- गंगा एक्सप्रेस-वे: प्रथम चरण में बनेगी 48 किमी सड़क, एलाइनमेंट पर जमकर बवाल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गंगा एक्सप्रेस-वे की डीपीआर सप्ताह भर में यूपीडा की साइट पर अपलोड कर दी जाएगी। यह डीपीआर प्रथम चरण के 48 किमी की तैयार की गई है।
डीपीआर के बाद प्रथम चरण में परतापुर से लेकर हाजीपुर, नंगलामल, बढ़ला, बचकाना (हापुड़) बाबूगढ़ छावनी के चांदवीर गांव से होता हुआ आगे जाएगा।
दरअसल, गंगा एक्सप्रेस-वे 12 चरणों में तैयार किया जाएगा, जिसमें से पांच चरण की डीपीआर यूपीडा की साइट पर अपलोड कर दी गई है, जबकि पहला चरण परतापुर (मेरठ) से चालू होकर 48 किमी का बनेगा। 48 किमी के प्रथम चरण में गंगा एक्सप्रेस-वे पर तेजी से काम हो, इसके लिए ही सप्ताह भर में डीपीआर यूपीडा की साइट पर अपलोड कर दी जाएगी।
ऐसा गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य देख रही कार्यदायी संस्था के अधिकृत सूत्रों का कहना है। गंगा एक्सप्रेस-वे के एलाइनमेंट को लेकर फिलहाल टकराव की स्थिति बनी हुई हैं।
किसान बदले गए एलाइनमेंट को लेकर खुश नहीं है और आंदोलित हैं। इसको लेकर गंगा एक्सप्रेस-वे के प्रथम चरण का निर्माण चालू करने में विलंब भी हो सकता है।
बताया गया कि 12 चरणों में से गंगा एक्सप्रेस वे की पांच चरणों की डीपीआर तैयार कर ली गई है, जिन पर जल्द ही काम चालू किया जा सकता है। गंगा एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 590 किमी है। हालांकि पहले इससे ज्यादा दर्शायी गयी थी। पहले काशी गांव में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे व गंगा एक्सप्रेस-वे का आपस में जक्शन बताया जा रहा था, मगर वर्तमान में आन रिकॉर्ड देखा तो काशी की जगह हाजीपुर में इसका जंक्शन होना दर्शाया गया है। इसको लेकर ही टकराव की स्थिति पैदा हो रही है।
किसान हर रोज पंचायत कर रहे हैं तथा आंदोलन करने की धमकी दी जा रही है। गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण बंद कराने की भी धमकी किसानों ने दी है।
गंगा एक्सप्रेस-वे से नहीं जोड़ा जाएगा हस्तिनापुर
गंगा एक्सप्रेस-वे की जो डीपीआर तैयार की जा रही है, उसमें हस्तिनापुर को शामिल ही नहीं किया गया है। डीपीआर इसी सप्ताह साइट पर अपलोड की जा सकती है, जिसमें हाजीपुर से नंगलामल, बढ़ला, बचकाना, बाबूगढ़ के चंदवीर गांव से होते हुए अमरोहा व संभल होते हुए आगे बढ़ेगा।
इस तरह से हस्तिनापुर भी इस गंगा एक्सप्रेस-वे की सुविधा से अछूता रहने वाला है। पहले कहा जा रहा था कि गंगा एक्सप्रेस-वे से हस्तिनापुर ही नहीं, बल्कि हरिद्वार को भी जोड़ा जाएगा, लेकिन जो डीपीआर तैयार की जा रही है, उसमें ऐसा कुछ भी नहीं है।
महत्वपूर्ण बात यह भी है हरिद्वार के बाद गढ़मुक्तेश्वर हिंदुओं का बड़ा तीर्थ स्थल है, लेकिन गंगा एक्सप्रेस-वे को इससे हटाकर ले जाया जा रहा है। हालांकि गंगा एक्सप्रेस-वे का गढ़मुक्तेश्वर का लिंक देने की बात की जा रही है।
भाजपा नेताओं ने क्यों बदलवा दिया एलाइनमेंट ?
