जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: अल्लाह ने चाहा तो हम ट्रंप को मारना चाहते हैं। इस तरह की कसमें आप काफी दिनों से सुनते आ रहे हैं। ईरानी नेताओं की ऐसी कसमें दुनियाभर की मीडिया में सुर्खियां बटोर चुकीं हैं। अभी हाल ही में एक ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स एयरोस्पेस फोर्स के प्रमुख अमीराली हाजीजादेह ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में कहा कि अल्लाह ने चाहा तो हम ट्रंप को मारना चाहते हैं।
हाजीजादेह ने स्टेट टीवी को बताया, 1,650 किमी की रेंज वाली हमारी क्रूज मिसाइल को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के मिसाइल शस्त्रागार में जोड़ा गया है। हाजीजादेह ने कहा कि ईरान ने “गरीब सैनिकों” को मारने का इरादा नहीं किया था, जब अमेरिका ने बगदाद में 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सोलेमानी को मारा तो इसके कुछ दिनों बाद इराक में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था।
बता दें कि ईरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बदला लेना चाहता है। ईरान ने इसके लिए 1,650 किमी (1,025 मील) की दूरी के साथ एक क्रूज मिसाइल विकसित की है। शीर्ष गार्ड कमांडर ने शुक्रवार को कहा हम जल्द ही अपे कमांडर की हत्या का बदला लेंगे।
संयुक्त राज्य अमेरिका के विरोध और यूरोपीय देशों द्वारा चिंता की अभिव्यक्ति के विरोध में ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रम, विशेष रूप से अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों का विस्तार किया है। तेहरान का कहना है कि यह कार्यक्रम विशुद्ध रूप से रक्षात्मक और निवारक प्रकृति का है।