- गन्ना भुगतान की मांग को लेकर भाकियू बेमियादी धरना शुरू
- डीएम कार्यालय में गन्ना भरने का प्रयास, पुलिस से हुई झड़प
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: भारतीय किसान यूनियन ने बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर हंगामा- प्रदर्शन करते हुए अनिश्चिकालीन धरना शुरू कर दिया है। भाकियू कार्यकर्ताओं ने दर्जनों ट्रैक्टर ट्रालियों पर सवार होकर आए किसानों ने गन्ने की फसल को कलक्ट्रेट परिसर में डालकर रोष प्रकट किया। भाकियू कार्यकर्ताओं ने गन्ने की फसल को जिलाधिकारी कार्यालय में भरने का प्रयास किया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने कार्यालय में नहीं घुसने दिया। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं और पुलिस की तीखी नोंकझोंक भी हुई।
जनपद की शामली, थानाभवन और ऊन शुगर मिलों में पर बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर गुरूवार को भाकियू पदाधिकारियों के नेतृत्व में शामली कलक्ट्रेट में दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रालियां से पहुंचे किसानों ने जमकर हंगामा-प्रदर्शन किया।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष कपिल खटियान ने बताया कि जब तक भुगतान नहीं तब तक धरने का समाधान नहीं होगा। उन्होंने बकाया गन्ना भुगतान न होने तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि किसान परेशान हाल है, लेकिन कोई अधिकारी सुनने वाला नहीं है। भुगतान न होने की स्थिति में कलक्ट्रेट बंद रखा जाएगा। भाकियू प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार ने कहा कि जनपद की तीनों शुगर मिलों पर करीब 533 करोड़ रुपया बकाया है। यही नहीं शामली शुगर मिल की बात करें तो अकेली शामली शुगर मिल पर 333 करोड़ रुपये का किसानों का बकाया गन्ना भुगतान बाकी है।
जिसको लेकर किसानों में रोष व्याप्त है। आगामी दिनों में त्यौहार नजदीक है, लेकिन जिला प्रशासन जिले की तीनों शुगर मिलो से बकाया गन्ना भुगतान दिलाने में नाकाम है। जिसको लेकर किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नगराध्यक्ष योगेंद्र ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पाती पराली जलाने के नाम पर किसानों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, जिनको वापस लिया जाए। बकाया गन्ना भुगतान न होने की स्थिति में किसान बच्चों की स्कूल की फीस, बिजली का बिल भी जमा नहीं कर पा रहा है। जिस कारण अधिकारियों द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है, जिसे बंद किया जाए।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष भंवर सिंह, योगेंद्र सिंह, गय्यूर हसन, ओमपाल सैनी, मास्टर जाहिद, दीपक शर्मा, लाखन सिंह, पदम कैडी, अब्बास, मुनव्वर हसन, इमरान चौहान, अजय तोमर, सद्दाम, प्रदीप त्यागी, संजीव राठी, कुलदीप, फुरकान, गुड्डू बनत, तालिब चौधरी, राजन जावला आदि मौजूद रहे।
पुलिस, पीएसी के जवान रहे तैनात
शामली कलक्ट्रेट पर भारतीय किसान यूनियन के धरने-प्रदर्शन को लेकर मुख्यालय पर सदर कोतवाली, आदर्श मंडी पुलिस के साथ पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। प्रदर्शनकारी भाकियू कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट परिसर में गन्ने की फसल को डाल कर रोष प्रकट किया और डीएम आफिस में गन्ना भरने का प्रयास किया, जिसकों लेकर पुलिसकर्मियों से तीखीं नोंकझोंक भी हुई।
विद्युत अधिकारियों को धरने पर बैठाया
विद्युत विभाग द्वारा किसानों के नलकूपों के कनेक्शनों पर हार्सपावर बढ़ाने के विरोध में विद्युत अधिकारियों को धरना स्थल पर बैठा कर बढाए गए हार्सपावर में की गई वृद्धि वापस लेने की मांग की गई। इस दौरान विद्युत विभाग के एसई जेकेपाल मौजूद रहे। भाकियू ने विद्युत कर्मचारियों पर किसानों का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया।
मिल अधिकारियों से हुई वार्ता, नहीं बनी सहमति
भारतीय किसान यूनियन के बेमियादी धरने को लेकर शुगर मिलों के वरिष्ठ अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और भाकियू पदाधिकारियों से वार्ता कर धरना-प्रदर्शन समाप्त करने की मांग की। लेकिन भाकियू पदाधिकारियों की सहमति नहीं बनी। जिस पर भाकियू ने गन्ना भुगतान के ठोस आवश्सन के बिना बेमियादी धरना स्थगित करने से इंकार कर दिया।
15 दिसम्बर तक पूर्ण भुगतान के आश्वासन तोड़ा अनशन
ऊन: बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर चल रहे कांग्रेस के धरने के चौथे दिन कांग्रेस के पांच कार्यकर्ता अनशन पर बैठ गए। जिसके बाद मिल प्रशासन की निंद्रा खुली। अनशनकारियों के बीच वार्ता हेतु राणा ग्रुप के उपाध्यक्ष जीएस खेरा पहुंचे तथा 15 दिसंबर तक संपूर्ण भुगतान करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने धरना व अनशन समाप्त कर दिया। बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता गत 4 दिनों से धरनारत थे। चौथे दिन कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपक सैनी, तेजपाल गुर्जर, पप्पू नायक, मुस्तफा, अश्वनी शर्मा अनशन पर बैठ गए। जिसके बाद मिल प्रशासन की निंद्रा खुल गई धरना रत कार्यकतार्ओं के बीच राणा ग्रुप के उपाध्यक्ष जीएस खेरा पहुंचे तथा वार्ता के बाद 15 दिसंबर तक संपूर्ण भुगतान करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद कार्यकतार्ओं ने अनशन व धरना समाप्त कर दिया।