Wednesday, August 13, 2025
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600 बीघा में विकसित कर दी अवैध कॉलोनी, कार्रवाई कब?

  • ग्राम समाज और दलितों के पट्टों पर भी कब्जा कर कॉलोनी विकसित करने का आरोप
  • एसडीएम को भी की गई शिकायत

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: अम्हेडा रोड पर 600 बीघा जमीन में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। इसके ध्वस्तीकरण के भी आदेश हो चुके हैं, लेकिन फिर भी एमडीए के इंजीनियर इस पर बुलडोजर नहीं चला रहे हैं। भाजपा नेताओं के दबाव के चलते इस पर बुलडोजर नहीं चल रहा हैं। बुलडोजर सिर्फ उन्हीं कॉलोनियों पर चल रहा हैं, जो विपक्षी दलों के नेताओं की हैं।

उधर, एमडीए इंजीनियरों का कहना है कि कॉलोनी के ध्वस्तीकरण के आदेश हैं, मगर फोर्स नहीं मिल रही हैं, जिसके चलते ध्वस्तीकरण नहीं हो पा रहा हैं। यह बड़ी बात है कि करीब 600 बीघा जमीन में हाइवे से अम्हेडा श्मशान घाट के पीछे यह कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। निर्माण दर निर्माण चल रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ है जब एमडीए और एसडीएम के पास इसकी शिकायत पहुंची।

इस कॉलोनी में दलितों के पट्टों की जमीन पर कब्जे की तो शिकायत हुई ही है, साथ ही अम्हेडा ग्राम समाज की भूमि पर भी अवैध कब्जा करने की बात कही गई हैं। अब इसकी जांच को भी प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा हैं। पहले इसकी शिकायत ग्राम प्रधान ने की थी, लेकिन तब यह मामला दबा दिया गया था। अब फिर से इसकी शिकायत हुई हैं, जिसमें ग्राम समाज व दलितों के पट्टों की जमीन को लेकर अवैध कॉलोनी विकसित करने वाले बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई हैं।

दो दर्जन दुकाने भी इसमें बना दी गई हैं। कॉलोनी का बड़ा रकबा हैं, जिसमें सड़कों को पक्का करने का काम चल रहा हैं। मकान भी बिल्डर ने बनाकर खड़े कर दिये हैं। ये हालत है कि किसी तरह का बिल्डर को डर ही नहीं हैं। कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह और प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी की सख्ती के बावजूद 600 बीघा जमीन में बड़ी कॉलोनी विकसित कर दी गई। यह क्षेत्र आर-जोन हैं, यदि इसका मानचित्र स्वीकृत कराया जाता तो बीस करोड़ से ज्यादा का राजस्व एमडीए को प्राप्त होता, लेकिन एमडीए के इंजीनियर ही राजस्व को चोट पहुंचा रहे हैं। राजस्व के रूप में एमडीए को बड़ा नुकसान हो रहा हैं।

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