- मोनू घाट की अवैध कॉलोनी का मामला, चार नोटिस भेजे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: घाट रोड पर बसंत कुंज अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। इसकी शिकायत मंगलवार को लोगों ने डीएम से की हैं। डीएम की सख्ती के बाद अब एमडीए के इंजीनियर सक्रिय दिखायी दे रहे हैं। शिकायत को डीएम दीपक मीणा ने गंभीरता से लिया हैं। इस जमीन में सरकारी नाली होने की भी शिकायत की गई हैं, इस आरोप में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन तहसील स्टाफ इसकी जांच करेगा।
फिलहाल इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। इसको लेकर मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने भी इस कॉलोनी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इंजीनियरों की तरफ से कॉलोनी विकसित कर रहे बिल्डर को चार नोटिस थमा दिये हैं, जिसमें कहा है कि यदि आपने निर्माण नहीं रोका तो अवैध कॉलोनी को ध्वस्तीकरण कर दिया जाएगा। यह अवैध कॉलोनी मोनू घाट की बताई गई है, जिनके नाम से ही मेरठ विकास प्राधिकरण से नोटिस जारी हुए हैं।
मोनू घाट में व्यापक स्तर पर घाट रोड पर अवैध कॉलोनी विकसित की है, जिसकी शिकायत डीएम से की है, जिसके बाद ही मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियर हरकत में दिखाई दे रहे हैं। करीब 15 दिन के भीतर एक के बाद एक चार नोटिस अवैध कॉलोनी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्राधिकरण ने काट दिए हैं। अब कभी भी ध्वस्तीकरण करने के लिए अंतिम नोटिस जारी किया जाएगा।
दरअसल, कुछ लोग मंगलवार को डीएम से मिले थे। उन्होंने शिकायत की है कि घाट में मोनू द्वारा अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही है। इस कॉलोनी में सरकारी नाली की जगह भी बताई गई है। ऐसा आरोप लगाया है। इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन फिलहाल डीएम के सख्त रुख के बाद प्राधिकरण के इंजीनियर भी सक्रिय हो गए हैं। इस कॉलोनी में मकान और साइट आॅफिस तक बना दे गए हैं, लेकिन बड़ी बात यह है कि इतना बड़ा अवैध निर्माण कॉलोनी में चल रहा है,
लेकिन प्राधिकरण की तरफ से बिल्डर के खिलाफ इससे पहले कार्रवाई क्यों नहीं की गई। यहां से एमडीए को राजस्व की बड़ी धनराशि प्राप्त हो सकती थी, लेकिन अवैध कॉलोनी विकसित होने का पूरा समय दिया गया। थाने में एफआईआर तक दर्ज नहीं कराई गई। यह तो बिल्डर का दुस्साहस ही कहा जाएगा कि एक के बाद एक निर्माण किये जा रहे हैं। यह सब सेटिंग का खेल चल रहा हैं।