जनवाणी संवाददाता |
शामली : शामली शहर के मुख्य चौक चौराहे पर ट्रेफिक व्यवस्था राम भरोसे ही चल रही है। आगामी समय में कांवड यात्रा शुरू होने वाली ऐसे में कांवड यात्रा कैसे संपन्न हो सकेगी। उधर, मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद भी नाबालिग स्कूली बच्चे दुपहिया वाहनों पर फराटे भर रहे हैं। इतना ही नहीं मॉडिफाई बाइकों पर जाति सूचक शब्द भी लिखे हैं तथा और पटाखा फोड़ती हुई बुलेट सड़कों पर सरपट दौड़ रही है। जिस कारण लगातार जनपद में लगातार एक्सीडेंट जैसी घटनाएं बढ़ रही है। ट्रेफिक पुलिस के जिम्मेदार इस तरफ से बिल्कुल आंखे मूंदे हुए हैं।
शामली जिले में 27 ट्रेफिक पुलिस कर्मी है जिनमें से 15 दूसरे जनपदों में डयूटी पर गए हैं और कुछ बाकी ट्रेफिक पुलिसकर्मी शामली के मुख्य चौक चौराहों से लापता है। आखिरकार जिले की ट्रैफिक व्यवस्था किसके भरोसे है। कावड़ मेला आने वाला है जबकि ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था की ओर से कोई भी व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। वहीं ट्रैफिक इंचार्ज सुखविंदर सिंह का कहना है कि उनके पास ट्रेफिक पुलिस कर्मियों की कमी है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से इस मामले में बात की है।