- सलावा के निकट हुआ हादसा, जीपीएस से मिला कैंटर, पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: शुक्रवार अलसुबह कांवड़ मार्ग पटरी पर सलावा के निकट गत्ते से भरा बेकाबू कैंटर रेलिंग को तोड़ते ही गंगनहर में जा गिरा। कुछ ही देर में कैंटर गंगनहर में समा गया। कैबिन में फंसे चालक कीडूबने से मौत हो गई। कैंटर समय से फैक्ट्री नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू हुई। जीपीएस ट्रैक करने पर कैंटर का पता चल सका। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से चालक का शव कैंटर से बाहर निकलवाया।
कौशांबी जिले के सराय अकिल थाना क्षेत्र के चकपिनहा गांव निवासी 22 सतीश पुत्र महेश कैंटर चलाता था। गुरुवार की रात वह कैंटर में गत्ता लेकर गुरुग्राम से मुजफ्फरनगर जा रहा था। शुक्रवार अलसुबह करीब चार बजे वह जैसे ही कांवड़ मार्ग पटरी पर सलावा खतौलीकी सीमा पर पहुंचा तो कैंटर अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए गंगनहर में जा गिरा। कुछ ही देर में कैंटर गंगनहर में डूब गया। गाड़ी के साथ चालक की डूबने से मौत हो गई। अन्य गाड़ी मुजफ्फरनगर पहुंचने के बाद पता चला कि सतीश गाड़ी समेत गायब है।
कैंटर में लगा जीपीएस चेक किया तो लोकेशन सलावा के निकट मिली। लोकेशन के आधार पर साथी चालक यहां पहुंचे तो हादसे का पता चला। उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को गंगनहर से बाहर निकलवाया। इसके बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के साथी चालक अनुज कुमार पुत्र रामभवन ने कोतवाली में घटना की तहरीर दी है।
नींद की झपकी लगने से हुआ बड़ा हादसा
हादसा करीब चार बजे हुए था। साथी चालकों से बात करने पर पता चला कि हादसा नींद की झपकी लगने से हुआ होगा। क्योंकि अलसुबह में चालक को नींद की झपकी लगने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में यही संभावना जताई जा रही है कि पलक झपकते ही कैंटर गंगनहर में समा गया।
जीपीएस से मिली लोकेशन
कैंटर में जीपीएस लगा हुआ था। जिसकी वजह से कैंटर की लोकेशन का पता चल सका। यदि गाड़ी में जीपीएस नहीं होता तो शायद उसका कुछ पता ही नहीं चल पाता। क्योंकि कैंटर गंगनहर में समा चुका था। करीब पांच बजे जब ट्रांसपोर्ट द्वारा लोकेशन चेक की गई तो एक टीम यहां हपुंच गई। अंधेरे में कुछ पता नहीं चल रहा था। लोग गंगनहर की दूसरी ओर लोकेशन तलाश रहे थे। मगर जैसे ही थोड़ा दिन निकला तो कैंटर दिखाई दिया।