- चुनाव बाद बकाया वसूली को सख्ती से चलेगा अभियान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के साढेÞ तीन लाख उपभोक्ताओं में से करीब 62 हजार उपभोक्ताओं पर पीवीवीएनएल का 40 करोड़ से ज्यादा का बकाया है। ऐसे उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर यह है कि लोकसभा चुनाव निपटने तक परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन चुनाव के निपटते ही सूदखोर की तर्ज पर यानि कोई रियायत नहीं, बिजली वाले अपने बकाए के लिए वसूली अभियान चला सकते हैं।
हालांकि ऐसा भी नहीं है कि चुनाव के दौरान वसूली के नोटिस ही नहीं आएंगे, नोटिस भी आएंगे और कनेक्शन भी काटे जाएंगे, लेकिन थोड़ी रियायत व मोहलत के साथ, मगर चुनाव निपट जाने के बाद किसी प्रकार की रियायत की उम्मीद ना रखी जाए तो बेहतर है।
बकाए को लेकर की जाने वाली रिकवरी को लेकर केवल पीवीवीएनएल एमडी ही नहीं बल्कि लखनऊ में बैठे अफसर भी लगातार अपडेट लेते रहते हैं। यहां तक कि पांच लाख से ऊपर के बकाए वाले मामलों में तो सीधे वहीं से कनेक्शन काटने के आदेश कर दिए जाते हैं। इसके अलावा अभियान की मॉनिटरिंग के लिए टीम भी पिछले दिनों मेरठ आयी थी। उपभोक्ताओं के आंकड़ों पर नजर डालें,
तो साल 2023 में विद्युत विभाग के 172 उपभोक्ता ऐसे थे, जिन पर एक लाख रुपये से ज्यादा का बकाया था। तब बिजली विभाग में इनमें से सिर्फ 40 लोगों के कनेक्शन काटे, जबकि शेष 132 पर यहां भी विभाग की मेहरबानी रही। इन पर करीब 23 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी है थी।
कनेक्शन के फर्जी नंबर बने मुसीबत
बीते साल पीवीवीएनएल ने बकाया वसूली के लिए चलाए गए फोन घुमाओ अभियान चलाया था। अभियान के दौरान पीवीवीएनएल के सभी चौदह जनपदों में 8.08 लाख बकाएदार ऐसे सामने आए हैं। जिन्होंने अपने नंबर ही बदल दिए। अब विभाग इन बकाएदारों की तलाश में अभियान चलाएगा। पहली से 30 सितंबर तक चले अभियान के दौरान अधिकारियों की ओर से पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में कुल 40.18 लाख बकाएदारों को फोन मिलाया गया।
इसमें से 32.73 लाख उपभोक्ताओं के ही नंबर मिल पाए। लगभग 8.08 लाख उपभोक्ताओं के नंबर ही बंद पाए गए। अकेले मेरठ जोन में 97 हजार के बंद मिले थे। बकाया बिल जमा कराने के लिए मेरठ जोन में कुल 5.02 लाख उपभोक्ताओं को फोन लगाया गया, जिसमें 4.05 लाख ने फोन रिसीव किया।
जोन में ऐसे 97 हजार उपभोक्ता सामने आए जिन्होने अपने मोबाइल या तो बंद कर लिए या नंबर बदल दिए। मेरठ शहर की सभी पांच डिवीजन में विभाग की ओर से 1.72 लाख उपभोक्ताओं को फोन मिलाया गया और इसमें 1.43 लाख उपभोक्ताओं का फोन रिसीव हुआ।
- कोई रियायत नहीं
बिजली के बकाए को लेकर उपभोक्ताओं को संजीदा रहना चाहिए। पीवीवीएनएल पहले खरीदता है तब बिजली की आपूर्ति करता है। यदि समय पर बिल नहीं जमा करेंगे तो धन अभाव में बिजली कैसे खरीदी जाएगी। -धीरज सिन्हा चीफ