Friday, August 15, 2025
- Advertisement -

पुलिस की लापरवाही से कहीं फिर भड़क न जाए जातीय संघर्ष की आग

  • एक सप्ताह के भीतर दलित युवक पर दूसरी बार चलाई गोली
  • हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के सैफपुर कर्मचंदपुर गांव का मामला

जनवाणी संवाददाता |

हस्तिनापुर: ढाई दशक पहले हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के सैफपुर कर्मचंदपुर गांव से भड़की जातीय संघर्ष की ठंडी पड़ चुकी आग पुलिस की लापरवाही से फिर भड़क सकती है। एक सप्ताह के भीतर गांव निवासी एक दलित युवक पर आरोपी ने साथियों से मिलकर जान लेने की नियत से दो फायर झोंके। संयोग से वह बच गया।

पुलिस के पहुंचने से पूर्व आरोपी अपने साथियांे संग फरार हो गया। आरोपी कुछ दिन पूर्व ही आर्म्स एक्ट के मुकदमें में जेल से जमानत पर छूटा है। पांच दिन पहले हुई घटना में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर आरोपी ने फिर से घटना को अंजाम दे डाला। अब पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है।

साल 1995-96 में दो बार हुआ था जातीय नर संहार

दरअसल, सैफपुर गांव से साल 1995-96 में दलित-गुर्जर जातीय संघर्ष की शुरूआत हुई थी। एक लाख के इनामी रहे करोड़ी गुर्जर गैंग व श्रीराम गैंग के बीच हुए जातीय खूनी संघर्ष में पाली-इकवारा कांड में दो बार छह-छह सामुहिक नरसंहार के साथ कई अन्य हत्याएं हुईं थीं। महक सिंह उर्फ करोड़ी व श्रीराम और सैफपुर कर्मचंदपुर निवासी श्रीराम गैंग के लोगों के जेल चले जाने के बाद मामला शांत हो गया था। उस कांड की गूंज पूरे प्रदेश में गूंजी थी। उसके बाद से गांव या क्षेत्र में जातीय सघर्ष की आग पूरी तरह ठंडी पड़ चुकी थी।

फिर उठी चिंगारी

जातीय संघर्ष के दौरान मारे गए जयपाल के भतीजे टिंकू पुत्र तिलकराज ने बताया कि पिछले कुछ महीनांे से करोड़ी का पारिवारिक भतीजा अपने साथियों के साथ उसे व उसके परिवार को आतंकित कर रहा है। करीब डेढ़ महीना पहले वह साथियांे संग अवैध असलाहों के साथ उसके घर में घुस आया और पैसे की मांग की। पैसा नहीं मिलने पर वह धमकी देकर चला गया।

इसकी शिकायत उसने पुलिस से की तो आरोपी को हस्तिनापुर पुलिस ने पकड़कर तमंचा बरामद किया और आर्म्स एक्ट में जेल भेज दिया। कुछ दिन पूर्व ही वह जमानत पर छूटा है। करीब पांच दिन पहले खेतों के पास आरोपी ने जान से मारने के लिए उस पर गोली चलाई, लेकिन वह बच गया। उसने पुलिस व आला अधिकारियों से इसकी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।

बुधवार को फिर से जब वह अपने खेतों से गांव लौट रहा था तो आरोपी अपने साथियांे संग वहां पहुंचा। अपने आप को घिरता देख वह भागने लगा तो आरोपी व उसके साथियांे ने उस पर दो गोलियां चलाईं। गन्ने के खेतों में छिपकर उसने पुलिस को फोन किया।

पुलिस के पहुंचने पर आरोपी भाग निकले। सीओ मवाना आशीष शर्मा बाद में गांव में पहंुचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया। सीओ मवाना ने कहा कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने इंस्पेक्टर मवाना को आरोपी को जल्द पकड़ने को निर्देशित किया।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Puja Pal : पूजा पाल को सपा से निकाला गया, CM Yogi की तारीफ पड़ी भारी

जनवाणी ब्यूरो | यूपी न्यूज़ : उत्तर प्रदेश की...

गेहूं की बुवाई से पहले बीजोपचार करना जरूरी

गेहूं की सफल बुआई के लिए खेत को अच्छी...

चने की बुआई और कीट निवारण

चने की खेती करने की योजना बना रहे लोगों...

स्वतंत्र नहीं स्वच्छंद हैं हम

स्वतंत्रता हर किसी को रास नही आती। खासकर आम...
spot_imgspot_img