जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दाऊदी बोहरा समुदाय से बड़ी बात कही है। जिसकी चर्चा चारो ओर मीडिया में सुर्खियां बन गई हैं। दाऊदी बोहरा समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अलजामिया-तुस-सैफियाह परिसर में पहुंचना मेरे अपने परिवार से मिलने जैसा है, लेकिन मेरी आपसे एक शिकायत है। मैं चाहता हूं कि आप उसमें सुधार कीजिए। आप मुझे बार-बार माननीय प्रधानमंत्री कह कर संबोधित कर रहे हैं, लेकिन मैं आपके परिवार का ही सदस्य हूं। ना मैं मुख्यमंत्री हूं और ना ही पीएम हूं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को महाराष्ट्र में पहले वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और अन्य विकास कार्यों का भी शुभारंभ किया। इसके बाद पीएम मोदी ने मुंबई के मरोल इलाके में दाऊदी बोहरा समुदाय के कार्यक्रम में अल जामिया-तुस-सैफियाह के एक कैंपस का उद्घाटन किया।
अल जामिया-तुस-सैफियाह के कैंपस का उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा परिवार है और मैं घर पर आया हूं। मेरे पास जो सौभाग्य है, वह शायद बहुत कम लोगों को मिला है। सभी 4 पीढ़ियों ने मेरे घर का दौरा किया है। मैं देश ही नहीं, विदेश में भी कहीं जाता हूं, मेरे बोहरा भाई-बहन मुझसे जरूर मिलने आते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी समुदाय, समाज या संगठन की पहचान इस बात से होती है कि समय के अनुसार उसने अपनी प्रासंगिकता को कितना कायम रखता है। समय के साथ परिवर्तन और विकास की इस कसौटी पर दाऊदी बोहरा समुदाय ने हमेशा खुद को साबित किया है।
आज अल्जामी-तुस-सैफियाह जैसे महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों का विस्तार उसी का जीता जागता उदाहरण है। पीएम मोदी ने कहा कि जब भी मुझे सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब से बातचीत का मौका मिला, उनकी सक्रियता और सहयोग ने मुझे हमेशा ऊर्जा से भर दिया।