक हुई। घनश्याम ने अपर नगरायुक्त से पूछा कि पूरे बाजार और उसकी गलियों में मात्र दो सफाई कर्मचारी नजर आते हैं, और सफाईकर्मी कहां रहते है? दो सफाईकर्मी दुकानों से कूड़ा नहीं ले जाते। पूरे बाजार में कहीं झाड़ू नहीं लगाई जाती। नालों से सिल्ट कोई नहीं निकालता और दोषी व्यापारियों को ठकराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले बाजार व गलियों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जाए।
रजनीश कौशल ने कहा कि लाला का बाजार, नील गली, होली चौक, तीरगरान, गुदड़ी बाजार आदि क्षेत्रों की खैरनगर के नाले में की जा रही पानी की निकासी को बंद कराने की मांग की। अपर नगरायुक्त ने कहा कि जब तक व्यापारी सहयोग नहीं करेंगे समस्या बनी रहेगी। उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे कूड़ा कलेक्शन करने वाली गाड़ी में ही कूड़ा डालें। उन्होंने गोकुल वाली गली की पुलिया को जेसीबी मशीन से उठाकर नाले की सफाई कराने का भरोसा दिया, ताकि वहां जलभराव की समस्या से निपटा जा सके। उन्होंने सफाई नायक को सोमवार को 20-25 सफाई कर्मी लगाकर नालों से सिल्ट निकलवाने और बाजार व गालियों से तमाम कूड़ा उठवाने के आदेश दिए।