- पिछले सत्र में 153251 और आगामी सत्र में 156636 हेक्टेयर रकबे में गन्ने की बुवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: किसान आंदोलन के दौरान तमाम शिकवे-शिकायत और पूरा गन्ना भुगतान न होने के बावजूद मेरठ जनपद में गन्ने की बुवाई के मामले में किसान पीछे नहीं रहे हैं। बीते पेराई सत्र में जहां 153251 हेक्टेयर रकबे में गन्ना बोया गया था, वहीं आगामी सत्र 2022-23 के लिए 156636 हेक्टेयर भूमि में गन्ने की बुवाई की गई है। यह रकबा पिछले सत्र के मुकाबले 2.21 प्रतिशत अधिक है।
गौरतलब है कि गन्ना विभाग ने जीपीएस प्रणाली के माध्यम से एचएचसी के जरिये गन्ना सर्वेक्षण का कार्य कराया है। जिसमें ऊपर दिए गए आंकड़े सामने आए हैं। हालांकि यह सर्वे अभी अंतिम घोषणा नहीं है। अभी गन्ना समितिवार राजस्व ग्रामों की मैपिंग और आॅनलाइन उपलब्ध राजस्व रिकार्ड से कृषकवार गाटा संख्या फीडिंग का कार्य ही पूर्ण हुआ है। अभी आगामी पेराई सत्र में गन्ना कृषकों की कृषि योग्य भूमि एवं गन्ना क्षेत्रफल का ग्राम स्तरीय सर्वे एवं सट्टा प्रदर्शन के दौरान गन्ना कृषकों के मध्य प्रदर्शित किया जाना है।
जिला गन्ना अधिकारी डा. दुष्यंत कुमार ने बताया कि अभी आपत्ति और निस्तारण का कार्य किया जाना है। इसके लिए 20 से 30 जुलाई तक ग्राम स्तरीय सर्वे का और सट्टा प्रदर्शन, राजस्व अभिलेखों एवं या घोषणा पत्र से सर्वे किए गए गन्ना क्षेत्रफल का मिलान करने का अभियान चलाया जाएगा। इसके उपरांत एक सितंबर से 10 सितंबर तक प्री कैलेंडर तैयार करने, गन्ना ऐप और वेबसाइट पर आनलाइन एवं उपलब्धता कराने का अभियान चलेगा।
11 से 30 सितंबर तक समिति स्तर पर सर्वे और सट्टा प्रदर्शन एवं आपत्ति निस्तारण का अभियान चलाया जाएगा। मिलों के संचालन से एक सप्ताह पूर्व अंतिम कैलेंडर आर्य तैयार करके ई- गन्ना ऐप और वेबसाइट पर आनलाइन उपलब्धता कराया जाएगा।