जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका दौरे के दौरान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत की स्थिति एक बार फिर स्पष्ट की। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर सख्त कार्रवाई करेगा और यही संदेश ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पूरी दुनिया को दिया गया है। जयशंकर ने कहा कि अगर भारत पर आतंकी हमले होते हैं, तो उनके अपराधियों, समर्थकों, वित्तपोषकों और साजिशकर्ताओं को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
क्या बोले विदेश मंत्री?
विदेश मंत्री ने कहा कि 7 मई को किए गए ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को वैश्विक स्तर पर स्पष्ट करना था। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने दुनिया को दिखा दिया कि हम केवल प्रतिक्रिया नहीं देते, बल्कि जरूरत पड़ने पर निर्णायक कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटते।
क्वाड और UNSC का समर्थन मिला
जयशंकर ने बताया कि ऑपरेशन के बाद क्वाड देशों – अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत-ने 25 अप्रैल को जारी संयुक्त बयान में आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया। इस बयान में कहा गया कि आतंकियों और उनके समर्थकों को हर हाल में न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
पहलगाम हमले की निंदा
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद क्वाड देशों ने संयुक्त रूप से इस हमले की निंदा की। विदेश मंत्रियों के साझा बयान में आतंकियों, उनके आयोजकों और वित्तपोषकों को शीघ्र न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया गया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की थी।
अमेरिका के साथ द्विपक्षीय बातचीत
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के बारे में जयशंकर ने कहा कि बैठक में बीते छह महीनों के द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की गई। इसमें व्यापार, निवेश, रक्षा, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके अलावा उन्होंने अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और ऊर्जा सचिव क्रिस राइट से भी अलग-अलग बातचीत की।
रूस से तेल आयात पर टैरिफ योजना पर भी बोले जयशंकर
रूस से तेल आयात करने वाले देशों पर अमेरिका द्वारा 500% टैरिफ लगाने की संभावित योजना पर जयशंकर ने कहा कि भारत इस विषय पर सतर्क है और अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क में है। उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं और हितों की जानकारी अमेरिकी सांसदों को दे दी गई है। भारत समय आने पर इस विषय पर उचित निर्णय लेगा।
भारत आतंकवाद पर अडिग
जयशंकर ने कहा कि भारत पिछले कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है, लेकिन अब देश हर मोर्चे पर इसका जवाब देने में पूरी तरह सक्षम और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है और हम इसका प्रयोग करना जानते हैं।
बता दें कि, यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत लगातार आतंकी हमलों और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ का सामना कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर को भारत की निर्णायक कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि अब भारत केवल चेतावनी नहीं देगा, बल्कि ठोस कदम भी उठाएगा।