- लखनऊ मुख्यालय के बार-बार मांगे जाने के बाद भी नहीं भेजी सूची
- दिवंगतों को प्रमोशन को लेकर हो रही फजीहत के डेमेज कंट्रोल में जुटे अफसर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्रमोशन लिस्ट में मुर्दों व रिटायर्ड हो चुके कर्मचारियों के नाम के पीछे यूपी पावर कारपोरेशन के उन उच्च पदस्थ अफसरों का खेल बताया जा रहा है, जिन्हें अपने चहेतों को अवर अभियंता का प्रमोशन दिलाना था। सुनने में आया है कि दरअसल अपने चहेते जीटी-2 को अवर अभियंता बनाने के उनके खेल की जल्दबाजी ने महकमे की फजीहत करा दी। इसके लिए अकेले ये अफसर ही जिम्मेदार नहीं है।
इसके लिए तमाम डिस्कॉम के वो अफसर भी कम कसूरवार नहीं, जिन्होंने अवर अभियंताओं के प्रस्तावित प्रमोशनों को लेकर जीटी-2 की सूची मांगी गयी थी लेकिन उन्होंने वक्त रहते नहीं भेजी। स्टाफ में चर्चा है कि इसी सूची को भेजने में की गयी देरी और अपने चहेतो को अवर अभियंता बनाने की जल्दबाजी सारे फसाद की जड़ है। इसी जल्दबाजी ने यूपी पावर कारपोरेशन के दिवंगत और रिटायर्ड हो चुके कर्मचारियों को भी प्रमोशन दिलाकर उन्हें अवर अभियंता बनवा दिया। यह मामला अब बड़े अफसर जो इस प्रमोशन के काम से सीधे जुड़े हैं, उनके गले की फांस बन गया है।
महकमे के दिवंगतों की बनेगी सूची
इस बीच जानकारी मिली है कि प्रमोशन सूची में दिवंगतों को प्रमोशन को लेकर जो फजीहत हो रही है उसके डेमेज कंट्रोल के लिए ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार की जाएगी जो अब इस दुनिया में नहीं है। इसके अलावा इस सूची में ऐसे नाम भी शामिल हैं, जो काफी पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जो लोग नौकरी छोड़कर जा चुके हैं, उनकी भी सूची तैयार की जाएगी। ऐसे तमाम लोगों के नामों की सूची तैयार करने के निर्देश उच्च पदस्थ द्वारा दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमोशन को ना पर फिर प्रमोशन नहीं
प्रमोशन के खेल के सामने आने के बाद यह भी तथ्य प्रकाश में आया है कि ऐसे कर्मचारियों की बहुत बड़ी संख्या है जो प्रमोशन चाहते ही नहीं। इसके लिए एक नहीं कई वजह गिनायी जा रही हैं। वैसे ज्यादातर के साथ ऐज फैक्टर की बात सामने आ रही है। दरअसल जीटी-2 के बाद मिलने वाले अवर अभियंता के प्रमोशन में उतना फायदा नहीं जितना जीटी-2 बने रहते हुए लोकल में अपने परिवार के साथ रहने में है। यह तो हुई पसंद या ना पसंद की बात।
लेकिन इस तथ्य के प्रकाश में आने के बाद उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के उप सचिव राकेश भट्ट के हस्ताक्षर से 24 फरवरी को मुख्य अभियंता जल विद्युत, समस्त मुख्य अभियंता, मुख्य महाप्रबंधक/महाप्रबंधक, अधीक्षण अभियंता/उप महाप्रबंधक, समस्त अधिशासी अभियंता उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन को भेजे पत्र में निर्देशित किया है कि प्रमोशन लेने से इंकार करने वाले तथा कपित कारणों से प्रमोशन के बाद ज्वाइन न करने वाले कर्मचारियों को भविष्य में किसी प्रकार का प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। यह स्पष्ट कर दिया जाए।
प्रमोशन लेने में कइयों की बढ़ी मुसीबत
वहीं दूसरी ओर प्रमोशन के नाम पर जिस प्रकार से दूरदराज इलाकों में कर्मचारियों को भेजा जाता है उसके चलते अब कहा जाने लगा है कि पावर कारपोरेशन में कुछ कर्मचारियों के लिए प्रमोशन लेना किसी मुसीबत से कम नहीं। इसके पीछे तर्क भी दिया जाता रहा है। दरअसल जो जीटी-2 पचास के पार हो चुके हैं उनके लिए प्रमोशन मुसीबत साबित हो रहा है। इसके इतर जो तीस से चालिस के बीच की उम्र के हैं और जिनकी नौकरी अभी बीस साल बाकि है उनके लिए प्रमोशन फायदे का सौदा है। यूपी पावार कारपोरेशन में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा प्रमोशन सूची को लेकर है।