Tuesday, July 15, 2025
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हृदय-रोग में घरेलू उपचार

Sehat 2

सुदर्शन भाटिया

हृदय रोग न हो, हो गया है तो आगे न बढ़े, गंभीर न हो, धीरे-धीरे पूरी तरह ठीक भी हो जाए इस के लिए घरेलू उपचार बहुत जरूरी हैं बहुत सस्ते हैं, बहुत उपयोगी हैं। हृदय-रोग से बाहर निकाल, निरोगता प्रदान करते हैं ये। इनका लाभ उठाएं।

प्याज तथा शहद

ये दोनों चीजें हर घर में, हर समय उपलब्ध रहती हैं। प्याज का रस दो छोटे चम्मच तथा इतना ही शहद मिला कर रोगी चाट लें। दिन में दो खुराक लें। लाभ होगा। वास्तव में प्याज का रस कोलेस्ट्रोल को कम करने में सक्षम है। जरूर ठीक होंगे।

लहसुन का सेवन

रात को पांच तुरियां छील कर एक गिलास में भिगो दें। प्रात: इन लहसुन की तुरियों को भली प्रकार चबाकर खायें। साथ में गिलास वाला पानी भी लें। फायदा होगा। जब तक पूरा लाभ नहीं हो जाता, यह उपचार जारी रखें। यह हृदय की धमनियों की सिकुड़न हटा देता है। कोलेस्ट्रोल घटा देता है।

शहद का सेवन

दोनों समय, खाना खाने के बाद शहद का एक एक चम्मच खाने से हृदय रोग का वेग घटता जाता है। यदि कोई इसे इस प्रकार भोजन के बाद खाता रहे तो रोग होगा ही नहीं।

सेब का रस तथा सेब

ऐसे रोगी के लिए सेब का सेवन बहुत उत्तम रहता है। वह कम से कम दो सेब, दिन में दो बार अवश्य खाया करें। यदि दिन में एक बार तीन चौथाई गिलास सेब का रस भी पी सकें तो जरूर पिया करें। उसे काफी आराम मिलेगा।

अंगूर तथा अंगूर का रस

हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति के लिए अंगूर बहुत ठीक रहते हैं। उसे जरूर खाने चाहिए। हृदय को शांति मिलेगी। यदि ऐसा व्यक्ति अंगूर का रस भी पिया करे तो और अधिक लाभ होगा। आधा गिलास अंगूर का रस प्रतिदिन काफी है।

केवल अंगूर

यदि ऐसे रोगी को चिकित्सक की सलाह के बाद पूरे चार दिन केवल अंगूर तथा अंगूर के रस पर रखा जाए तो बहुत शीघ्र रोग से छुटकारा मिलेगा पर यह मधुमेहियों हेतु उचित नहीं है।

अर्जुन की छाल का चूर्ण

अर्जुन वृक्ष की छाल लेकर, छाया में सुखा कर, कूट-पीसकर कपड़े से छान लें। एक बड़ा चम्मच पानी के आधा गिलास में डालें। इस चूर्ण मिले पानी में शहद का एक चम्मच भी मिलाएं। इसे रोगी पी ले। ऐसी दो खुराकें प्रतिदिन लें।

आहार में

आहार में तले पदार्थ, घी, तेल, मसाले न लेकर अंकुरित अनाज व अंकुरित दालें खाएं। साथ ही आंवला, नींबू, लहसुन, प्याज, सूरजमुखी बीज खाएं। ईसबगोल का तेल एक छोटा चम्मच प्रात: तथा एक छोटा चम्मच शाम को लें। धनिये के बीज दो चम्मच एक गिलास पानी में भिगोकर, उबालकर, गुनगुना पिया करें तो रोग से छूट सकेंगे।

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