Thursday, January 9, 2025
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डेयरी हटाने को दो घंटे चला हंगामा

  • मकानों और सड़क पर बड़ी तादाद में डेयरी संचालक विरोध में उतरे, चार दिन की दी मोहलत

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मकबरा डिग्गी घोसियान में संचालित हो रही डेयरियों से पशु जब्त करने के लिए रविवार को नगर निगम ने डेरा डाल दिया। भारी पुलिस, पीएसी और आरएएफ के साथ नगर निगम अधिकारी पहुंचे तथा डेयरी संचालकों ने दो घंटे तक बवाल काटा। अधिकारियों का मस्जिद के पास रास्ता रोक दिया।

मकानों व सड़क पर बड़ी तादाद डेयरी संचालक विरोध में उतर आये। यही नहीं, विरोध करने के लिए ब्रह्मपुरी और इंदिरानगर से भी डेयरी संचालक मकबरा डिग्गी पहुंच गए।

पुलिस ने डेयरी संचालकों को चेतावनी दी कि विरोध बंद कर दें, अन्यथा सरकारी काम में बाधा डालने और लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी।

इस धमकी के बाद डेयरी संचालक बैकपुट पर आ गए। डेयरी संचालकों ने तर्क दिया कि रोजी-रोटी छीनने और बेरोजगार करने का विरोध करना कोई गलत नहीं है।

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विरोध करने वाले युवक को पकड़कर ले जाती पुलिस

उधर, लॉकडाउन का मुकदमा डेयरी संचालकों के खिलाफ किया गया है तथा पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये गिरफ्तारी तब हुई जब डेयरी संचालकों ने हंगामा खड़ा कर दिया था।

दिनभर बवाल रहा, जिसके बाद ही लॉकडाउन का मुकदमा दर्ज कर थाने से ही शाम को जमानत दे दी। पूरे बवाल के दौरान शहर के आधा दर्जन थानों की फोर्स भी बुला ली गई थी।

हालांकि पूरे हंगामे के बाद यह सहमति बनी कि पांच गाड़ियों में भैंस गई, बाकी चार दिन की मोहल्लत दी गई। चार दिन के भीतर डेयरी संचालक डेयरियों को खुद हटायेंगे। इस आश्वासन के बाद ही नगर निगम अधिकारी फोर्स लेकर वापस लौट गए।

सड़क पर बैठ गए डेयरी संचालक

हंगामा करते हुए कुछ डेयरी संचालक सड़क पर बैठ गए। स्थिति बिगड़ने की आशंका पर रेलवे रोड और देहली गेट इंस्पेक्टर ने विरोध का नेतृत्व कर रहे छह डेयरी संचालकों को पकड़कर थाने भेज दिया।

पुलिस की कार्रवाई शुरू होते ही भगदड़ मच गई। मौके पर मौजूद सहायक नगर आयुक्त प्रथम ब्रजपाल सिंह और एसीएम चतुर्थ संदीप श्रीवास्तव से नगर आयुक्त डा. अरविंद चौरसिया और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने कार्यालय में बैठकर कार्रवाई की जानकारी ली। एसपी सिटी कार्यालय पर एक घंटे तक वार्ता के बाद डेयरी संचालकों ने चार दिन की मोहलत मांगी।

ये हुआ निर्णय

निर्णय लिया गया कि प्रति डेयरी से एक-एक पशु जब्त किए जाएंगे। जब्त पशु तब दिए जाएंगे जब डेयरी संचालक अपनी डेयरी खाली करने का फोटो दिखाएंगे।

सफाई एवं खाद्य निरीक्षक जांचकर रिपोर्ट देंगे। डेयरी शहर से बाहर शिफ्ट होने की दशा में बिना पशु जब्ती का जुर्माना लिए पशु सौंप दिए जाएंगे।

निर्णय के बाद किए पशु जब्त

इसके बाद नगर आयुक्त के निर्देश पर मौके पर मौजूद अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में डेयरियों से पशु जब्त करने की कार्रवाई शुरू की। जब्त पशु बराल परतापुर स्थित गोशाला भेजे गए।

इस दौरान नगर निगम अपनी छह गाड़ियां लेकर आये थे, जिसमें पशुओं को लादा गया, जिन्हें गोशाला में भेजा गया।

पुलिस नहीं होती तो बिगड़ जाते हालात

नगर निगम अधिकारियों की आशंका सही थी। यदि पुलिस इस आॅपरेशन में मौजूद नहीं होती तो बड़ा बवाल हो जाता। ऐसा भी हो सकता था कि नगर निगम के अधिकारियों पर पथराव भी हो सकता था। क्योंकि जितनी भीड़ सड़क पर थी,उससे कहीं ज्यादा मकानों की छतों पर थी।

मकानों की छतों से पथराव हो सकता था। ऐसी संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन पुलिस इतनी अधिक थी कि विरोध करने वाले डेयरी संचालकों को पुलिस ने पहले ही दबाव में ले लिया। इसके बाद डेयरी संचालक बैकफुट पर आ गए।

इन्हें लिया गया था हिरासत में

पुलिस के अनुसार परवेज त्यागी, महेंद्र सिंह, अतल सिंह, रामगोपाल, राहुल जौहरी, हाजी असलम, सुरेश आदि शामिल थे। इनके खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनको रविवार की शाम को पुलिस ने थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया।

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