गंगा एक्सप्रेस-वे को एलाइनमेंट को लेकर बवाल चल रहा है। किसान आरोप लगा रहे है कि भाजपा नेताओं ने गंगा एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट बदलवा दिया।
भाजपा नेताओं ने ऐसा क्यों किया? यह बड़ा सवाल है। किसान इस बात के प्रमाण भी दे चुके है कि एलाइनमेंट पहले काशी गांव से था, मगर अब एलाइनमेंट बदल दिया गया। यह एलाइनमेंट क्यों बदला गया? आखिर भाजपा नेता किसी लाभ पहुंचने के लिए एलाइनमेंट चेंज कराने में इतनी ताकत लगा रहे हैं।
इसको लेकर खरखौदा के किसान आंदोलित है। भाजपा नेताओं को किसान कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। भाजपा नेता भी इसको लेकर सफाई देने के अलावा कोई ठोस आश्वासन किसानों को नहीं दे पा रहे हैं।
यही वजह है कि किसान और प्रशासन एलाइनमेंट को लेकर आमने-सामने आ गए हैं। इसको लेकर टकराव बढ़ता जा रहा है। पंचायत का दौर ग्रामीण क्षेत्रों में चालू हो गया है। ऐसे में भाजपा व प्रशासन के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी होने वाली है, जिसको शायद भाजपा नेता भी हलके में लेकर चल रहे हैं।
..तो दिसंबर में पूर्ण होगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन का समय एक बार फिर केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने निर्धारित कर दिया है। केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने एक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का एक वास्तविकत वीडिया जारी किया है, जिसमें कितना कार्य अधूरा है तथा कितना पूर्ण हो चुका, उसका दर्शाया गया है।
केन्द्रीय भूतल परिवन मंत्रालय द्वारा जारी की गई वीडियो में कहा गया है दिसबंर 2020 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जाएगा।
एक तरह से देखा जाए तो चार माह के भीतर अधूरे कार्य पूरे किये जाने हैं। इसके लिए भूतल परिवहन मंत्रालय ने दिसंबर 2020 का समय तो दे दिया, लेकिन लगता नहीं है कि चार माह के भीतर एक्सप्रेस-वे का कार्य पूर्ण हो पाएगा। क्योंकि अभी तो कई पुलों का निर्माण भी अधूरा पड़ा हुआ है। मुरादनगर गंगनहर पर भी अभी पुल का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे में लंबा समय खींच सकता है।
15 दिन से रुका पड़ा खिर्वा बाइपास का निर्माण कार्य
खिर्वा बाइपास पर अंडरपास का निर्माण पिछले 15 दिन से बंद पड़ा है। इसकी वजह बारिश बतायी जा रही है। बारिश के चलते मिट्टी का काम प्रभावित हो रहा है, जिसके चलते काम रुका हुआ है।
आरंभ में जिस तेजी से खिर्वा बाइपास पर काम चल रहा था, वह गति धीमी पड़ गई है। अंडरपास दिये गए निर्धारित समय में पूरा नहीं हो पा रहा है। क्योंकि बीच में कोरोना के चलते भी खिर्वा बाइपास स्थित अंडरपास का कार्य प्रभावित हो गया था।
कोरोना में काम नहीं चल पाया, जिसके बाद अनलॉक प्रक्रिया होने के बाद ही कार्य चालू किया गया था, जो अब बारिश से बंद हो गया है। यही वजह है कि अंडरपास का कार्य निर्धारित समय से पूरा नहीं हो पा रहा है।
हाजीपुर से प्रस्तावित एलाइनमेंट के समर्थन में लोगों ने की बैठक
खरखौदा में हाजीपुर से गंगा एक्सप्रेस-वे के प्रस्तावित एलाइनमेंट के समर्थन में क्षेत्र के लोगों ने भी अपनी जंग शुरू कर दी है। जिसके लिए उन्होंने बैठक कर सरकार से एलाइनमेंट को हाजीपुर में ही रखने की मांग करते हुए सड़क परिवहन मंत्री व मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया है।
गंगा एक्सप्रेस-वे के एलाइनमेंट को लेकर अब हाजीपुर तथा खरखौदा क्षेत्र के किसानों में जंग शुरू हो गई है। दोनों ही क्षेत्र के किसान अपने-अपने क्षेत्र में एलाइनमेंट रखने की मांग करने लगे हैं।
एक तरफ यूपीडा द्वारा घोषित प्रस्तावित हाजीपुर से एलाइनमेंट को निकालने का खरखौदा क्षेत्र के किसान विरोध करते हुए प्रस्तावित एलाइनमेंट में घोटाले का आरोप लगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रभारी मंत्री से घोटाले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं।
वहीं, हाजीपुर क्षेत्र के किसान भी प्रस्तावित एलाइनमेंट को यथास्थिति में रखने की मांग करने लगे हैं। रविवार को हाजीपुर क्षेत्र के लोगों ने एलाइनमेंट निकाले जाने का सरकार का आभार प्रकट करने के लिए ग्राम प्रधान मोहम्मद शाहिद की अध्यक्षता में भवानी कोल्ड स्टोरेज में एक बैठक आहुत की गई।
जिसमें मौजूद सभी लोगों ने हाजीपुर से एलाइनमेंट को निकाले जाने पर सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का आभार प्रकट करते हुए एलाइनमेंट को प्रस्तावित जगह पर ही रखने की बात कही है। इस मौके पर नरेश माहेश्वरी, अखिलेश माहेश्वरी, डायरेक्टर भवानी कोल्ड स्टोरेज कौशल प्रधान नराहाड़ा, सलीम प्रधान अलीपुर, गजराज सिंह प्रधान जलालपुर, हाजी जलालुद्दीन, हाजी सफीक, हाजी शाहजहां हाजी, आली मोहम्मद आदि मौजूद रहे।