जनवाणी संवाददाता |
जानी खुर्द: हिंडन नदी का अचानक जल स्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे गांवो हरियाखेड़ा,सरर्फाबाद,गढ़ी कालजरी,पूरनपुर नवादा, चमरावल आदि गांवों की। करीब बारह सो बीघा खड़ी फसल जलमग्न हो गई।इसके चलते किसानों को भारी परेशानी के चलते भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है।किसानों की शिकायत पर एसडीएम बागपत व राजस्व विभाग की टीम ने मौका मुआयना कर सिंचाई विभाग के एक्सईन को हिंडन में पानी कम करने के दिशा निर्देश दिए थे।किसानों की समस्या के चलते भारतीय किसान यूनियन किसान सभा का भोला सिंचाई विभाग पर हंगामा व अनिश्चित धरना शुरू किया।
बागपत व गाजियाबाद जनपद के पूरनपुर नवादा,गढ़ी कलांजरी,चमरावल, मुकारी,सर्फाबाद आदि किसानों ने बताया उनके करीब हजार बीघा खेतों में आलू, मूली, पालग,गेहूं,सरसों,खीरा,बैंगन,लौकी,टमाटर आदि वो रख्खी है। हिंडन में कई दिनों से जल स्तर बढ़ने से हजारों बीघा खड़ी फसल डूब गई।किसानों ने बताया कि उन्होंने जमीन को ठेके पर लेकर लाखों रुपए लगाकर फसल बोई थी लेकिन फसल जलमग्न होने से हजारों बीघा फसल नष्ट हो जाने से किसान बर्बाद हो गया।किसानों की शिकायत पर बागपत खेकड़ा एसडीएम व राजस्व विभाग की टीम ने मौका मुआयना कर निरीक्षण किया और सिंचाई विभाग के एक्सईन को जल स्तर कम करने के दिशा निर्देश दिए थे।हिंडन में जल स्तर कम न होने के चलते आज सैकड़ों किसान भोला स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय पर पहुंचे और जमकर हंगामा प्रदर्शन किया।किसानों ने कहा कि हिंडन का जल स्तर कम हो व किसानों की खड़ी खराब हुई फैसल का मुआवजा किसानों को दिया जाए।किसान यूनियन किसान सभा प्रदेश प्रवक्ता अमित जाखड़,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रत्यागी,प्रदेश अध्यक्ष युवा विनीत त्यागी,प्रदेश अध्यक्ष देवदर्थ धामा,मंडल उपाध्यक्ष मोहसिन आदि ने चेतावनी दी कि जब तक मांगे नहीं मानी गई किसानों का धरना जारी रहेगा।