- लोगों में कम नहीं हो रहा अंधविश्वास
- आरोपी की पत्नी ने कोतवाली में तहरीर देकर लगाई कार्रवाई की गुहार
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: आज के आधुनिक युग में भी अंधविश्वास में घोर आस्था करने वालों की कमी नहीं है। इसके लिए वे किसी की भी जिंदगी तक को दांव पर लगा देते हैं। प्रताड़ना और बलि तो सामान्य स बात हो गई है। लोगों की सोच है कि इस से नजर नहीं लगती और धंधा सही होता है। मगर वे लोग यह भूल जाते हैं कि बड़ी-बड़ी कंपनियां, होटल व दफ्तरों में नींबूमिर्च नहीं बांधे जाते तो क्या उन का धंधा नहीं चलता?
यहां शिक्षा का स्तर निम्नतम है। वहीं जीवन स्तर भी बेहद निम्न बनने के पश्चात जिस विकास और उजाले की उम्मीद यहां की आवाम कर रही थी। उसका कहीं पता नहीं है और आज भी दशकों पूर्व जैसा माहौल है। आज भी यहां अंधविश्वास में छोटी-सी बात पर बेवजह हत्या हो जाती है।
एक तरफ देश जहां तेजी से विकास के पथ पर गतिमान है, वहीं अंधविश्वास की वजह से मासूम बच्चों और औरतों को जान से मारने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यह हमारे लिए बहुत ही शर्म की बात है कि हम 21वीं सदी में रहकर और इतने पढ़े-लिखे होकर भी इन सब पर भरोसा करते हैं। लोगों का यही अंधविश्वास उन्हें इस मोड़ पर ले जाकर खड़ा कर देता है, जहां कोई भी ढोंगी बाबा उनके भले का हवाला देकर उनको बलि या हत्या के लिए उकसा देता है।
इसके पीछे लोगों से धन ऐंठने से लेकर उनके घर, जमीन पर कब्जा करने का लालच होता है, अब तो ये महिलाओं के शारीरिक शोषण के लिए भी अंधविश्वास का सहारा लेते हैं। अंधविश्वास से कभी किसी तरह का कोई फायदा नहीं होता है। सिर्फ नुकसान ही होता है, इसलिये अंधविश्वास के चक्कर में ना ही खुद पड़ना चाहिए और ना ही दूसरों को पड़ने देना चाहिए। तंत्र-मंत्र के जाल में फंसने की ऐसी कितनी कहानियां हमारे देश में हैं, जहां एक छोटे से अंधविश्वास के कारण लोग दूसरों की जान तक ले लेते हैं।
सरधना के रतनगढ़ी गांव में बलि देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि तांत्रिक पिता ने कारोबार चलाने के लिए अपने ही पुत्र की बलि देने की कोशिश की। उसकी पत्नी ने विरोध किया तो आरोपी ने उस पर धारदार हथियार से हमला करके घायल कर दिया। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण उस ओर दौड़े तो आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गया।
शनिवार को पीड़िता ने कोतवाली पर आरोपी पति व ससुर के खिलाफ तहरीर देते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। मंसूरपुर निवासी मोनी पुत्री ओमकार की शादी सरधना के रतनगढ़ी गांव में हुई है। आरोप है कि ससुराल वाले शादी के बाद से ही महिला का उत्पीड़न करते आ रहे हैं।
आरोपी पति व ससुर तंत्र क्रिया का काम करते हैं। बीते शुक्रवार की रात को महिला बच्चों के साथ आराम कर रही थी। आरोप है कि तभी पति वहां पहुंचा और कारोबार चलाने के लिए पुत्र वासु की बलि देने की बात कही। उसने बच्चे की बलि देने की कोशिश की। जिस पर महिला ने विरोध कर दिया। आरोपी ने महिला पर ही धारदार हथियार से हमला कर दिया।
हमले में महिला घायल हो गई। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण उस ओर दौड़ पड़े। ग्रामीणों को आता देख आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गया। मोनी ने फोन करके मायके वालों को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही मायके वाले वहां पहुंच गए। शनिवार को पीड़िता ने कोतवाली पहुंच कर आरोपी पति के खिलाफ तहरीर देते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की।