- पटाखों का निर्माण तो नहीं हो रहा था मकान में, जांच का विषय
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: समर गार्डन 60 फुटा रोड पर इंतजार का मकान विस्फोट के कारण पूरी तरह से मिट्टी में समा गया। जिस किसी ने भी मलबे की हालत देखी हर किसी की जुबान से बस यही निकला कि सिलेंडर फटने से मकान जमींदोज कैसे हो सकता है और इससे आसपास के मकानों में दरार कैसे आ सकती है। पुलिस अधिकारियों ने भले ही खुलकर आतिशबाजी की बात न की हो, लेकिन उनका भी मानना है कि इस विस्फोट की व्यापक जांच कराई जाएगी।
इंतजार का मकान फं्रट पर है। जिस वक्त धमाके साथ विस्फोट हुआ उसने किसी को कुछ भी सोचने का मौका नहीं दिया। किसी ने पुलिस को सूचना दे दी कि सिलेंडर फटने से विस्फोट हुआ है। हर कोई इसे ही मान रहा था। मौके पर मौजूद भीड़ सिलेंडर के फटने की रट लगाए हुए थी। जब फॉरेंसिक टीम और फील्ड यूनिट वाले मौके पर आए और उन्होंने देखा कि जिस अंदाज में सौ गज का लिंटर पूरी तरह से टूटकर मिट्टी में मिल गया वो एकमात्र सिलेंडर फटने से नहीं हो सकता है।
जब मलबा हटाने का काम हुआ तो उसमें पटाखों में लगने वाल कागज आदि मिलने शुरू हो गए। एक बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या सिलेंडर विस्फोट से आसपास के बीस पच्चीस मकानों की खिड़कियों के शीशे टूट सकते हैं। जिस मकान में यह हादसा हुआ उसके ठीक सामने वाले मकान में दरार आ गई और शीशे की खिड़कियां तक टूट गई।
मकान से 50 मीटर दूर के मकान के दरवाजे और खिड़कियां हिल गई थी। एसएसपी रोहित सिंह सजवान का कहना है कि जिस तरह का हादसा हुआ है उसमें हर पहलू पर जांच की जाएगी और फॉरेंसिक टीम जल्द इसकी रिपोर्ट देगी और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि संभावनाओं को नजरअदांज नहीं किया जा रहा है।
तीन जेसीबी मशीनें भी मलबे को साफ नहीं कर पाई
विस्फोट से मिट्टी में मिल गए इंतजार के मकान के मलबे को हटाने के लिये तीन जेसीबी मशीनें लगाई गई थी। इन मशीनों को चलाने वालों को सख्त हिदायत दी गई थी कि पहली प्राथमिकता यह ढूंढना है कि मलबे में कोई दबा तो नहीं रह गया है। शाम पांच बजे से लेकर शाम सात बजे तक रेस्क्यू आपरेशन चला। जब परिवार के लोगों ने कह दिया कि अब घर में कोई बचा नहीं है।
इसके बाद जेसीबी मशीनों ने काम बंद कर दिया गया। 100 गज के मकान में विस्फोट ने सबकुछ तहस नहस कर दिया था बस सीढ़ियां पूरी तरह से नहीं टूट पाई थी। छत का आधा हिस्सा आगे की तरफ जाकर गिरा था। जब जेसीबी मशीन अंदर गई तो वहां उसे सीमेंट के टुकड़े ज्यादा दिखाई दिये। शुरुआती डेढ़ घंटे में तो इस डर से मलबा हटाया जाता रहा ताकि कोई अंदर फंसा न रह गया हो।
दो जेसीबी मशीनों ने जब मलबे को पूरी से पलट कर देख लिया कि अंदर कोई दबा नहीं है ऐसे में तीसरी जेसीबी मशीन को लगाकर रास्ता बनाने का काम किया गया। जेसीबी मशीन के चालकों ने भी बहादुरी का परिचय देते हुए पूरा आपरेशन संयम के साथ चलाया। रात का अंधेरा होने के बाद जेसीबी मशीन चली गई थी कुछ पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिये छोड़ दिया गया था।
बगल के दो मकान भी ढहे
समर गार्डन कालोनी में 60 फुटा रोड पर सोमवार शाम इंतजार उर्फ इंतु के घर में विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि इंतजार के पड़ोसी सदाकत व आदिल का मकान भी ढह गया। धमाके की आवाज से घबराकर लोग घरों से बाहर निकल आए। आसपास के मकानों की खिड़की व दरवाजों के शीशे की दीवारों का सीमेंट उखड़ गया। पुलिस और प्रशासनिक अफसर घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े।