- मेडिकल में यूपी स्टेट आस्थल्मोलाजिकल सोसायटी का तीन दिवसीय सम्मेलन शुरू
- नेत्र रोग विशेषज्ञों ने बच्चों की आंखों पर लगते चश्मे के बारे में दी महत्वपूर्ण जानकारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज आडिटोरियम में शुक्रवार को यूपी स्टेट आस्थल्मोलाजिकल सोसाइटी का तीन दिवसीय 58वां वार्षिक यूपीकॉन सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। सम्मेलन के पहले दिन प्रथम सत्र में कार्निया, रेटिना, ग्लूकोमा, मोतियाबिंद सहित नेत्र संबंधित अन्य बीमारियों पर देशभर से आये विशेषज्ञों ने प्रजेंटेशन दिया। तीन दिवसीय चलने वाले इस सम्मेलन में लगभग 600 प्रेजेंटेशन दिये जाएंगे व 800 डेलीगेट्स तथा 250 फैकल्टी मेंबर मौजूद रहेंगे। पहले दिन आल इंडिया आपथैल्मोलाजिकल सोसाइटी से आये आॅफिसर्स द्वारा लेक्चर दिया गया।
इस मौके पर डा. अभिषेक चंद्रा ने बताया कि आज कल 50% बच्चों में मयोफिया बढ़ रहा है और चश्मे की जरूरत पढ़ रही है। जिसका मुख्य कारण बच्चों का बाहर की एक्टिविटी में ना के बराबर भाग लेना, मोबाइल का अधिक इस्तेमाल, फास्ट फूड, धूप में ना जाना है। उन्होंने बताया कि रेटिनोपैथी आॅफ प्रीमेच्योरिटी (आरओपी) जोकि एक नेत्र रोग है, यह समय से पहले जन्मे शिशुओं में होने की संभावनाएं अधिक रहती है। इसमें प्रीमेच्योर बच्चों में पर्दा विकसित नहीं होता। जिस कारण बच्चों अंधे होने की सम्भावना बढ़ जाती है। बच्चे के प्रीमेच्योर होने पर अभिवावकों को अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। समय रहते इलाज हो जाए तो आरओपी का इलाज किया जा सकता है।
डा. ललित वर्मा प्रेजिडेंट आॅफ एशिया पेसिफिक कांफ्रेंस आॅर्थोपोलॉजी का व्याख्यान डायबिटीज का आंखों पर प्रभाव पर रहा। बताया कि वर्तमान में विश्वस्तर पर भारत डायबिटीज कैपिटल बन चुका है। 11 प्रतिशत लोगों को डायबिटीज है। यानि 101 मिलियन लोग आज डायबिटिज से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को डायबिटीज, बीपी, हीमोग्लोबिन, लिपिड लेवल व डायलिसिस का नियमित चेकअप कराते रहना है। लोगो को नियमित रूप से व्यायाम करने की जरूरत है।
डा. नम्रता शर्मा का लेक्चर सिंथेटिक कोरनिया पर रहा। उन्होंने कहा ये एक ऐसा कोरनिया है। जिसपर लगातार काम हो रहा है। साल में दो लाख कोरनिया की जरूरत है। मगर भारत में अभी केवल 25000 कोरनिया ही उपलब्ध हो पाते हैं। वर्तमान में कैरैक्ट के अंधेपन में कोरनिया दूसरे नंबर पर है। सात साल के अनुभव में 70 लोगो को सिंथेटिक कोरनिया लगाया जा चुका है। देश के कई इंस्टीट्यूट सिंथेटिक कॉर्निया पर काम कर रहे है। अभी इसको कमर्शियलाइज नहीं किया गया है इसलिये अभी कीमत निर्धारित नहीं है। मगर लोगो की सुविधा को देखते हुए इसका मूल्य रखा जाएगा।
आज आएंगी फिल्म अभिनेत्री सोहा अली खान
आज दूसरे दिन आपथैल्मोलाजिकल सोसाइटी का 58वा वार्षिक सम्मलेन के मुख्य अतिथि मुंबई के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डा. एस नटराजन रहेंगे जो कि सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे व नेत्र रोग के उपचार की नई तकनीक पर व्याख्यान देंगे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि फिल्म अभिनेत्री सोहा अली खान होगी। वह नेत्र विशेषज्ञों से जुड़े अपने अनुभव साझा करेंगी। सम्मेलन में आए नेत्र रोग विशेषज्ञों का सम्मान उनके हाथों से होगा।
लाइव आपरेशन का प्रसारण हुआ
इस दौरान सेमिनार हाल में लगी बड़ी स्क्रीन पर 17 मरीजों के आॅपरेशन का लाइव प्रसारण किया गया। वाराणसी से आए डा. अभिषेक चंद्रा ने बताया कि मेरठ में चार केंद्रों पर मरीजों की सर्जरी की गई है। जिसमें डा. अमित, डा. चारु मित्तल व डा. शकील के यहां सर्जरी की गयी। जिसमें 13 कैटरैक्ट व 4 रिफ्लेक्टेड सर्जरी हुई, जिसमें मोटे चश्मे का नंबर हटाकर लेंस लगाया गया। खास बात यह रही कि इस दौरन जिओ द्वारा आॅडियो और वीडियो के माध्यम से सर्जरी के दौरान चिकित्सकों ने सेमिनार हॉल में बैठे लोगो से सीधा संवाद किया।
एम्स सहित कई बड़े अस्पतालों से पहुंचेंगे डाक्टर
बता दे कि इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश से बाहर के करीब 100 डॉक्टर पहुंचेंगे। जिनमे दिल्ली से नेत्र सर्जन डा. नम्रता शर्मा, डा. प्रफुल्ल महाराना, श्राफ चैरिटी दिल्ली से डा. उमंग माथुर, सेंटर फॉर साइट दिल्ली से डा. महीपाल सचदेवा और डा. ललित वर्मा, देहरादून से डा. गौरव लूथरा, कोयंबटूर से डा. चित्रा रामामूर्ति, डा. रोहित शेट्टी, पीजीआई चंडीगढ़ सहित चेन्नई, बैंगलौर, हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बिहार, बिजनौर, मेरठ आदि के डॉक्टर शामिल है।